रायबरेलीः जन सामना ब्यूरो। प्रान्तीय बाल विकास परियोजना अधिकारी कल्याण एसोसिएशन (पी.सी.डी.पी.ओ.डब्लू.ए) की जनपद रायबरेली शाखा की बैठक जिलाध्यक्ष कन्हैया लाल की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। जिसमें जनपद के समस्त बाल विकास परियोजना अधिकारियों द्वारा प्रतिभाग किया गया। बैठक में मंत्री मण्डल द्वारा बाल विकास परियोजना अधिकारी संवर्ग की प्रस्थिति को समूह (ख) राजपत्रित श्रेणी बनाए रखने का स्वागत किया गया। इस मौके पर संगठन के प्रान्ती अध्यक्ष श्री अरूण कुमार पाण्डेय ने कहा कि बाल विकास परियोजना अधिकारियों के ऊपर लगभग पाॅच करोड़ 0-6 वर्श की आयु के बच्चों गर्भवती/धात्री महिलाओं तथा 11-18 वर्ष की किशोरी बालिकाओं के स्वास्थ्य एवं पोषण का उत्तरदायित्व है। वर्तमान में उ0प्र0 में 0-5 वर्ष के बच्चों में कुपोषण, मातृ मृत्युदर एवं शिशुदर राष्ट्रीय औसत से काफी अधिक है, इसके लिए सरकार महत्वाकांक्षी (शबरी संकल्प योजना) लागू करने जा रही है, किन्तु इसके क्रियान्वयन के पूर्व ही बाल विकास परियोजना अधिकारी पद को सरकार द्वारा गरिमा प्रदान किये जाने का निर्णय स्वागत योग्य है। इसके साथ ही श्री पाण्डेय ने सीडीपीओ संवर्ग को भारत सरकार के निर्देशो, आईसीडीएस मैनुअल तथा देश के अन्य राज्यों के अनुसार उ0प्र0 में भी खण्ड विकास अधकारियों के समतुल्य वेतनमान में आसानी हो तथा बेहतर परिणाम आ सके। बैठक में श्रीमती चन्द्रावती सिंह, श्री अजीत कुमार, श्री संजय कुमार सिंह, श्रीमती मुन्नी सिंह, श्रीमती इन्दुवाला चतुर्वेदी, श्रीमती जानकी देवी, श्री सत्यजीत सिंह, श्री हरिओम बाजपेयी सहित अन्य लोगों ने भी प्रतिभाग किया।