Saturday, November 23, 2024
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आॅइली स्किनः समस्याएं और बचाव

2016-09-23-6-sspjsआॅइली स्किन का मतलब है आपकी स्किन में लिपिड लेवल यानि वसा की मात्रा ज्यादा होना। आपकी स्किन किस टाइप की है, यह तीन फैक्टर पर निर्भर होता है- पानी, लिपिड लेवल और संवेदनशीलता। आॅइली स्किन अकसर हार्मोनल बदलाव की वजह से होती है, इसका सम्बन्ध लाइफस्टाइल से भी है। आॅइली स्किन चमकदार, मोटी और बेजान होती है। इस तरह की स्किन वाले पुरुष और महिलाओं की आंख के नीचे काले धब्बे आने का खतरा रहता है। आॅइली स्किन में पोर्स यानि त्वचा में पाए जाने वाले छिद्र बड़े-बड़े होते हैं और सैबेकियस ग्लैंड ज्यादा सक्रिय होते हैं। नतीजा ऐसी स्किन आॅइली हो जाती है।
क्यों होती है आॅइली स्किन की समस्या
माहवारी के दौरान हार्मोनल बदलाव (Hormonal changes during menstruation) हर महीने मासिक धर्म के दौरान महिलाओं के शरीर में हुए हार्मोनल बदलाव से तैलीय ग्रंथि ज्यादा सक्रिय हो जाती है। इस दौरान निकले एंड्रोजेन हार्मोन की वजह से त्वचा में ज्यादा मात्रा में तेल निकलने लगता है, जिससे त्वचा के छिद्र भी बंद हो जाते हैं।
तनाव से भी बढ़ती है आॅइली स्किन की समस्याः टेंशन ज्यादा लेने से हार्मोनल संतुलन बिगड़ता है। एक शोध के अनुसार तनाव के दौरान शरीर से काॅर्टिसोल हार्मोन का रिसाव होता है जिस वजह से त्वचा तैलीय हो जाती है।
आनुवांशिकता भी है वजह (Heredity also makes skin oily) आॅइली स्किन का सम्बन्ध जीन से भी है। अगर आपके माता-पिता की स्किन आॅइली है तो संभव है आपकी स्किन भी आॅइली होगी क्योंकि ऐसा देखा गया है कि जिन लोगों की स्किन में सैबेकियस ग्लैंड सक्रिय रहती है, उनके बच्चों की त्वचा में भी ये ग्रंथि ज्यादा सक्रिय रहती है।
और भी हैं कई कारण:-
डाइट
प्रसव
काॅस्मेटिक्स
गर्मी और उमस
आॅइली स्किन की देखभाल के लिये केयर टिप्स
क्लींजिंग- चेहरे के पोर्स से तेल और गंदगी को साफ करने के लिये क्लींजर का प्रयोग करें। उसके बाद अपने चेहरे को हल्के गुनगुने पानी से धो लें।
दिन में दो तीन बार चेहरा धोएं। हफ्ते में दो बार फेस स्क्रब करें। इससे चेहरे की स्किन को सांस लेने में मदद मिलेगी और चेहरे पर ब्लैकहेड्स भी नहीं होंगे।
टोनिंग – आपका दूसरा स्टेप होना चाहिए, चेहरे की टोनिंग करना। चेहरे पर टोनर लगाइये जिससे स्किन के पोर्स बंद हो जाएं, नहीं तो खुले पोर्स में गंदगी फिर से जम सकती है। टोनर के रूप में गुलाब जल भी लगाया जा सकता है।
माॅइश्चराइजर- आॅइली स्किन तैलीय होती है मगर इसका यह मतलब नहीं कि आप उस पर माॅइश्चराइजर ना लगाएं। आपको वाॅटर बेस वाला माॅश्चराइजर लगाना चाहिए।
फेस मास्क- फेस मास्क लगाने से चेहरे की डेड स्किन निकल जाती है और चेहरा खिल जाता है। बाजार से फेस मास्क खरीदने से बेहतर है कि आप घरेलू चीजों जैसे नींबू, ओट्स, अंडा, दूध, पपीता आदि से फेस मास्क तैयार करें।
सेहतमंद आहार खाएं…..आॅइली फूड और बहुत ज्यादा फैट वाला आहार ना खाएं। आपको खूब फल और सब्जियां खानी चाहिए और लिक्विड डाइट में ग्रीन टी, जूस और पानी लेना चाहिए।
और भी हैं कई स्मार्ट टिप्स
कैलामाइन पैक में विटामिन सी टोनर मिलाकर पेस्ट बना लें। इसे हफ्ते में तीन बार चेहरे पर लगाएं। 20 मिनट बाद चेहरा धो लें।
मुल्तानी मिट्टी, चंदन पाउडर और नीम पाउडर को बराबर मात्रा में गुलाबजल के साथ मिलाकर हफ्ते में दो बार चेहरे पर लगाएं। बीस मिनट बाद चेहरा धो लें।
10 से 12 गिलास पानी पिएं। मिर्च-मसाले व फास्ट फूड आदि का सेवन कम से कम करें। सुबह खाली पेट एक आंवला खाएं।
चाहे जितनी गर्मी हो लेकिन अपने होठों पर लिप बाम लगाना बिल्कुल भी ना भूलें।
पाउडर न ही लगाएं तो बेहतर है, पाउडर लगाने से आपको ज्यादा पसीना आता है।
अगर चेहरा आॅइली है तो अपने चेहरे से गंदगी को हटाने के लिये स्क्रब करना ना भूलें।
लाइट आई शैडो का इस्तेमाल करें। कोई ऐसा शेड सलेक्ट करें जो आपकी स्किन टोन से मैच खाता हो।