कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। कोरोना वैश्विक महामारी में सबसे ज्यादा किसान परेशान हैं। एक ओर न उनकी फसलें उचित मूल्य में बिच रहीं हैं और न ही पशुपालन करने वाला को दूध के सही दाम मिल रहे हैं। दूसरी ओर आंधी-तूफान व बारिश से फसलों को काफी नुकसान हुआ है। ये सब तो छोड़िए किसानों को मिलने वाली पीएम किसान सम्मान निधि भी विभाग की लापरवाही की वजह से कई किसानों को नहीं मिल पा रही है। सिर्फ कागजों में बैठकें व समस्याओं के निस्तारण हो रहें हैं। कोरोना जैसी विकट परिस्थिति में भी सैकड़ों किसान ‘पीएम किसान सम्मान निधि से वंचित हैं।
केन्द्र सरकार की ओर से किसानों को आर्थिक मजबूती प्रदान करने के लिए 2 साल पहले शुरू की गई प्रधानमंत्री कृषक सम्मान निधि योजना के आवेदनों में कमियों के चलते कई किसानों के खातों में अभी तक राशि नहीं पहुंच रही है। ऐसे में मदद मिलना तो दूर, सुधार के नाम पर उलटे किसानों की जेब से राशि खर्च हो रही है। योजना के तहत इस श्रेणी के किसानों के खातों में सीधे छह हजार रुपए प्रतिवर्ष भेजे जाने हैं। राशि तीन किश्तों में सीधे किसानों के खातों में डाली जानी है।आवेदन भरते समय ई-मित्र व इस कार्य में लगाये गये कार्मिकों की लापरवाही य अन्य वजह से जानकारी गलत फीड होने पर वास्तविक आवेदनकर्ता के खाते में राशि नहीं पहुंच रही है। कहीं गलत खातों में राशि जा रही है, तो किसी आवेदनकर्ता के बैंक के आईएफएससी कोड गलत दर्ज करने से खाते से बैंक मेल नहीं खा रहे हैं, किसी के आधार नम्बर तो किसी के मोबाइल नंबर गलत फीड कर दिये गए हैं जिसके चलते राशि अटक रही है। ऐसे में किसानों को राशि के लिए ई-मित्र संचालकों, लेखपालों से लेकर जिला प्रशासन तक चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। ऐसे किसानों की संख्या हजारों में है।
गलत कर दिया बैंक खाता नंबर :-
आवेदक गंगावती पत्नी राम औतार ग्राम-जगइयापुर, ब्लॉक-राजपुर, तहसील-सिकन्दरा का इस योजना में 15 फरवरी 2019 को लेखपाल के माध्यम से रजिस्ट्रेशन हुआ था। रजिस्ट्रेशन नंबर UP106623085 है, किंतु कर्मचारियों की लापरवाही से इनका बैंक खाता नंबर गलत फीड कर दिया गया। अब उनके खाते की धनराशि किसी अन्य व्यक्ति के खाते में जा रही है। अब खाते में संशोधन न तो ई मित्र पर हो रहा और न हीं तहसील स्तर पर। गंगावती ने कई बार लिखितरूप में साक्ष्य सहित उप कृषि निदेशक कानपुर देहात से सही बैंक खाते में राशि स्थानांतरण करने की गुहार लगाई किन्तु उनके द्वारा भी समस्या का निराकरण नहीं किया गया। अंततः उन्होंने मुख्यमंत्री के जन सुनवाई पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत नम्बर 40016319014546 है।
उप निदेशक ने उक्त शिकायत कर्ता को 14 नम्बर 2019 को मुख्यमंत्री जनसुनवाई पोर्टल के माध्यम से आख्या भेजी जिसमें खाता सही किये जाने की जानकारी दी गई किन्तु आज तक उनके खाते में पीएम किसान निधि की एक भी किस्त नहीं आई है।
इससे प्रतीत होता है कि इस विभाग में कितने बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार व्याप्त है। ये तो उदाहरण मात्र है हजारों लोग इस समस्या से परेशान हैं। यहां किसान परेशान हैं सुनने वाला कोई नहीं है।
गलत कर दिया बैंक खाता नंबर :-
आवेदक गंगावती पत्नी राम औतार ग्राम-जगइयापुर, ब्लॉक-राजपुर, तहसील-सिकन्दरा का इस योजना में 15 फरवरी 2019 को लेखपाल के माध्यम से रजिस्ट्रेशन हुआ था। रजिस्ट्रेशन नंबर UP106623085 है, किंतु कर्मचारियों की लापरवाही से इनका बैंक खाता नंबर गलत फीड कर दिया गया। अब उनके खाते की धनराशि किसी अन्य व्यक्ति के खाते में जा रही है। अब खाते में संशोधन न तो ई मित्र पर हो रहा और न हीं तहसील स्तर पर। गंगावती ने कई बार लिखितरूप में साक्ष्य सहित उप कृषि निदेशक कानपुर देहात से सही बैंक खाते में राशि स्थानांतरण करने की गुहार लगाई किन्तु उनके द्वारा भी समस्या का निराकरण नहीं किया गया। अंततः उन्होंने मुख्यमंत्री के जन सुनवाई पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत नम्बर 40016319014546 है।
उप निदेशक ने उक्त शिकायत कर्ता को 14 नम्बर 2019 को मुख्यमंत्री जनसुनवाई पोर्टल के माध्यम से आख्या भेजी जिसमें खाता सही किये जाने की जानकारी दी गई किन्तु आज तक उनके खाते में पीएम किसान निधि की एक भी किस्त नहीं आई है।
इससे प्रतीत होता है कि इस विभाग में कितने बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार व्याप्त है। ये तो उदाहरण मात्र है हजारों लोग इस समस्या से परेशान हैं। यहां किसान परेशान हैं सुनने वाला कोई नहीं है।