एक कहावत है कि जोड़ियां आसमान से बन कर आती हैं, लेकिन यह कहावत केवल शादी-विवाह तक ही सीमित है क्योंकि बात जब राजनीति की हो तो दो लोगों के बीच में साझा रणनीति और सूझबूझ अहम हो जाती है। भारतीय राजनीति का इतिहास उन जोड़ियों से भरा पड़ा है, जिन्होंने अपने साझा विजन, नेतृत्व और रणनीतिक कौशल से देश की दिशा और दशा को आकार दिया। ये जोड़ियां न केवल अपनी पार्टी के लिए बल्कि पूरे राष्ट्र के लिए प्रेरणा का स्रोत बनीं। पंडित नेहरू-महात्मा गांधी की वैचारिक साझेदारी से लेकर नरेंद्र मोदी-अमित शाह की आधुनिक रणनीति तक, इन जोड़ियों ने भारतीय राजनीति को एक स्वर्णिम राह पर आगे बढ़ाया।
सर्व ज्ञात है कि स्वतंत्रता संग्राम में गांधी-नेहरू की जोड़ी ने भारत को एकजुट करने में अभूतपूर्व भूमिका निभाई। गांधी जी का अहिंसा और सत्याग्रह का दर्शन जन-जन तक पहुंचा, तो नेहरू ने अपने आधुनिक और समाजवादी दृष्टिकोण से कांग्रेस को संगठित किया। गांधी की नैतिक शक्ति और नेहरू की वैश्विक सोच ने भारत को आजादी की राह पर अग्रसर किया। यह जोड़ी विचारधारा और कार्यान्वयन के तालमेल का प्रतीक बन गई।
इसी क्रम में अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी की राजनीतिक जोड़ी भी आती है, जिन्हे भारतीय राजनीति में एक ऐतिहासिक और प्रभावशाली साझेदारी के रूप में जाना जाता है। दोनों भारतीय जनता पार्टी के संस्थापक नेताओं में से थे और उन्होंने पार्टी को राष्ट्रीय स्तर पर स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वाजपेयी और आडवाणी की जोड़ी की सफलता का आधार उनकी अलग-अलग लेकिन पूरक नेतृत्व शैली थी, जैसे वाजपेयी हिंदुत्व के विचारों को समर्थन देते थे, लेकिन उनकी छवि ऐसी थी कि गैर-भाजपा दल और अल्पसंख्यक समुदाय भी उन पर भरोसा करते थे। उनकी कविताएं और वक्तत्व कला ने उन्हें जनता का प्रिय नेता बना दिया था, जो आज भी कायम है। दूसरी ओर आडवाणी एक अनुशासित और रणनीतिक नेता थे। उन्होंने भाजपा को संगठनात्मक रूप से मजबूत किया और हिंदुत्व को केंद्र में रखकर पार्टी की विचारधारा को प्रचारित किया। 1998 में वाजपेयी के नेतृत्व में भारत ने पोखरण में परमाणु परीक्षण किया, जिसमें आडवाणी का समर्थन महत्वपूर्ण था। वहीं 1999 कारगिल युद्ध के दौरान वाजपेयी की कूटनीति और आडवाणी की आंतरिक सुरक्षा नीतियों ने भारत को मजबूत स्थिति में रखा।
ऐसी ही एक जोड़ी साउथ में भी उभरी। जयललिता और एम. जी. रामचंद्रन (एमजीआर) की जोड़ी।
प्रशासन से पॉपुलैरिटी तक: आईएएस अधिकारियों का डिजिटल सफर
आईएएस अधिकारियों का सोशल मीडिया पर बढ़ता रुझान एक नई चुनौती बनता जा रहा है। वे इंस्टाग्राम, यूट्यूब और ट्विटर पर नीतियों से जुड़ी जानकारियाँ और प्रेरणादायक कहानियाँ साझा कर रहे हैं, जो जागरूकता बढ़ा सकती हैं। लेकिन क्या यह डिजिटल स्टारडम उनकी वास्तविक प्रशासनिक जिम्मेदारियों से समझौता है? व्यक्तिगत छवि बनाने की होड़ में पारदर्शिता और निष्पक्षता प्रभावित हो सकती है। ऐसे में एक संतुलन जरूरी है, जहां अधिकारी डिजिटल दुनिया में सक्रिय रहते हुए भी जनता की सेवा को प्राथमिकता दें।
-डॉ. सत्यवान सौरभ
भारत में सिविल सेवा हमेशा से ही सम्मान और प्रतिष्ठा का प्रतीक रही है। एक आईएएस अधिकारी का दायित्व न केवल नीतियों को लागू करना होता है, बल्कि जनता की समस्याओं को समझकर उन्हें हल करना भी है। लेकिन हाल के वर्षों में एक नया चलन देखने को मिल रहा है – आईएएस अधिकारियों का सोशल मीडिया की ओर बढ़ता आकर्षण।
