फिरोजाबादः जन सामना संवाददाता। इनकम टैक्स ट्रेड टैक्स बार एसोसियेषन फिरोजाबाद के डायरेक्टर कुलदीप मित्तल एडवोकेट व कमल गुप्ता द्वारा गत दिवस आगरा रेंज 2 की प्रधान आयकर आयुक्त श्रीमती सीमा सिंह के नगर आगमन पर स्वागत किया गया, तत्पष्चात प्रतिदिन आ रही कुछ अति महत्वपूर्ण बिधिक समस्याओं की ओर उनका ध्यान आकर्शित करते हुये निम्न चार सूत्रीय ज्ञापनपत्र देकर उसका निराकरण स्वयं या अपने उच्चाधिकारियों से कराने का अनुरोध किया गया।
ज्ञापन में बताया कि आयकर रिटर्न दाखिल करने के लिये आधार नंबर लिखना अनिवार्य कर दिया गया है लेकिन सीनियर व सुपर सीनियर सिटीजन के फिंगर प्रिंट्स न आ पाने के कारण उनके आधार नही बन पा रहे है। ऐसी स्थिति में उनके रिटर्न किस प्रकार दाखिल किये जायें कृपया मार्च 2018 से पूर्व ही इस संबध में उचित दिषानिर्देष जारी करने का कश्ट करें जिससे कि ऐसे करदाता अपने रिटर्न समय के अंदर दाखिल कर सकें। यह कि हाल ही में बजट में यह प्राविधान किया गया है कि निर्धारित तिथि से पूर्व ही आयकर रिटर्न दाखिल करने पर धारा 80 सी आदि चेप्टर 6ए की रिबेट का लाभ दिया जायेगा, अन्यथा लेट फीस तो देनी ही पड़ेगी, रिबेट का भी लाभ नही मिलेगा। इस प्राविधान से जो पार्टनरषिप फर्में अपना आॅडिट कराती है उनके बर्किंग पार्टनरों के छोड़कर अन्य पार्टनरों को डबल नुकसान होगा। एक तो उन्हें लेट फीस देनी होगी दूसरा उन्हें उक्त रिबेट का लाभ भी नही मिलेगा। इसलिये इस प्राविधान को सरलीकृत करके सभी करदाताओं को लाभ दिये जाने की आवष्यकता है। यह कि बजट के ही एक अन्य प्राविधान के अनुसार 250 करोड़ रुपये तक के टर्नओवर वाली कंपनियों की करदेयता 30 से घटाकर 25 प्रतिषत कर दी गई है जो निष्चित ही एक स्वागत योग्य कदम है, लेकिन इस प्राविधान में कंपनियों के साथ साझीदारी फर्में, एकल स्वामित्व वाली फर्में, ए.ओ.पी. आदि सभी स्टेटस को भी षामिल किया जाना चाहिये, जिससे कि सभी तरह के व्यापार को प्रोत्साहन मिल सके। यह कि ए.आई.आर. या एन.एमएस. में जिन लोगों को इन्क्वारी के लिये चयनित किया जाता है, देखने में आ रहा है कि ऐसे लोगों को नोटिस 4-5 साल बीतने के बाद भेजे जाते है इस कारण नये रिटर्न दाखिल करने में कई तरह ही समस्यायें आती है। राजस्व हित में आयकर रिटर्न दाखिल करने वालों की संख्या बढ़ाने के लिये नोटिस संगत बर्श में ही भेजने के प्रयास किये जायें इससे आयकरदाताओं की संख्या भी तेजी से बढ़ेगी, और सरकार का राजस्व भी बढ़ेगा। उन्होने लिखित समस्याओं को प्रत्यक्ष कर बोर्ड नई दिल्ली तक पहुॅचाने का आष्वासन दिया। इस अवसर पर दीनदयाल अग्रवाल, विजय कुमार जैन, निखिल बंसल, विजय षर्मा आदि उपस्थित थे।