कानपुरः जन सामना संवाददाता। जीएसटी काॅउंसिल की 10 मार्च को संभावित (पहले 1 मार्च) 26वीं बैठक में पेट्रोल डीजल जीएसटी में लाने, जीएसटी रिटर्न प्रक्रिया सरल करने और स्वर्णमंदिर अमृतसर में लंगर को जीएसटी मुक्त करने की मांग को लेकर उप्र उद्योग व्यापार संगठन से जुड़े व्यापारियों ने गोविंन्द नगर में हाथों में पेट्रोल की पिपिया, रोटी और तवा बजाकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे सपा प्रदेश उपाध्यक्ष ;व्या.सद्ध और उद्योग व्यापार संगठन के नगर अध्यक्ष अभिमन्यु गुप्ता ने कहा कि जीएसटी में वन नेशन वन टैक्स की बात करने वाले नरेंद्र मोदी देश के व्यापारियों व देश की जनता के साथ धोखा कर रहे हैं। व्यापार के लिए सबसे अहम माने जाने वाले पेट्रोल- डीजल को ही जीएसटी से बाहर रखके देश के व्यापारियों और जनता के साथ नाइंसाफी हो रही है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार सिर्फ पेट्रोल-डीजल पर टैक्स के सहारे 2 लाख 73 हजार करोड़ रुपए कमाती है। पेट्रोल-डीजल को जीएसटी के दायरे में लाना देश के विकास के लिए बेहद आवश्यक है। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार केवल पूंजीपतियों के लिए काम कर रही है। अभिमन्यु ने बताया कि सभी राज्यों ने पेट्रोल-डीजल को जीएसटी के दायरे में लाने की अनुमति दे दी है। पेट्रोल-डीजल को जीएसटी के दायरे में लाने के बाद इस पर ज्यादा से ज्यादा 28 फीसदी टैक्स लगाया जा सकता है जिसके बाद पेट्रोल मात्र 43 रुपये और डीजल 41 रुपये में मिलेगा। जो कि मौजूदा कीमत का आधा मूल्य है जिससे व्यापारियों और किसानों को बहुत फायदा होगा। साथ ही जीएसटी सरलीकरण की मांग करते हुए कहा गया कि व्यापारी तनाव में है और व्यापार जटिलता की वजह से घटा है। एक वर्ष में एक रिटर्न की प्रक्रिया होनी चाहिए और प्रक्रिया सरल होनी चाहिए। जिएसटीआर 1, 3बी आदि को उतना सरल बनाया जाए जिसके की व्यापारी तनावरहित होकर व्यापार कर सके। खुद अधिकारी इस जटिलता की वजह से घंटों अब एक एक रिटर्न में उलझे रहते हैं। साथ ही तवा बजाते हुए और हाथों में रोटियां लेकर मांग रखी गई की स्वर्ण मंदिर में रोज आयोजित होने वाले लंगर को जीएसटी मुक्त किया जाए। अभिमन्यु गुप्ता ने बताया कि लंगर सेवा ;सामुदायिक रसोईघरद्ध एक सामाजिक-धार्मिक गतिविधि है, जो पहले सिख गुरु नानक देव ;1469- 1539द्ध के समय से ही सिख धर्म के लोकाचार का हिस्सा है। स्वर्ण मंदिर अमृतसर में आयोजित होने वाली लंगर को समाज में धर्म, जाति, रंग और नस्ल के भेद को मिटाकर समानता को बढ़ावा देने के लिए शुरू किया गया था। संगठन के महासचिव सरदार हरप्रीत सिंह बब्बर ने कहा कि लंगर सेवा से हर धर्म हर वर्ग के करोड़ों लोगों की आस्था जुड़ी है इसलिए ‘लंगर सेवा’ के लिए की जाने वाली सभी खरीद को जीएसटी अधिनियम से छूट दी जाए। जितेंद सिंह संधू ने कहा कि सिख समाज का हर व्यापारी लंगर पे जीएसटी लगने का पुरजोर विरोध करता है। प्रदेश उपाध्यक्ष सपा व्यापार सभा और संगठन नगर अध्यक्ष अभिमन्यु गुप्ता, हरप्रीत सिंह बब्बर, जितेंद्र संधू, संजय बिस्वारी, उपेन्द्र दुबे, आत्मजीत सिंह, बाॅबी सिंह, शुभम जेटली, मनोज सोनी, शब्बीर अंसारी, मो शादाब, जफर अहमद, सवी गांधी, नितिंन सिंह, गजेंद्र यादव, जितेंद्र चैहान, मुकेश कनौजिया, जितेंद्र लाम्बा, गगनदीप सिंह, अंकुर गुप्ता मुख्य थे।