नौगढ चन्दौलीः दीप नारायण यादव। महर्षि बाल्मीकी सेवा संस्थान देवखत के रजत जयंती समारोह के अवसर पर आयोजित चार दिवसीय बसंत मेला के तीसरे दिन परिसर में आखर साहित्य के तरफ से कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसमे ख्यातिबद्ध कवियों ने अपनी अपनी स्वरचित रचनाओं को सूनाकर देश की समस्या, शासन व्यवस्था,पारिवारिक व बासंतिक तथा तथाकथित बाबाओं पर प्रहार करके श्रोताओं को तालियां बजाने को विवश कर दिया। कवि सम्मेलन का शुभारंभ कवि मनोज द्विवेदी मधुर ने सरस्वती वंदना –हे वेद मयी हे शब्द जननी सुर ताल लय से सजाने वाली काब्य पाठ करके किया।
जनपद मिर्जापुर से आए कवि नरसिंह साहसी ने देख मोदी क नया चमत्कार जमाना संशय में जौनपुर से आए कवि ओमप्रकाश यादव ने अपनी रचना सबसे पहिले लिखिहा आपन भारत हौ महान।
ज्योति द्विवेदी ने चला अपने गांवे क होली देखाईं।
चकिया के कवि स्वतंत्र कुमार श्रीवास्तव नवल ने एगो माटी क घड़उवा एगो पीपले क छांव।
आकाशवाणी वाराणसी के झगड़ू भैया ने कैश के आंधी में उधराईल दुनियां।
चन्दौली से आए कवि मनोज मधुर ने गांव की गंध लेके आया हूँ। प्रीत अनुबंध लेके आया हूं। सुनाकर करके श्रोताओं को मंत्र मुग्ध कर दिया।
कवि मंच की अध्यक्षता कृष्णा नन्द द्विवेदी गुलाब व
संचालन कुमार प्रवीण गाजीपुर ने किया।
इस मौके पर काफी संख्या में लोग मौजूद रहे।