Read More »नगर आयुक्त ने शहर की सफाई व्यवस्था का लिया जायजा
फिरोजाबाद। नगर आयुक्त रिषीराज ने अधिकारियों संग नगर की सफाई व्यवस्था का जायजा लिया। नगर आयुक्त ने वार्ड नं. 68 में सफाई व्यवस्था का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान नगर आयुक्त को जयकिशन व लक्की आउटसोर्सिग कर्मचारियों के स्थान पर अन्य व्यक्ति कार्य करते पाये गये। नगर आयुक्त ने दोनो आउटसोर्सिग कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से सेवाऐं समाप्त किये जाने एवं संबंधित सफाई नायक रजत का वेतन रोकने के साथ ही संबंधित स्वच्छता निरीक्षक अरविंद भारती को शिथिल पर्यवेक्षण के लिए कारण बताओं नोटिस जारी किये जाने के निर्देश दिए।
भारतीय सैनिकों के शौर्य पराक्रम के सम्मान में भाजपा ने निकाली तिरंगा यात्रा
फिरोजाबाद। गुरुवार की शाम भारतीय सेना के पराक्रम और ऑपरेशन सिंदूर की सफलता को लेकर सुहागनगरी में तिरंगा यात्रा निकाली गई। शहर की सड़कों पर भारत माता की जय के नारों की गूंज सुनाई दी। साथ ही ऑपरेशन सिंदूर की नायिका कर्नल सुफिया कुरैशी के साहस की सराहना की गई।
भाजपा की तिरंगा यात्रा जैन मंदिर से प्रारम्भ हुई। जो कि बस स्टेंड, गांधी पार्क चौराहा, सिनेमा चौराहा, गंज चौराह, सदर बाजार, घंटाघर होते हुए राधा कृष्ण मंदिर पर पहुंची। तिरंगा यात्रा में सभी धर्म, जाति, संप्रदाय और सभी वर्गों के लोग भारत माता की जय के गगनभेदी नारों लगाते हुए हाथों में तिरंगा थामे चल रहे थे।
महात्मा गांधी मॉन्टेसरी सीनियर सेकेंड्री स्कूल के बच्चों ने हाईस्कूल में लहराया परचम
फिरोजाबाद। सीबीएसई बोर्ड हाईस्कूल में महात्मा गांधी मॉन्टेसरी सीनियर सेकेंड्री स्कूल के कक्षा दस की छात्राओं ने सफलता हासिल कर विद्यालय का नाम रोशन किया। जिसमें अनन्या गुप्ता ने 91.83, अल्पी आनंद 89.67, आस्था वार्ष्णेय 89.67, गुंजन अग्रवाल 89.17, आरोही सिंघई 87.67, उलमा खान 86, पलक गुप्ता 85.17 प्रतिशत अंक प्राप्त किये है। इस अवसर पर विद्यालय की प्रधानाचार्य ने बच्चों ट्राफी, सर्टिफिकेट एवं फूल माला पहनाकर सम्मानित किया। साथ ही कहा कि बच्चों ने हाईस्कूल परीक्षा में 90 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त कर विद्यालय का गौरव बढ़ाया। उन्होंने बच्चो को उत्साहवर्धन करते हुए उज्जवल भविष्य की कामना की है।
अन्तर्राज्यीय बच्चा चोर गिरोह का पर्दाफाश
पुलिस टीम ने विजयवाड़ा (आंध्र प्रदेश) से तीन दिन में अपहृत बालक को सकुशल किया बरामद
हाथरस। जिले की पुलिस ने एक संगठित अन्तर्राज्यीय बच्चा चोर गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए एक चार वर्षीय अपहृत बालक को आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा से सकुशल बरामद कर लिया है। इस मामले में पुलिस ने गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है, जिनमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। घटना 9 मई की है, जब कोतवाली नगर क्षेत्र स्थित मोहल्ला जागेश्वर निवासी चार वर्षीय कविश की गुमशुदगी की सूचना दर्ज कराई गई थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक चिरंजीव नाथ सिन्हा के निर्देशन में चार टीमें गठित की गईं, जिन्होंने बच्चे की तलाश शुरू की। पुलिस टीमों ने लगभग 500 सीसीटीवी कैमरों की रिकॉर्डिंग का गहन विश्लेषण किया। इसी जांच के आधार पर आरोपियों की पहचान कर उन्हें विजयवाड़ा से गिरफ्तार किया गया।
शुक्रवार को रहेगी सात घंटे बिजली बंद
