प्रतापगढ़। शारदा संगीत महाविद्यालय के सभागार में अम्मा साहेब ट्रस्ट के स्थापना दिवस के अवसर पर संसार में स्वस्थ समाज के निर्माण एवं स्वस्थ सामाजिक मूल्यों की स्थापना हेतु जारी अभूतपूर्व मानवतावादी सामाजिक अभियान के अंतर्गत सम्मान पेंशन वितरण समारोह के साथ संस्था शारदा संगीत महाविद्यालय की विवादित भूमि को बचाने के लिए सामूहिक प्रार्थना सभा संपन्न हुई। समारोह के मुख्य अतिथिगण क्रमशः मुख्य प्रबंधक भारतीय जीवन बीमा निगम प्रतापगढ़ दीपक चावला, एम०डी०पी०जी० कालेज प्रतापगढ़ की जीव विज्ञानं की प्रोफ़ेसर डॉ० किरन मिश्रा, सेतापुर सदर के पूर्व माध्यमिक विद्यालय की सेवा निवृत्त प्रधानाध्यापिका लीलावती सरोज, सी०बी०एस० एकेडमी अंतू के प्रबंधक हीरेन्द्र बहादुर सिंह एवं बाबा बेलखर नाथ धाम के सराय गनई में उच्च प्राथमिक विद्यालय के सहायक अध्यापक ओम प्रकाश सहित संस्था शारदा संगीत महाविद्यालय की छात्रा वैभवश्री शुक्ला का अंतर्राष्ट्रीय मानवतावादी सामाजिक संघ की ओर से सारस्वत अभिनन्दन संहित सम्मान पत्र से विभूषित कर स्वागत किया गया। समारोह में शारदा संगीत महाविद्यालय के बच्चों द्वारा सरस्वती वंदना एवं स्वागत गीत के साथ सामूहिक प्रार्थना गीत की प्रस्तुति की गयी। संस्था की प्राचार्य बीना श्रीवास्तव द्वारा सभी का स्वागत किया गया।
समारोह के मुख्य अतिथि दीपक चावला ने कहा कि इस जीवन को शिक्षा ग्रहण कर और सुन्दर बनाने का प्रयत्न करना चाहिए। उन्होंने कहा कि एक शिक्षित व्यक्ति ही जीवन का मूल्य भली प्रकार समझ सकता है तथा अम्मा साहेब ट्रस्ट के अभूतपूर्व मानवतावादी सामाजिक अभियान को समझने में भी उसे कठिनाई नहीं होगी। समारोह की दूसरी मुख्य अतिथि डॉ० किरन मिश्रा ने कहाकि सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ते हुए जब कल्पनाशील गतिविधियों और सवालों की मदद से हमें सीखने और सीखने के दौरान अपने अनुभव पर विचार करने का अवसर प्राप्त होगा तब हम इस अभूतपूर्व मानवतावादी सामाजिक अभियान की गहराइयों में जा सकेंगे। तीसरी मुख्य अतिथि लीलावती सरोज ने कहा कि केवल प्रेम में ही करुणा और सौंदर्य, सुव्यवस्था और शांति लाने का सामर्थ्य है। चौथे मुख्य अतिथि हीरेन्द्र बहादुर सिंह ने कहाकि अम्मा साहेब ट्रस्ट द्वारा जारी अभूतपूर्व मानवतावादी सामाजिक अभियान को सफल बनाने के लिए सभी धर्मों के मानवतावादी लोगों में प्रेममय उच्च विचार-युक्त ह्रदय की विशालता की आवश्यकता है जिससे विवेकपूर्ण आचरण को सीखकर जीवन में दिव्यता लाई जा सके। पांचवे मुख्य अतिथि ओम प्रकाश ने कहा कि हम अभ्यास और साधना से मन को हर कुमार्ग से सन्मार्ग की ओर उत्प्रेरित कर सकते हैं तथा अशुभ चिंतन को छोड़कर शुभ चिंतन करना ही वस्तुतः श्रेय का मार्ग है। सभी अतिथियों ने एक स्वर से संस्था शारदा संगीत महाविद्यालय की भूमि को हड़पने के लिए जबरन विवादित बनाए जाने के प्रयत्न की निंदा करते हुए परमात्मा से प्रार्थना किया कि वह संस्था की भूमि पर बुरी नजर रखने वालों को सद्बुद्धि प्रदान करे।
समारोह के अध्यक्ष पूर्व बाल न्यायाधीश डॉ० दयाराम मौर्य ‘रत्न’ ने कहा कि अम्मा साहेब ट्रस्ट एक सैलाब है जिसमें सारा संसार सामाहित हो जाएगा। उन्होंने अपनी एक कविता जिसका शीर्षक “रास्ता खाली करो!” है इसे समर्पित करते हुए कहाकि अम्मा साहेब ट्रस्ट जिस अंदाज में अपनी गति को लगातार बढाती जा रही है उससे इसके सामने आने वाली किसी भी बाधा से यह किसी भी रूप में प्रभावित होने वाली नहीं है। अम्मा साहेब ट्रस्ट के ट्रस्टी आनन्द मोहन ओझा ने कहाकि जब तक संसार में एक भी व्यक्ति ऐसा है जिसे आजीवन मासिक पेंशन जारी नहीं की जा सकी हो तब तक उनका कार्य अधूरा है।
उक्त अवसर पर रोशनलाल उमरवैश्य, राजीव कुमार आर्य, सुनील कुमार सिंह, राकेश कुमार कनौजिया, मथुरा प्रसाद त्रिपाठी, मनप्रीत कौर, कुसुमलता श्रीवास्तव, प्रभाकर पाण्डेय, राम प्रकाश तिवारी, प्रताप सिंह, राधे श्याम तिवारी तथा संस्था के तमाम छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। अम्मा साहेब ट्रस्ट के संरक्षक सदस्य सुनील कुमार सिंह ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया।