Wednesday, November 27, 2024
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बैक कर्मियों ने निजीकरण और आउटसोर्सिंग बंद करने की मांग

फिरोजाबाद। करोड़ों का लेन देन करने वाले बैंक कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर चले गए। इसके चलते उपभोक्ताओं को परेशानियों का सामना करना पड़ा तो, वहीं बैंककर्मी अपनी मांगों को लेकर आवाज बुलंद करते नजर आए। दो दर्जन से अधिक बैंककर्मियों ने दो दिन तक हड़ताल जारी रखने की चेतावनी दी है। निजीकरण के विरोध एवं अन्य लंबित मांगों को लेकर बैंक अधिकारी व कर्मचारी सोमवार से दो दिवसीय काम बंद हड़ताल पर चले गए। राष्ट्रीय संगठन अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ (एआईबीईए) व आल इंडिया बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन (एआईबीओए) द्वारा 28 व 29 मार्च को राष्ट्र व्यापी हड़ताल का आह्वान किया गया है। सुबह 10 बजे छिंगामल बाग आगरा गेट स्थित ओरिएंटल बैंक पर बैंक कर्मियों का धरना शुरू हो गया। मांगें पूरी न होने को लेकर कर्मचारी दो दिन तक हड़ताल पर रहेंगे। संगठन के वाइस प्रेसीडेंट मनीष कुमार यादव ने कहा कि बैंकों का निजीकरण बंद होना चाहिए। आउटसोर्सिंग व्यवस्था को बंद करें। अनुबंधित कर्मचारी और बीसी को नियमित किया जाए। छंटनी बंद करें। ऋणों की वसूली शुरू करें। न्यू पेंशन स्कीम को समाप्त कर पुरानी पेंशन को बहाल करें। इन्हीं मांगों को लेकर आज बैंककर्मी हड़ताल पर हैं। सुबह से ही संगठनों के पदाधिकारी मांगों को लेकर आंदोलनरत रहे। हड़ताल पर जाने वालों में अशोक माहेश्वरी, नागेंद्र, अरविंद यादव, धर्मेंद्र कुमार, सलीम खान, वंदना कुमारी, ज्योति गुप्ता, इश्मिता वर्मा आदि उपस्थित रहे।