प्रशासन के साथ-२ समाज की संवेदनशीलता भी इस मामले पर अब तक परिपक्व नहीं
रायबरेली, पवन कुमार गुप्ता। लखनऊ-प्रयागराज हाईवे पर जनपद रायबरेली के गोल चौराहा के पास मधुबन क्रॉसिंग के ऊपर बने ओवर ब्रिज पर आजकल राहगीरों को पतंगे उड़ती दिखाई दे रही हैं। इन उड़ती पतंगों से समस्या तो तब उत्पन्न हुई जब बीते दिन बुधवार को एक बाइक सवार रतापुर से सिविल लाइन की तरफ आ रहा था तो इस ओवर ब्रिज पर गोल चौराहे की तरफ उतरते समय एक कटी हुई पतंग का मांझा उसके चेहरे पर लगे हेलमेट में आकर फंस गया और हेलमेट में लगा हुआ शीशा थोड़ा सा खुले होने के कारण उस मांझे से उसके नाक और मुंह के बीच का हिस्सा खरोंच गया। हालांकि हवा तेज होने के चलते जल्द ही वह मांझा उसके चेहरे से खिसक कर निकल गया।इस तरह कटी हुई पतंग के मांझे से बाइक सवार युवक बड़ी दुर्घटना होने से सकुशल बच गए। लेकिन तभी चौराहे के आसपास के स्थानीय रिक्शा चालक और दुकानदारों ने बताया कि अक्सर खुशनुमा मौसम में ओवर ब्रिज के आसपास बने मकानों से कुछ युवा दोपहर के समय में पतंग उड़ाते रहते हैं।
यदि हाईवे पर और ओवर ब्रिज के नजदीक पतंगबाजी का शौक रखने वाले युवाओं को जल्द ही ना रोका गया तो इस रास्ते पर कभी ना कभी बाइक सवार युवक बड़े हादसे का शिकार हो सकते हैं।इन्हें रोकने का दूसरा कारण यह भी है कि आसमान ना सिर्फ इंसानों का है कि हम वहां प्लेन भी उड़ाएं, ध्वनि प्रदूषण भी करें फिर मांझे से पतंग उड़ा कर पक्षियों की जिंदगी को भी छीन लें। उड़ती पतंगों के इन मांझों से आसमान में उड़ने वाले पक्षी भी घायल होते हैं। अक्सर मकर संक्रांति के मौके पर या फिर 15 अगस्त के बाद भी लोग पतंगबाजी का शौक शुरू करते हैं।इन हरकतों से शौक तो पूरे हो जाते हैं लेकिन सोशल मीडिया पर सामने आई कुछ घायल पक्षियों की फोटो रोंगटे खड़े कर देने वाली है कि कैसे हम उनकी जिंदगी को आजादी से जीने भी नहीं देते हैं। सिर्फ एक मांझे से किसी की जान जाना ठीक नहीं है अपने मनोरंजन का मतलब यह नहीं कि दूसरे को मुसीबत में डाल दिया जाए।