कानपुरः जन सामना संवाददाता। निर्भया के गुनहगारों को आखिरकार तिहाड़ जेल में शुक्रवार की सुबह फांसी दे दी गई। भले ही निर्भया आज हमारे बीच में नहीं है मगर उसकी यादें आज भी हमारे बीच मे बनी हुई है। वह दिन आज भी देशवासी भूल नहीं पाए हैं। यही वजह है कि जैसे ही निर्भया के आरोपियों को फांसी की सजा दी गई वैसे ही शहर में कई जगह जश्न का माहौल देखने को मिला। शहर के किदवई नगर वाई ब्लाॅक में स्थानीय लोग तिरंगा यात्रा को लेकर गली-गली घूमे। उन्होंने लोगों को मिठाईयां खिलाकर खुशी का इजहार किया। समाजसेवी ज्ञानेश मिश्रा ने बताया कि आज का दिन इतिहास के पन्नों में दर्ज होगा क्योंकि तमाम कानूनी प्रक्रिया के बाद आखिरकार बलात्कार के आरोपियों को फांसी दे दी गई। इस अवसर पर लोगों ने मांग की कि सरकार और सुप्रीम कोर्ट कुछ इस तरह के कानून लाएं जिससे कि निर्भया जैसे वीभत्स अपराध को अंजाम देने वाले आरोपियों को तत्काल फांसी की सजा दी जा सके ।