कानपुर। विश्व पर्यावरण दिवस 05 जून को समाज व दिव्यांगजनों को प्रोत्साहित करने के लिए सक्षम प्रान्त सचिव प्रशान्त मिश्रा ने अपने निवास के निकट मन्दिर में एक इमली का पौधा लगाकर “एक दिव्यांग.एक वृक्ष” के लिए प्रेरित किया। प्रशान्त मिश्रा ने कहा कि अभी हम भीषण आक्सीजन की कमी को देख चुके हैं। भविष्य में ऐसी समस्या न हो, इसलिए हमें अभी से चेत जाना चाहिए। मनुष्य ने अपने सुख-सुविधा के लिए हरे. भरे पेड़ काटकर ऊची-ऊची इमारते व सड़को का जाल बना डाला है। जिस कारण से तापमान में वृद्धि, पंछियों के लिए रहने के स्थान, वर्षा में कमी के साथ. साथ भीषण प्राण वायु के लिए हाहाकार बस। अब हम जागेगे और समाज को जगायेगे। जिससे अधिक से अधिक वृक्षारोपण व संरक्षण हो जिससे आने वाली पीढ़ी को स्वच्छ वातावरण और हरी-भरी पृथ्वी सौप सके। सक्षम सभी जिलों में बृहद वृक्षारोपण व संरक्षण कर समाज को प्रेरित करेगा। प्रत्येक व्यक्ति अपने जन्मदिन पर, वैवाहिक वर्ष गाँठ पर व अपने पूर्वजो की याद में एक पौधा लगाकर उसे वृक्ष बनने तक उसका संरक्षण कर अपने मानवीय कर्तव्य का पालन करे!
Read More »मौलाना अमीनुल हक़ अब्दुल्लाह क़ासमी ने ज़रूरतमंदों को किया राशन किटका वितरण
कानपुर। कोरोना वायरस से बचाव के लिये पिछले साल से देशभर में जारी लाकडाउन और कोरोना कर्फ्यू के कारण रोज़ाना कमाने वाले और मजदूर वर्ग की आर्थिक स्थिति अत्यन्त गम्भीर है। ऐसे हालात में जमीअत उलमा शहर कानपुर के द्वारा नगर अध्यक्ष डा0हलीमुल्लाह खां की सरपरस्ती और महासचिव मौलाना अमीनुल हक़ अब्दुल्लाह क़ासमी की निगरानी में गरीबों, यतीमों, बेवाओं और ज़रूरतमंदों की विभिन्न रूपों में मदद का सिलसिला बराबर जारी है। इस उद्देश्य से पटकापुर के लारी पार्क में सैकड़ों ज़रूरतमंद ग़रीबों और पात्रों को आटा,चावल, दाल, तेल, शक्कर, चायपत्ती, पिसे हुए मसालों पर आधारित किटें नगर अध्यक्ष डा0हलीमुल्लाह खां और महासचिव मौलाना अमीनुल हक़ अब्दुल्लाह क़ासमी ने पदाधिकारियों और क्षेत्र के संभ्रात लोगों की उपस्थिति में वितरित किया। राशन किट वितरण से पहले महासचिव मौलाना अमीनुल हक़ अब्दुल्लाह क़ासमी ने कहा कि 22 मार्च 2020 में जब से लाकडाउन लगा।
Read More »बच्चों में प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए विटामिन सी से युक्त शीतल पे कोनसेनट्रेट वितरण
कानपुर। रोटरी क्लब ओफ़ कानपुर चेम्बर के तत्वाधान में रेलबाज़ार और अन्य क्षेत्रों में छोटे बच्चों में प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने हेतु विटामिन सी से युक्त शीतल पे कोनसेनट्रेट वितरण करोना नियमावली एवं प्रोटोकॉल के अंतर्गत किया गया। इस अवसर पर बच्चों को प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के विभिन्न उपायों से भी अवगत कराया गया। विटामिन सी करोना से लड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उनको बताया गया कि कई फलों में भी विटामिन सी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। क्लब सदस्यों ने समस्त उपस्थित नागरिकों से करोना वैक्सीन का टीका लगवाने का भी आवाहन किया और बताया कि पूरे मंडल में नागरिकों को टीका लगाने के लिए प्रेरित किया जाएगा और प्रयास रहेगा कि कोई इससे वंचित न रहे ।क्लब सदस्यों ने टीका लगवाने के लिए प्रेरित करने वाले पोस्टर का भी विमोचन किया। क्षेत्रीय लोगों में वितरित भी किया। क्लब अध्यक्ष सिद्धार्थ काशीवार ने बताया की मंडलाध्यक्ष के निर्देशानुसार विटामिन सी कोनसेनट्रेट का वितरण कार्य कई स्थलों पर क्रमवार तरीक़े से किया जाएगा। विशेष रूप से समाज के कमजोर वर्ग के बच्चों में वितरण विशेष रूप से किया जाएगा । रोटरी का ध्येय है कि बेहद सार्थक ढंग से समाज के सबसे निचले पायदान पर उपस्थित व्यक्ति तक मानव सेवा पहुँचायी जाए ।
Read More »ब्लैक फंगस रोग की दवाइयां एवं इंजेक्शन की कालाबाजारी रोकने केंद्र व प्रदेश सरकार सरकार विफलःडॉ इमरान
कानपुर। समाजवादी पार्टी कानपुर महानगर के तत्वाधान में कानपुर नगर में तेजी से फैल रहे ब्लैक फंगस रोग से हो रही मौतें दवाइयां व इंजेक्शन की कालाबाजारी रोकने नाकाम उत्तर प्रदेश के योगी सरकार के खिलाफ आज नगर अध्यक्ष डॉ इमरान की अध्यक्षता में शिक्षक पार्क नवीन मार्केट में विरोध प्रदर्शन कर जोरदार विरोध दर्ज करवाया। विरोध प्रदर्शन में केंद्र और प्रदेश की भाजपा सरकार वा केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मुर्दाबाद के नारे लगाए गए। विरोध प्रदर्शन का संचालन नगर उपाध्यक्ष सुभाष द्विवेदी ने किया। इस अवसर पर नगर अध्यक्ष डॉक्टर इमरान ने अपने संबोधन में बताया कि कानपुर शहर में अभी कोरोना महामारी समाप्त नहीं हुई कि अब ब्लैक फंगस नामक नई बीमारी ने अपने पैर पसारने शुरू कर दिए हैं। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार की उदासीनता व लापरवाही के कारण आज ब्लैक फंगस बीमारी महामारी का रूप लेती जा रही है। जब प्रदेश में ब्लैक फंगस का पहला रोगी मिला था। उसी समय प्रदेश की योगी सरकार ने ब्लैक फंगस बीमारी को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए होते तो शायद प्रदेश वा कानपुर शहर में ब्लैक फंगस मरीजो की संख्या मे इतनी बढ़ोतरी नहीं होती।
Read More »युवक की मौत पर पुलिस प्रशासन से गुस्साए ग्रामीणों ने हाईवे किया जाम
इटावा। दो दिन पहले हमलावरों द्वारा युवक को मारी गई गोली से उपचार के दौरान हुई मौत, पुलिस प्रशासन से गुस्साए ग्रामीणों ने इटावा .ग्वालियर हाईवे मार्ग पर शव रखकर हाईवे किया जाम।
उत्तर प्रदेश के इटावा में एक युवक की सिर में गोली लगने के बाद इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई जिसके बाद परिजनों ने शव को हाईवे पर रखकर जाम लगा दिया और आरोपियों के खिलाफ गिरफ्तारी की मांग की जैसे ही प्रशासन को जानकारी हुई वैसे ही प्रशासन मौके पर पहुंचा।
दिव्यांगजन शादी विवाह प्रोत्साहन पुरस्कार योजना द्वारा दिया जायेगा 35000 रुपये
कानपुर नगर। जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी अखिलेश बाजपेयी ने समस्त दिव्यांगजनों को सूचित किया है कि दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग द्वारा संचालित शादी विवाह प्रोत्साहन पुरस्कार योजनान्तर्गत आनलाइन आवेदन स्वीकार किये जा रहे है। आवेदन पत्र साइबर कैफे, निजी इण्टरनेट केन्द्र लोकवाणी के माध्यम से स्थापित जनसुविधा केन्द्रों के माध्यम से किया जा सकेगा। उन्होने बताया है कि इस योजनान्तर्गत दिव्यांग दम्पत्ति को विवाह करने पर पुरूष के दिव्यांग होने पर प्रोत्साहन पुरस्कार रूपये 15000 एवं महिला के दिव्यांग होने पर रूपये 20000 तथा यदि दम्पत्ति (पति-पत्नी) दिव्यांग है तो रूपये 35000 पुरस्कार स्वरूप प्रदान किया जाता हैं।
Read More »सऊदी स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा 60000 हज यात्रियों को हज की अनुमति
कानपुर नगर। जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी, वर्षा अग्रवाल ने बताया है कि सचिव/कार्य पालक अधिकारी, उ0प्र0 राज्य हज समिति लखनऊ, के द्वारा अवगत कराया गया है कि कोविड-19 महामारी के कारण सऊदी स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा 18 वर्ष से 60 वर्ष के कुल 60000 हज यात्रियों को हज की अनुमति दी गयी है, जिसमें 15000 सऊदी अरब के आंतरिक हज यात्री होंगे व 45000 हज यात्री विभिन्न देशों से होंगे। हज कोटे के वितरण से सम्बन्ध में सउदी सरकार द्वारा अभी तक कोई अधिकारिक सूचना नहीं दी गयी है।
Read More »जकड़न: इतने बंधन और इतनी रूढ़ियां क्यों बनाई गई है?
मेरे समझ में यह कभी नहीं आया कि इतने बंधन और इतनी रूढ़ियां क्यों बनाई गई है? जब सांसे घुटती हैं तब यह समाज दिखाई नहीं देता। जरा सा सुकून हासिल हुआ कि लोगों को खलने लगता। इस अवसाद भरी जिंदगी से बाहर निकल कर दो पल सुकून के क्यों अखर जाते सबको? आखिर इन्हें ढोने के लिए क्यों मजबूर हूं मैं? इन्हें ढोते-ढोते इक उम्र जाया हो गई और अब भी जंग जारी है। इस बारिश ने और कोरोना के कारण हुई लॉकडाउन में “घर में रहें सुरक्षित रहें” के नियमों का मैं पालन कर रहा था और बारिश में चाय की चुस्कियों का आनंद ले रहा था। सन्नाटी सड़क और पेड़ों के पत्तों से गिरती हुई बारिश की बूंदें मेरे मन को और ज्यादा रीता हुआ सा कर रही थी और यही सब बातें मेरे जेहन में घूम रही थी।
Read More »आंतों में छेद भी कर रहा है व्हाइट फंगस संक्रमण: नाजुक अंगों पर हमला करता है व्हाइट फंगस
एक ओर जहां रूप बदल-बदलकर कोरोना वायरस पिछले डेढ़ वर्षों से पूरी दुनिया में लोगों पर कहर बरपा रहा है और लाखों लोगों को अपना निवाला बना चुका है, वहीं भारत में अब इस बीमारी से ठीक होने वाले कुछ लोगों पर विभिन्न प्रकार के खतरे मंडरा रहे हैं। देशभर में ब्लैक फंगस के हजारों मामले सामने आने के बाद अब कोरोना से उबरे मरीजों में व्हाइट फंगस, यैलो फंगस और एस्पेरगिलिस फंगस के मामले भी मिलने लगे हैं। हालांकि अभी तक यैलो और एस्पेरगिलिस फंगस के गिने-चुने मामले ही मिले हैं लेकिन व्हाइट फंगस से संक्रमित लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है। 29 मई को तो गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कालेज में फंगस के 23 नए मरीजों की पहचान हुई, जिनमें से व्हाइट फंगस के ही 17 मरीज थे।
Read More »प्लास्टिक अपने कफन में दफन करके ही दम लेगा_
“प्लास्टिक प्रदूषण से उठो युद्ध करो, कुछ भी न प्रकृति देवी के विरूद्ध करो, मानवता का अस्तित्व बचाने के लिए, संसार के पर्यावरण को शुद्ध करो। “विज्ञान ने ऐसी बहुत सी खोज की है जो जो अभिशाप बन गई है। ऐसा ही एक अभिशाप है प्लास्टिक। प्लास्टिक शब्द लेटिन भाषा के प्लास्टिक्स तथा ग्रीक भाषा के शब्द प्लास्टीकोस से लिया गया है। दिन की शुरूआत से लेकर रात में बिस्तर में जाने तक अगर ध्यान से गौर किया जाए तो आप पाएंगे कि प्लास्टिक ने किसी न किसी रूप में आपके हर पल पर कब्जा कर रखा है। पूरे विश्व में प्लास्टिक का उपयोग इस कदर बढ़ चुका है और हर साल पूरे विश्व में इतना प्लास्टिक फेंका जाता है कि इससे पूरी पृथ्वी के चार घेरे बन जाएं। हमारे भारत देश में 2016 की एक रिपोर्ट के मुताबिक प्रतिदिन 15000 टन प्लास्टिक अपशिष्ट निकलता है। जो कि दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है। जबकि अगर निर्माण की बात करे तो भारत में प्रतिवर्ष लगभग 500 मीट्रिक टन पॉलीथिन का निर्माण होता है, लेकिन इसके एक प्रतिशत से भी कम की रीसाइक्लिंग हो पाती है। वैसे इस समय विश्व में प्रतिवर्ष प्लास्टिक का उत्पादन 10 करोड़ टन के लगभग है और इसमें प्रतिवर्ष उसे 4 प्रतिशत की वृद्धि हो रही है। इन आंकड़ों से प्लास्टिक से भविष्य में होने वाले प्रभावों का आकलन किया जा सकता हैं।
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