चन्दौली, दीपनारायण यादव। चन्दौली शहाबगंज प्रत्येक बुधवार की भाँति बार भी काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रों द्वारा स्थापित स्वयं सेवी संगठन मातृभूमि सेवा ट्रस्ट के तत्वावधान में निशुल्क नेत्र शिविर का आयोजन सेमरा शहाबगंज और नौगढ़ सहित आर. के नेत्रालय महमूरगंज में एक साथ आयोजित किया गया। इस अवसर पर सेमरा शहाबगंज कैम्प के मुख्य अतिथि थाना प्रभारी शहाबगंज अशोक कुमार मिश्रा जी थे। उन्होंने कहा कि समाज सेवा बड़ी सेवा है। असहाय एवं पीड़ित व्यक्ति की सहायता से बढ़कर कोई सेवा नहीं है।
थाना प्रभारी ने कहा कि जो व्यक्ति गरीबों की भावनाओं को समझकर उनकी सेवा करता है ईश्वर भी उनकी सहायता करता है और उसका जीवन सफल होता है। समाज सेवा की प्रेरणा हर मन में नहीं पनपती बल्कि भगवत प्रेरणा से ही पनपती है। ईश्वर जिससे चाहते हैं उसी की इस नेक काम में रुचि होती है।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि श्याम नरायन उपाध्याय(प्रधान तियरा)ने कहा कि समाज सेवा से जितनी आत्म संतुष्टि मिलती है, उतनी किसी और कार्य करने से नहीं मिलती। समाज सेवा में अलग ही आनंद की अनुभूति होती है। इसलिए हमें ज्यादा से ज्यादा समाज सेवा के कार्यो में अपना समय देना चाहिए।
इस अवसर पर समाजसेवी सत्यानन्द रस्तोगी ने संस्था की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि संस्था हर वर्ग की सहायता करती है इससे ज्यादा नेक काम कोई और हो ही नहीं सकता।मातृ भूमि सेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष संजय कुमार सिंह ने संस्था की गतिविधियों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि संस्था वर्ष 2014 से समाज सेवा में कार्यरत है। अभी तक अनेक लोगों की सहायता किसी न किसी रूप में की जा चुकी है। संचालन राम कुमार बाबा और धन्यवाद सुमन्त कुमार मौर्य ने किया। आज कैम्प में कुल 12मरीजों का आपरेशन एवं लेन्स प्रत्यारोपण आर. के नेत्रालय महमूर गंज वाराणसी में हुआ। कुल 290 मरीजों ने आज रजिस्ट्रेशन कराया जिसमें 34 मरीजों को मोतियाबिन्द के लिए चिन्हित किया गया। इस मौके पर डा. राहुल प्रधान, डा. अरविन्द गौतम, डा. स्मृति, डा. अतुल शाहू, अवनीश मौर्य, सत्यानन्द रस्तोगी, सोनू द्विवेदी, रोशन द्विवेदी, अमरेश उपाध्याय, दिलीप गुप्ता, राजकुमार बाबा, मुजक्किर, मोनू, गुड्डू पाण्डेय, जहुर आलम, अमजद, बीरूद्दीन, अजय सिंह, संजय पाल राधेश्याम, मोछू, रिंकू विश्वकर्मा, विनोद मौर्य, विजयी सिंह सहित नवयुवक मंगल दल शहाबगंज के दर्जनों युवा कार्यकर्ता उपस्थित रहे।