कानपुर नगर, जन सामना संवाददाता। उ0प्र0 उधोग व्यापर संगठन के तत्वाधान में गुमटी में थाली बजाओं बात कान तक पहुंचाओ के नारो के साथ व्यापारियों ने जोरदार प्रदशन किया और केंद्र सरकार तथा जीएसटी काउसिंल से मांग रखी की जनहित मे आगामी जीएसटी काउसिल की बैठक में पेट्रोल और डीजल को जीएसटी में लाया जाये जिससे देश के व्यापारियों और नागरिकों को राहत मिल सके।
व्यापारियों ने थाली बजाकर केंद्र सरकार से देश पर रहम की अपील करते हुए पेट्रोल व डीजल को जीएसटी के तहत बेंचकर असल दाम लेने की मांग की तथाब ताया कि 18 जनवरी को दिल्ली में जीएसटी काउसिल की 25वीं बैइक का आयोजन होगा, जिसमें केंद्र सरकार की नैतिक जिम्मेदारी है कि वा ेअब पेट्रोल डीजल पर अैक्स के सहारे 2 लाख 73 हजार करोड रू0 कमाती है। जीएसटी की मौजूदा प्रणाली को एक देश, सात कर की व्यवस्था बताते हुए कहा कि इसे आसान बनाया जाये जिसकी जरूरत है। कहा जीएसटी के दायरे में आने के बाद पेट्रोल और डीजल आपको महज 43 रू0 के भीतर मिलेगा। अगर पेट्रोल डीजल को जीएसटी के दायरे में लाया जाता है तो इस पर ज्यादा से ज्यादा 28 फीसदी टैक्स लगाया जा सकता है जिसके बाद पेट्रोल 43रू0 व डीजल 41 रू0 में मिलेगा, जो कि मौजूदा कीमत का आधा मूल्य है। इस अवसर पर हरप्रीत सिंह, संजय बिस्वारी, जितेन्द्र सिंह, आतमजीत सिंह, बाबी सिंह, मो0 शादाब, अंकुर गुप्ता, शुभम जेटली, शब्बीद अन्सारी, जितेन्द्र लाम्बा आदि कई व्यापारी मौजूद रहे। छायाकार: नीरज राजपूत