कानपुरः अर्पण कश्यप। दक्षिण में बंदरों के आतंक से लोग त्रस्त हैं और गुस्से में भी हैं। हालात यह है कि लोग इन्हें जान से मारने में भी नहीं हिचक रहे हैं क्योंकि उन्हें अपनी जान की रक्षा करना है। वही लापरवाह प्रशासन बंदरों को पकड़ने का अभियान चलाने के नाम पर खानापूरी करता है। बंदरों के आतंक से पूरा शहर त्रस्त है। रोज कोई न कोई कटखने बंदरों का शिकार हो रहा है।
वही कुछ लोग बंदरों से इतना परेशान हो गये हैं कि अब सीधे तौर पर उसे मारना ही उचित समझ रहे हैं जो पूरी तरह से गलत है। अभी कुछ दिन पहले लंगूर बंदर को बेरहमी से पीटने वाले युवक को पुलिस ने गिरफ्तार किया था वहीं आज फिर बाबू पुरवा थाना क्षेत्र में ऐसा ही एक मामला सामने आया जहां बंदर के हमले से बचने के लिए उस पर एयर गन से फायर किया। बताया गया कि इस दौरान गंभीर रूप से बंदर घायल हो गया। बन्दर का पशु चिकित्सा केंद्र में इलाज चल रहा है। जहां उसकी हालत नाजुक बनी हुई है। जानकारी के मुताबिक थाना बाबूपुरवा निवासी गोपाल का पूरा परिवार छत पर धूप सेंक रहा था कि तभी पीछे से आकर एक कटखने बंदर ने गोपाल की पत्नी उर्मिला गुप्ता पर हमला कर दिया व सिर पर चढ़ कर बाल नोचने लगा। अचानक हुये हमले से घबरा कर उर्मिला नीचे की तरफ भागी व जल्दबाजी मे जीने से गिर गयी। वही घटना की चीख पुकार सुन कर पति गोपाल ने घर में रखी एयर गन से बंदर पर फायर कर दिया। गोली से बचने के लिये बंदर ने दूसरी ओर छंलाग लगा दी और दो मंजिल छत से नीचे आ गिरा। नीचे गिरने पर नीचे पड़ी कील बंदर के माथे में घुस गयी व बंदर वही अचेत पड़ा रहा। ही अपने साथी बंदर के साथ घटी घटना से अन्य बंदरों ने घायल बंदर को चारो तरफ से घेर लिया जिसकी वजह से चुटहिल बंदर को समय पर इलाज भी नहीं मिल सका। काफी समय बाद सभी बंदरों को भगाने के बाद गोपाल खुद उस चुटहिल बंदर को इलाज के लिये अस्पताल लेकर गये है। जहॉ डाक्टर बंदर के माथे में घुसी कील को निकाल दिया है फिलहाल बंदर की हालत नाजुक बनी हुयी है। वही पशु क्रूरता की खबर फैलते ही दो थानों की फोर्स सहित सैकड़ों लोग घटना स्थल पर पहुच गये। बाबूपुरवा पुलिस ने एयरगन को अपने कब्जे में लेकर तहरीर मिलने पर कार्रवाई करने की बात कही।