हाथरस। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजनार्तगत जिला स्पोर्टस स्टेडियम में गरीब एवं असहाय परिवारों की 241 पुत्रियों का सामूहिक विवाह समारोह आज सौहार्दपूर्ण माहौल में विधि विधान पूर्वक मंत्रोच्चारण के साथ सम्पन्न हुआ तथा सभी अतिथियों ने नवविवाहित वर-वधू को उनके सुखद जीवन के लिए आर्शीवाद देते हुए उज्ज्वल भविष्य की कामना की। आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया।भव्य विशाल पंडाल में सामूहिक विवाह कार्यक्रम का शुभारंभ विधायक सिकन्द्राराऊ वीरेन्द्र सिंह राणा, विधायक सदर अंजुला सिंह माहौर, जिलाध्यक्ष गौरव आर्य, जिलाधिकारी रमेश रंजन तथा मुख्य विकास अधिकारी साहित्य प्रकाश मिश्र ने दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम का विधिवत रूप से किया। मंच पर आसीन सभी अतिथियों का बुके भेंट कर स्वागत किया गया।
विधायक सदर अंजुला सिंह माहौर ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अन्तर्गत 241 गरीब परिवारों की पुत्रियों का विवाह समारोह सम्पन्न हो रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत गरीब परिवार की पुत्रियों का विवाह कराया जाता है। यह योजना बहुत ही लाभकारी सिद्ध हो रही है। सामूहिक विवाह कार्यक्रम के लिये जिला स्पोर्टस स्टेडियम में जिला प्रशासन द्वारा की गई व्यवस्थाओं की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह प्रदेश सरकार की एक महत्वपूर्ण योजना है। उन्होने कहा कि प्रदेश सरकार की इस योजना से समाज के अन्तिम छोर पर खड़े गरीब व्यक्ति तक लाभ पहुॅचा है। इसके अलावा इस विवाह समारोह मेंसभी लोगों का आपसी सामंजस्य एक-दूसरे के प्रति लगाव को दर्शाता है। जिसके तहत जनपद के विभिन्न धर्म तथा समुदाय के लोगों ने समारोह में हिस्सा लिया। उन्होनें योजना की तारीफ करते हुए कहा कि सामजिक समरसता की दिशा में यह योजना वरदान साबित होगी। उन्होंने कहा कि केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न लाभपरक व जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ पात्र लाभार्थियों तक पहुँचे। राज्य सरकार द्वारा पात्र लाभार्थियों को मुफ्त राशन दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि महिलाओं को स्वावलंबी एवं आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास किया जा रहा है तथा उनको रोजगार मुहैया कराया जा रहा है।विधायक सिकन्द्राराऊ वीरेन्द्र सिंह राणा ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अन्तर्गत गरीब एवं असहाय परिवारों की पुत्रियों का विवाह कराया जा रहा है। सामूहिक विवाह योजना के अन्तर्गत सभी समुदाय एवं धर्मों के रीति रिवाजों के अनुसार व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि पहले के समय में लड़कियों की शादी करना माता पिता के लिये एक बड़ी जिम्मेदारी का कार्य होता था। जिसके लिये गरीब परिवारों को कर्ज तक लेना पड़ता था। जिससे उनकी आर्थिक स्थिति कमजोर हो जाती थी। समाज के हर पहलू को देखते हुए शासन द्वारा विभिन्न योजनाओं का संचालन किया जा रहा है। जिसके अन्तर्गत पात्र लाभार्थियों को लाभान्वित किया जा रहा है।जिलाध्यक्ष गौरव आर्य ने मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह कार्यक्रम में कहा कि सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं को घर-घर तक पहुंचाऐ। श्रम विभाग, कृषि विभाग तथा विभिन्न विभागों द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की प्रशंसा की। उन्होंने ने कहा कि हमारा और हमारी सरकार का मुख्य उद्देश्य पंक्ति में खड़े अंतिम व्यक्ति तक योजनाओं का लाभ पहुंचाना है। शासन और सरकार की मंशा के अनुरूप पात्र लाभार्थियों को लाभ दिलाऐं तथा कोई भी पात्र लाभार्थी किसी भी दशा में सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न लाभपरक योजनाओं का लाभ लेने से वंचित नहीं रहना चाहिए।