Thursday, November 7, 2024
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जोखिमभरा है गड्डायुक्त सड़क पर चलना

सरवनखेड़ा, कानपुर देहात। सरवनखेड़ा विकासखंड के निनायाँ गांव में सड़क की हालत ऐसी है जैसे पहाड़ों पर भ्रमण कर रहे हो। एक तरफ प्रदेश के सीएम सड़कों को गड्ढामुक्त करने का आदेश जारी कर रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ उनके आदेश की धज्जियां उड़ाई जा रही है। इसकी बानगी अगर देखना है तो फिर निनायाँ गाँव में देख सकते हैं। यहां सड़क गड्ढा मुक्त नहीं बल्कि गड्ढायुक्त नजर आ रही है। ग्रामीण काफी परेशान रहते हैं क्योंकि सड़क गहरे गड्ढों में तब्दील हो चुकी है। इसको लेकर ग्रामीणों ने कई बार विभागीय अधिकारियों से सड़क बनवाने के लिए निवेदन किया लेकिन अभी तक उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई। सरवनखेड़ा से गजनेर की ओर जाने वाले राजमार्ग से एक लिंक रोड निनायाँ गाँव के लिए गया है। यह रोड तो चलने लायक है किंतु गाँव (राजेंद्र) से जवाहर लाल नेहरू इंटर कॉलेज निनायाँ की ओर जाने वाली सड़क गड्ढों में तब्दील हो चुकी है। इस रोड पर दो प्राथमिक विद्यालय व दो आंगनवाड़ी केंद्र व एक इंटर कॉलेज बना हुआ है। हजारों की संख्या में छोटे बच्चे इन स्कूलों में एवं आंगनवाड़ी केंद्र में पढ़ रहे हैं, फिर भी इस तरफ कोई भी ध्यान नहीं दे रहा है। ना तो ग्राम प्रधान की तरफ से इस सड़क निर्माण के लिए कोई कार्य कराया गया और ना ही विधायक द्वारा इस ओर कोई ध्यान दिया गया।अधिकारी भी इस सड़क निर्माण में रुचि नहीं दिखा रहे हैं, जबकि इस सड़क का निर्माण किया जाना अत्यंत ही महत्वपूर्ण है क्योंकि इस सड़क पर कई सरकारी विद्यालय एवं आंगनवाड़ी केंद्र बने हुए हैं जिससे कि छोटे-छोटे बच्चों के आवागमन में उनको अत्यधिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इस सड़क पर रोजाना कई बच्चे व कई लोग गिरकर घायल होते रहते हैं।
ऐसा नहीं है कि यह कहानी उत्घ्तर प्रदेश के सिर्फ एक गांव निनायाँ की है। कुछ ऐसी ही कहानी प्रदेश के सैकड़ों गाँवो से अक्घ्सर सामने आती रहती है। सड़कों की इसी बदहाली पर हाल ही में मुख्घ्यमंत्री योगी आदित्घ्यनाथ ने नाराजगी भी जाहिर की थी। ग्रामवासी अभिषेक सिंह का कहना है कि सरकार हेलमेट, सीट बेल्ट के लिए कड़े नियम बनाकर वसूली कर रही है, तो फिर टूटी सड़कों के लिए सरकार पर जुर्माना लगाने का अधिकार जनता को मिले। तब जाकर टूटी सड़कें सुधरेंगी। गड्ढायुक्त सड़कों पर नालियों का गंदा पानी आने से जलभराव की स्थिति बनी रहती है जिससे स्कूल जाने वाले छात्रों व राहगीरों का निकलना दूभर हो गया है। आए दिए पैदल चलने वाले, साइकिल व बाइक से चलने वाले लोग फिसलकर गिरने से चोटिल हो रहे हैं। स्कूल जाने वाले छात्र-छात्राओं को कीचड़ से होकर जाना पड़ रहा है। स्थानीय लोगों ने बताया कि कई बार ग्राम प्रधान, तहसीलदार से सड़क की मरम्मत को लेकर बात की गई लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। इस मौके पर दिनेश, राजेन्द्र, गजेन्द्र, हरि बाबू, राम बाबू, राजेश, राकेश, दिनेश, सुनील, आजम खा, मोहम्मद खालिद इत्यादि ग्रामीण मौजूद थे।