हाथरसः जन सामना संवाददाता। देश व प्रदेश में दलितों के साथ हो रही घटनायें व दलित उत्पीडन तथा अत्याचार के विरोध में आज जाटव समाज के सैकडों लोगों द्वारा शहर में विशाल मार्च निकाला गया और भाजपा सरकारों के खिलाफ जमकर नारेबाजी व प्रदर्शन किया गया तथा दलितों पर अत्याचार रोके जाने हेतु राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन भी सौंपा गया।
देश व प्रदेश में दलित समाज के लोगों के साथ लगातार हो रही घटनायें जिनमें शोध छात्र रोहित बेमुला की हत्या, गुजरात के ऊना में दलित समाज के लोगों के साथ अमानवीय कृत्य, सहारनपुर के शब्बीरपुर गांव में दलितों के घरों में आगजनी, सहारनपुर में दलित नेता व भीम आर्मी के अध्यक्ष चन्द्रशेखर रावण को झूठे मुकद्दमों में फंसाने व जेल भेजने, सरकारी एवं गैरसरकारी कार्यालयों व विभागों में दलित अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ भेदभाव व उत्पीडन, मुम्बई के भीमा कोरे गांव में दलित समाज के लोगों को झूठे संगीन अपराधों में जेल भेजने तथा जिले में भी दलितों के साथ कई जघन्य उत्पीडनात्मक कार्यवाही आदि के विरोध में जाटव समाज द्वारा अलीगढ रोड स्थित खंदारी गढी अम्बेडकर पार्क से संयोजक विजय पुष्कर व सह संयोजक रामब्रज एड. के नेतृत्व में विशाल विरोध मार्च निकाला गया जो कि शहर के विभिन्न मार्गो से होता हुआ पुरानी कलेक्ट्रेट में सभा के रूप में परिवर्तित हो गया।
दलित समाज ने मांग की है कि दलित समाज पर हो रहे अत्याचारों को रोका जाये और संविधान व लोकतंत्र तथा दलितों की सुरक्षा कर न्याय दिया जाये। अंत में राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन तहसीलदार सदर को सौंपा गया।
विशाल विरोध मार्च में विजय सिंह प्रेमी, दिनेश देशमुख, केसी निराला, राजपाल सिंह पूनियां, बीलाराम प्रेमी, रघुवीर गौतम, गोपाल सिंह, नरेश बेधडक, सुनीता सिंह, समाजप्रिय एड., सुखपाल सिंह, बाबूलाल भास्कर, उमाशंकर, लाखन सिंह, सीपी सिंह, डा. भगवती, ओमप्रकाश केसरी, रामसिंह, कमल सिंह, पूरन सिंह ठेकेदार, मेघसिंह व अनुज कुमार संत आदि तमाम लोग साथ थे।