Thursday, May 22, 2025
Breaking News
Home » मुख्य समाचार » ओलावृष्टि से फसले बर्वाद, किसानों की परेशानियां बढ़ी

ओलावृष्टि से फसले बर्वाद, किसानों की परेशानियां बढ़ी

रसूलाबाद/कानपुर देहात, संतोष गुप्ता। रसूलाबाद तहसील क्षेत्र में बेमौसम तेज हवाओं के झोकों के बीच हुई बारिश के साथ गिरे ओलों ने हजारों एकड़ भूमि पर खड़ी गेहूं की फसल को भारी क्षति पंहुचाकर किसानो की कमर ही तोड़ दी है। गेंहू लाही व चने की खड़ी फसल खेतो में ही पलट जाने से किसानों के खुशियो के अरमान एक झटके में ही दुखो में बदल गए है। किसानों  की आंखों में आंसू दिखाई दे रहे है और उनके चेहरों पर मायूसी सी छा गयी है। इस ओला वृष्टि से सबसे ज्यादा उन किसानों के खेतों की फसलों को क्षति पंहुची है जिन्होंने अभी हाल ही में खेतों पानी लगाया था। राजनैतिक दलों में समाजवादी पार्टी छात्र सभा के पूर्व प्रदेश सचिव विजय गुप्ता व युवजन सभा के पूर्व प्रदेश सचिव हाजी फैजान ने प्रदेश के मुख्य मंत्री से किसानों की फसलों की हुई क्षति का आकलन कराकर अविलम्ब मुआवजा दिलाये जाने की मांग की है।
शुक्रवार सायं 5 बजे के करीब तेज वारिस के साथ हुई जबरजस्त ओला वृष्टि से किसानों की फसलों  को भारी क्षति पंहुची है। ओला वृष्टि से व तेज हवाओं के साथ हुई वारिस से किसानों की फसलें खेतो में ही बिछ सी गई है। दो तीन दिनों से  बेमौसम हो रही बारिश से किसान तो चिंतित था ही आज हुई ओला वृष्टि ने उसके अरमानो को ही चकनाचूर कर दिया। किसानों ने बताया कि गेंहू चने व लाही की फसल के साथ सब्जियों की फसलों को भी भारी नुकसान पहुंचा है। बेमौसम वारिस ने ठंड भी बढ़ा दी है। सबसे ज्यादा ओला वृष्टि से प्रभावित क्षेत्रों में रसूलाबाद पहाड़ीपुर, असालतगंज, कठिका, बुझवा, मलखानपुर, अमरोहिया, महेरा, दशहरा, समायूं, कहिंजरी खुर्द पोवा, मलगांव थाना पूर्वा सहित सैकड़ों गांव के किसानों की हजारों बीघा भूमि पर खड़ी फसलों को भारी क्षति बताई जा रही है। जिसकी देहा लेखपालों से प्रशासन को सर्वे कराकर हुई क्षति का आकलन कराकर आर्थिक मदद करनी चाहिए।