हाथरस। 16 मई, शुक्रवार को शहर के कुछ हिस्सों में कुल सात घंटे तक विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी। आरडीएसएस योजना के तहत वितरण परिवर्तकों पर प्रोटेक्शन सिस्टम स्थापित किए जाने के चलते यह बाधा उत्पन्न होगी। इस संबंध में एसडीओ आशीष रत्न ने गुरुवार को जानकारी देते हुए बताया कि 33/11 केवी विद्युत उपकेंद्र सासनी प्रथम से जुड़े 11 केवी टाउन-द्वितीय फीडर को कार्य के दौरान बंद रखा जाएगा। यह फीडर शुक्रवार सुबह 8 बजे से 12 बजे तक और दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजे तक बंद रहेगा। उन्होंने उपभोक्ताओं से अपील की है कि निर्धारित समय के दौरान बिजली से जुड़ा कोई कार्य स्वयं न करें, क्योंकि परीक्षण के दौरान विद्युत आपूर्ति कभी भी आ-जा सकती है। सुरक्षा की दृष्टि से विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है।
Read More »प्रदेश अध्यक्ष ने की परिवहन मंत्री से मुलाकात
कानपुर। अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के प्रदेश अध्यक्ष कुंवर मनोज भदौरिया ने लखनऊ स्थित प्रदेश कार्यालय में राष्ट्रीय वरिष्ठ महामंत्री राघवेन्द्र सिंह राजू की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया, जिसमें संगठन के पदाधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए गए।
बैठक को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष कुंवर मनोज भदौरिया ने कहा कि सभी पदाधिकारी जात-पात से ऊपर उठकर समाज के निर्बल और निर्धन वर्ग के उत्थान के लिए कार्य करें। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में कुछ अराजक तत्व समाज को भ्रमित करने का प्रयास कर रहे हैं, ऐसे में हम सभी को सजग रहना होगा और एकजुटता बनाए रखनी होगी।
अत्याधुनिक कन्वेंशन सेंटर का कार्य पूरा, जल्द होगा जनता को समर्पित
कानपुर। शहर को जल्द ही एक भव्य और अत्याधुनिक कन्वेंशन सेंटर की सौगात मिलने जा रही है। गुरुवार को महापौर प्रमिला पाण्डेय ने चुन्नीगंज स्थित निर्माणाधीन कन्वेंशन सेंटर का औचक निरीक्षण किया और निर्देश दिया कि इसे जून के पहले सप्ताह तक नगर निगम को हैंडओवर कर दिया जाए। निरीक्षण के दौरान नगर निगम के वरिष्ठ अधिकारी और परियोजना से जुड़े इंजीनियर भी मौजूद रहे। महापौर ने निरीक्षण के पश्चात बताया कि यह कन्वेंशन सेंटर उनके कार्यकाल की एक महत्वाकांक्षी और स्वप्न परियोजना है, जो शीघ्र ही शहरवासियों को समर्पित की जाएगी। उन्होंने कहा कि यह परियोजना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘आत्मनिर्भर भारत’ और ‘मेक इन इंडिया’ अभियानों के अनुरूप है तथा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में प्रदेश के विकास के लिए एक मॉडल के रूप में प्रस्तुत होगी।
सीबीएसई दसवीं बोर्ड परीक्षा में 99.2% अंक प्राप्त करने पर किया सम्मानित
कन्नौज। फिजिक्स वाला (पीडब्ल्यू) ने कन्नौज की छात्रा वैभवी टंडन की शानदार उपलब्धि का जश्न मनाया, जिन्होंने सीबीएसई 10वीं बोर्ड परीक्षा 2025 में 99.2% अंक (500 में से 496) प्राप्त कर सभी को गौरवान्वित किया। वैभवी को दो विषयों में पूर्णांक 100 मिले, जबकि हिंदी और सामाजिक विज्ञान में 99-99 अंक अर्जित किए। वैभवी अपने माता-पिता के साथ कन्नौज में रहती हैं। उनके पिता पेशे से वकील हैं और माता गृहिणी हैं। वैभवी ने बताया कि उसने नियमित पढ़ाई का सख्त रूटीन अपनाया और कॉन्सेप्ट्स को गहराई से समझने पर ज़ोर दिया। उसने एनसीईआरटी की किताबों, पिछले वर्षों के प्रश्नपत्रों, सैंपल पेपर्स और मॉक टेस्ट्स की मदद से निरंतर अभ्यास किया।