कानपुर, अर्पण कश्यप। कोरोना से पीड़ित लोगों के लिये बहुत सी सरकारी व गैर सरकारी संस्थाये आगे आयी व गरीबों, लाचारों का हाथ थामा लाॅकडाउन से सबसे ज्यादा गरीब तबके लोग ही प्राभावित हुए हैं। जिनके खाने पीने की व्यवस्था करने के लिये लोग तन मन धन से लगे हुये है। ऐसे में एक नया नाम चर्चा में आया हैं कदम।
कदम नामक संस्था लगभग दो वर्षों से लोगों की सेवा कर रही हैं पर कभी चर्चा में नहीं रही। इस संस्था की मात्र एक सोच हैं एक भारत श्रेष्ठ भारत।
कदम के साथियों द्वारा 10 दिन से लगातार सड़क किनारे रहने तथा जुग्गी झोपड़ी में रहने वाले लोगों को पका हुआ भोजन वितरित किया जा रहा हैं। टीम द्वारा कनिका अस्पताल, हैलट, लीलामणी अस्पताल जैसे स्थानो पर भी लंच पैकट बाॅटे गये है। इसके अलावा शहर के अन्य क्षेत्र चुन्नीगंज, परेड, लाल ईमली, बड़ा चैराहा, सिविल लाइंस, 80 फिट रोड तथा हर्ष नगर जैसे इलाकों में घूम-घूम कर प्रतिदिन 300 से अधिक जरूरतमंद नागरिकों को भोजन कराया जा रहा हैं। सहयोगियों के रूप में संस्था से आदर्श द्विवेदी, हेरम्भ वर्मा, मयंक वर्मा आदि लोग मौजूद रहे। कदम के कदमों को आगे बढ़ाने में कई दान दाताओं का सहयोग संस्था को देश के अलग-अलग राज्यों से प्राप्त होता है संस्था लगभग पिछले एक सप्ताह से शहर में सेवा देने का कार्य कर रही है जिसके अंतर्गत आवारा पशुओं को हरी घास भी खिलाते हैं।