कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। पं0 चन्द्रिकाप्रसाद इण्टर कालेज भुगनियांपुर, कानपुर देहात के सभागार में जनपद के समस्त माध्यमिक विद्यालयों के प्रबन्धक/प्रधानाचार्य की नवीन सत्र की तैयारियों पर आधारित बैठक आहूत की गयी। बैठक में विभाग के निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित किये जाने हेतु जिला विद्यालय निरीक्षक अरबिन्द कुमार द्विवेदी ने मुख्य बिन्दुओं पर दिशा-निर्देश दिये।
जिला विद्यालय निरीक्षक ने कहा कि विद्यालय के छात्र/छात्राओं की उत्तरपुस्तिकाओं का शिक्षकों द्वारा निरन्तर मूल्यांकन कर उन्हें प्रधानाचार्याें द्वारा पुनर्वलोकन कराया जाय। विद्यालय में आवागमन रजिस्टर तैयार किया जाय। शिक्षक डायरी तैयार करायी जाय। आदेश पंजिका का रजिस्टर तैयार किया जाय। प्रत्येक कक्षा में कमजोर छात्रों हेतु रजिस्टर तैयार कराया जाय। उपस्थिति पंजिका में छात्र/छात्राओं की उपस्थिति का सही अंकन किया जाय एवं अनुपस्थित छात्रों हेतु अभिभावकों से सम्पर्क स्थापित कर शतप्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित करायी जाय। प्रार्थना सभा में नवीन जानकारियां, नैतिक शिक्षा, समसामायिक घटनाओं की जानकारी, स्वास्थ्य शिक्षा एवं महापुरूषों के चरित्र पर चर्चा-परिचर्चा की जाय। प्रधानाचार्य विवेकाधीन अवकाश मात्र 03 दिन ही अनुमन्य है। विवेकाधीन अवकाश करने से कम से कम 02 दिन पूर्व जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में इसकी सूचना अवश्य दी जाय। विद्यालय कार्य दिवस में कम से कम एक वादन योग/व्यायाम/क्रीडा का अवश्य रखा जाय। प्रधानाचार्य कक्ष में उनके हस्ताक्षर हेतु शिक्षण कार्य हेतु समयसारिणी कक्षावार एवं शिक्षकवार कार्यालय में अवश्य चस्पा किया जाय। अध्यापक के अवकाश में होने पर अन्य अध्यापकों के व्यवस्था वादन लगाकर शिक्षण कार्य बाधित होने से बचाया जाय। विद्यालय भवन के 100 मीटर की परिधि में नशा तम्बाकू निषेद्य क्षेत्र घोषित किया जाय एवं बाउण्ड्री एवं गेट पर इसकी नोटिस चस्पा की जाय। बिना लाइसेंस व हेलमेट के विद्यालय के समस्त स्टाफ एवं छात्र/छात्राओं को विद्यालय आने से रोका जाय। बसों के संचालन की व्यवस्था नियमानुसार फिटनेस सहित ही मान्य होगी अन्यथा की स्थिति पाये जाने पर प्रबन्धक/प्रधानाचार्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी जायेगी।
उन्होंने कहा कि सप्ताह में कम से कम एक माह के बाद यातायात नियमों की जानकारी अवश्य दी जाय। रोड सेफ्टी क्लब का गठन कराया जाय। विद्यालय की आस्तियों के अपव्यय का रजिस्टर तैयार किया जाय। कोई भी संस्था द्वारा प्रेषित पत्र जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में मेमो द्वारा स्वीकार नहीं किया जायेगा एवं सभी संलग्नकों पर भी पत्र प्रेषण अधिकारी के हस्ताक्षर अवश्य होना चाहिये। वृक्षारोपण कार्यक्रम हेतु संस्था प्रधान गड्ढे अपनी व्यवस्था से खुदवाकर तैयार करें तथा उनके लगाने हेतु पौधे निःशुल्क प्रदान किये जायेंगें। संस्था प्रधान कर्मचारियों द्वारा वृक्षों की सुरक्षा कराने हेतु जिम्मेदारी निभाने हेतु निर्देशित करेंगें। एम0डी0एम0 का गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाय। मेनू के अनुसार ही भोजन बनवाना सुनिश्चित करें, जिसके निरीक्षण हेतु पूरे जिले को तहसीलवार 06 भागों में बांटकर राजकीय विद्यालय के प्रधानाचार्यों द्वारा निरीक्षण कराया जायेगा। प्रत्येक छात्र/छात्रा का आधार नामांकन नितान्त आवश्यक है। कन्या सुमंगला योजना हेतु रजिस्टर बनाया जाय। कक्षा-6 व 9 में प्रवेशित बालिकाओं हेतु क्रमशः 2000 व 3000 रूपये विभाग द्वारा एकमुश्त दिलाया जायेगा। जिस हेतु अभिभावक की वार्षिक आय अधिकतम 03 लाख ही मान्य होगी और यह लाभ उन अभिभावकों के लिये ही अनुमन्य होगा, जिनके मात्र 02 ही बच्चे हों। 03 बच्चे उसी दशा में मान्य होंगें, जब छोटे 02 बच्चे जुडवां हों एवं वे दोनों बालिकायें ही हों। सुमंगल कन्या योजना के अन्तर्गत विद्यालय से उत्तीर्ण करने वाले छात्र/छात्राओं को उच्च कक्षाओं/विश्वविद्यालयों में प्रवेश हेतु प्रधानाचार्य प्रेरित करें एवं उसका रजिस्टर भी तैयार करें। ऐसे छात्र/छात्राओं को 5000/- रूपये की एकमुश्त सहायता विभाग द्वारा दिलायी जायेगी। संस्था प्रधान एवं कार्यालय का फोन किसी भी दशा में स्विच आफ नहीं रहेगा अन्यथा उचित कार्यवाही की जायेगी।
कार्यक्रम का संचालन शिक्षक नेता एवं प्रधानाचार्य अमर सिंह सचान द्वारा किया गया। कार्यक्रम में जिला समन्वयक सत्यनारायण कटियार एवं प्रधानाचार्य राजेश सिंह, हाकिम सिंह, राधेमोहन त्रिपाठी, विनोद मिश्र, डा0 योगेश मिश्रा, डा0 अजयपाल सिंह, अजय गुप्ता, जयराम बाबू, बाबू सिंह यादव, केपी शर्मा, पदम वर्मा, सर्वेश कुशवाहा, कुलदीप दुबे, विनोद द्विवेदी एवं मुन्नी दीक्षित के अतिरिक्त राजकीय विद्यालय के प्रधानाचार्य देशराज दिवाकर, धर्मेश द्विवेदी, विमल कुमार, दीपक द्विवेदी, कमला यादव, किरन वर्मा, सारिका वाष्र्णेय एवं कार्यालय की ओर से संजय कुमार चतुर्वेदी, विपिन यादव, देवेन्द्र मिश्र आदि लोग उपस्थित रहे।