सदस्य विधान परिषद उप्र चौ. ऋषि पाल सिंह, विधायक सादाबाद प्रदीप कुमार उर्फ गुडडू चौधरी, सांसद प्रतिनिधि ठा. राजेश सिंह उर्फ गुडडू ने आयोजित कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए अधिकारियों व कर्मचारियों को बधाई दी तथा इस पावन अवसर पर नवविवाहित वर-वधू को शुभार्शीवाद दिया।जिलाधिकारी रमेश रंजन ने मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना कार्यक्रम में सभी नवविवाहित वर-वधू को उनके सुखद जीवन के लिए आर्शीवाद देते हुए उज्जवल भविष्य की कामना की। उन्होंने विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों, निराश्रित, निर्धन परिवारों के विवाह योग्य कन्याओं के लिए मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना प्रदेश के अंदर निवास करने वाले सभी समुदायों व वर्गों के व्यक्तियों के लिए संचालित है। गरीबी रेखा के नीचे निवास करने वाले परिवार जिनकी वार्षिक आय दो लाख रूपये से कम है वे सभी लाभ लेने के लिए अनुमन्य हैं। उन्होंने बताया कि जनपद के समस्त विकास खण्डों एवं नगरीय क्षेत्रों से लगभग 241 जोड़ों का विवाह कार्यक्रम सम्पन्न हो रहा है। जिसमें 20 मुस्लिम जोड़े भी शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र के अन्तर्गत विकास खण्ड हाथरस में 29, विकास खण्ड मुरसान में 30, विकास खण्ड सासनी में 35, सिकन्द्राराऊ 25, हसायन 26, सहपऊ 39, सादाबाद में 27 जोड़े तथा शहरी क्षेत्र के नगरीय निकाय हाथरस 5, सिकन्द्राराऊ 8, मुरसान 2, मैण्डू 3, सहपऊ 1, सादाबाद 2, हसायन 4, पुरदिलनगर 1 तथा सासनी में 4 जोड़ों का विवाह पंजीकरण कराया गया है। उन्होंने बताया कि योजनार्न्तगत प्रत्येक जोड़े पर 51 हजार रूपये का व्यय आता है। जिसमें संबंधित वधू पक्ष अर्थात कन्या को 35 हजार रूपये की अनुदान राशि उनके स्वयं के बैंक खाते में अन्तरित की जाती है तथा 10 हजार रूपये में वधू पक्ष को विवाह हेतु सामग्री जैसे चांदी की पायल, बीछिया, डिनर सेट, कपड़े, कम्बल, श्रृंगारदानी, कुकर, एक ट्रंक इत्यादि दिये जाते हैं तथा 6 हजार रूपये खान-पान, टैंट पण्डाल आदि की व्यवस्था पर व्यय होता है। उन्होंने बताया कि रजिस्ट्रेशन अधिकारी के द्वारा सभी जोड़ों का विवाह पंजीकरण भी किया जाता है।
सामूहिक विवाह कार्यक्रम का सफल संचालन महिला कल्याण अधिकारी मोनिका गौतम द्वारा किया गया। गरीब एवं असहाय परिवारों की 241 पुत्रियों का सामूहिक विवाह सौहार्दपूर्ण माहौल में सम्पन्न हुआ जिसमें से 221 जोड़ों का हिन्दू रीती रिवाज तथा 20 जोड़ों का मुुस्लिम रीति रिवाज के साथ किया गया। विवाह कार्यक्रम के उपरान्त नवविवाहित युगल तथा वर-वधू पक्ष के परिजनों ने पंडाल में भोजन ग्रहण किया।
सामूहिक विवाह कार्यक्रम के दौरान मुख्य विकास अधिकारी साहित्य प्रकाश मिश्र, जिला विकास अधिकारी अवधेश सिंह यादव, परियोजना निदेशक अश्वनी कुमार मिश्र, डी0सी0 मनरेगा, जिला पंचायत राज अधिकारी, जिला समाज कल्याण अधिकारी डा. सरिता सिंह, जिला समाज कल्याण अधिकारी, निर्माण निगम शिव कुमार, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी शाहीन, समस्त खण्ड विकास अधिकारी, आदि सहित बडी संख्या में मौजूद अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों आदि ने नवविवाहित दम्पतियों को शुभकामनायें दी।