महराजगंज, रायबरेलीः राहुल यादव। जहाँ जिले के मुखिया नई दिशा ऐप की शुरुआत कर सरकारी विद्यालयो के शिक्षकों को नवाचार से प्रेरित करा, शिक्षालयों की दशा में सुधार कर दुरस्त करने की ओर प्रयासरत है वही कुछ विद्यालयों के मनमौजी शिक्षक प्रयत्नशील डीएम की साख पर बट्टा लगाने को कमर कसे हुए है। अब जब विद्यालयो में बिना बताए शिक्षक ही गायब हो तो डीएम साहब करे तो क्या करे ?
बताते चले की जिलाधिकारी संजय खत्री ने जिले में नई दिशा ऐप की शुरुआत की है जिसमे जिले के परिषदिय विद्यालयों के शिक्षक ऐप को अपने मोबाइल फोन में डाउनलोड कर विद्यालय की गतिविधियों को अपलोड कर सकते है जिससे उन कार्यो को देख अन्य विद्यालयो के शिक्षक भी प्रेरित होकर अपने अपने विद्यालयों की दशा मे सुधार कर जिले में शैक्षणिक माहौल तैयार कर सके। गतिविधियों की देख रेख को जिलाधिकारी ने अधिकारियों की नियुक्तियाँ कर रखी है जिनका काम उन गतिविधियों पर अंक देना रहेगा और महीने के अंत में सर्वाधिक अंक अर्जन करने वाले विद्यालय का चयन होने पर हौसला अफजाई स्वरूप प्रशस्ति पत्र आदि की व्यवस्था की गयी है जिससे परिषदीय विद्यालयो में नवाचार करने की स्पर्धा बनी रहे। वही कुछ विद्यालयों के शिक्षक पुराने ढर्रे पर काम करते हुए कुम्भ्कर्णी नींद में सोए हुए है। मामला तहसील क्षेत्र के मोहब्बत नगर मजरे बघेल गाँव स्थित प्राथमिक विद्यालय का है जहाँ कुल नौनिहालों की सँख्या 76 है वही मंगलवार दोपहर को मौके पर 06 बच्चे ही उपस्थित रहे। इन बच्चों के पठन पाठन को शासन से प्रधानाध्यापक, सहायक शिक्षक व दो शिक्षा मित्र नियुक्त किये गये है। मौके पर शिक्षा मित्र छोटेलाल ही इन 06 बच्चों को पढ़ाते मिले जबकि बाकी शिक्षक बिना एप्लीकेशन के विद्यालय से नदारत रहे। ग्रामीणांे ने बताया कि एक महिला शिक्षा मित्र नाजमा खातून मौजूदा प्रधान की पत्नी है जो कि जनप्रतिनिधि का रौब रखते हुए कम ही आती है वहीं प्रधानाध्यापक मनोज कुमार सिह व सहायक अध्यापक अमित कुमार श्रीवास्तव को तो गाँव के लोग जानते पहचानते तक नहीं। इनका आना न आने के बराबर ही होता हैं। शिक्षा मित्र के भरोसे संचालित प्राथमिक विद्यालय मोहब्बत नगर की दशा जिलाधिकारी के मंसूबों पर पानी फेरने को काफी है वही शिक्षा स्तर को बदहाल करने वाले ऐसे शिक्षको पर सख्त कार्यवाही की जरूरत है। खंड शिक्षा अधिकारी अमावा से बात करने पर उन्होने बताया कि काम न करने वाले ऐसे शिक्षको की रिपोर्ट बना कर जिलाधिकारी को दी जाएगी जिससे ब्लाक मे शिक्षा का माहौल तैयार हो सके।