फिरोजाबाद, जन सामना संवाददाता। नगर के एसआरके इण्टर कालेज में चल रहे पांच दिवसीय तृतीय सोपान शिविर का समापन स्काउट-गाइड को सम्मानित कर किया गया। इस मौके पर बच्चो को अपने -अपने क्षेत्र में साफ-सफाई, बीमार लोगो की सहायता, जरूरत मन्द लोगो की सहायता के लिए हर पर तैयार रहने के निर्देश दिये। विगत पांच दिन से नगर एसआरके इण्टर कालेज में पांच दिवसीय तृतीय सोपान शिविर का आयोजन किया गया था। आयोजन के दौरान नगर के पांच स्कूलों से 20 गाइड, 47 स्काउटों ने प्रतिभाग किया। शिविर में बच्चो को शिक्षा के साथ समाज, देशहित में कार्य करने की प्रेरणा दी गयी। स्कूली बच्चो से उनके द्वारा अपने क्षेत्रों में समाजहित के साथ प्रदेश व राष्ट्रीयहित में किये गये कार्या की समीक्षा की गयी। स्काउट-गाइड छात्र-छात्राओं को मिलाकर नाम दिया गया है। समापन सत्र में बच्चो द्वारा विभिन्न प्रतियोगिताओं के माध्यम से कार्य करने की प्ररेणा दी।
Read More »राशनकार्डो के सत्यापन कार्य की समीक्षा के साथ विकास कार्यों को तेज करने के निर्देश
कानपुर, जन सामना ब्यूरो। प्रमुख सचिव आवास सहकारिता नियोजन रेशम हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग विभाग उत्तर प्रदेश नोडल अधिकारी मुकुल सिंघल ने बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक में राशनकार्डो के सत्यापन कार्य की समीक्षा करते हुए कार्यों में प्रगति कम होने पर राशन कार्डों के सत्यापन कार्य पूर्ण किए जाने के निर्देश जिला पूर्ति अधिकारियों को दिए। उन्होंने जनपद को खुले में शौच मुक्त किए जाने हेतु शौचालय निर्माण की समीक्षा करते हुए निर्माण किए गए शौचालय के संबंध में जानकारी भी प्राप्त की। जिसके क्रम में बताया गया कि 68हजार शौचालयों का निर्माण किया गया है तथा कल्याणपुर विकासखंड को ओडीएफ किए जाने हेतु तेजी से शौचालय निर्माण कराया जा रहा है। इसके उपरांत विकास खंड को ओडीएफ किए जाएगा। उन्होंने शौचालय निर्माण कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। बैठक में उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत कानपुर विकास प्राधिकरण द्वारा आवासों का निर्माण कार्य किए जाने हेतु 1 सप्ताह में डीपीआर बनाकर शासन को शीघ्र भेजे जाने के निर्देश उपाध्यक्ष केडीए को दिए। उन्होंने केडीए एवं लोक निर्माण विभाग को 15 अक्टूबर 2017 को सड़कों को गड्ढा मुक्त किए जाने के संबंध में भी निर्देशित किया।
अनन्या रेस्टोरेन्ट परिवार द्वारा अनन्या भोजनम रेस्टोरेन्ट का भव्य शुभारम्भ
हाथरस, जन सामना ब्यूरो। अलीगढ रोड पर संचालित अनन्या रेस्टोरेन्ट पर खाने के शौकीन ग्राहकों की डिमाण्ड पर अनन्या परिवार द्वारा विस्तार करते हुए आगरा रोड पर डीआरबी कालेज तिराहा के पास स्थित संकल्प भवन में अनन्या भोजनम रेस्टोरेन्ट का शुभारम्भ आज से शुरू हो गया है और ग्राहकों को अब लजीज व्यंजन का स्वाद एसी में मिल सकेगा।
आगरा रोड पर डीआरबी कालेज तिराहा के पास स्थित लहरा वाली बगीची के पास संकल्प भवन में अनन्या रेस्टोरेन्ट की दूसरी शाखा अनन्या भोजनम रेस्टोरेन्ट का भव्य उद्घाटन आज सांसद श्री राजेश कुमार दिवाकर व सिकन्द्राराऊ विधायक श्री वीरेन्द्र सिंह राणा द्वारा विधिवत दीप प्रज्जवलित कर किया गया। इससे पूर्व विधिवत तरीके से पूजा अर्चना भी की गई।
उल्लेखनीय है कि अलीगढ रोड पर संचालित अनन्या रेस्टोरेंट ने कुछ ही समय में अपने बेहतरीन खाने वे स्वाद से ग्राहकों के दिल में जहां जगह बना ली है वहीं ग्राहकों को रेस्टोरेंट का वातावरण व शुद्धता व स्वच्छता से भी ग्राहकों का दिल जीत लिया है और इसी का परिणाम है कि अनन्या परिवार द्वारा ग्राहकों की बेहद मांग पर आज से अनन्या भोजनम रेस्टोरेन्ट का शुभारम्भ किया गया है।
रोटरी क्लब आॅफ हाथरस द्वारा कम्प्यूटर प्रशिक्षण शिविर का आयोजन
हाथरस, जन सामना ब्यूरो। रोटरी के बेसिक शिक्षा एवं साक्षरता माह सितम्बर 2017 मे छात्र छात्राओं को कम्प्यूटर शिक्षा के विषय में प्रशिक्षित करने हेतु रोटरी क्लब आॅफ हाथरस के सौजन्य से बालाजी कम्प्यूटर एवं एजूकेशन सेन्टर किला गेट पर निशुल्कः कम्प्यूटर प्रशिक्षण शिविर 26 सितम्बर से 25 अक्टूबर तक आयोजित किया गया है। शिविर मे 20 छात्र एवं छात्रायें नियमित प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं।
शिविर के शुभारम्भ के अवसर पर अध्यक्ष रामबिहारी अग्रवाल ने कहा कि साक्षरता रोटरी का लक्ष्य है तथा आज के समय मे सभी जनमानस को कम्प्यूटर की जानकारी होना आवश्यक है और छात्र छात्रओं से प्रशिक्षण शिविर का लाभ लेने का आव्हान किया गया। शिविर की व्यवस्था एवं संचालन में रो. अजय गर्ग एवं रो. गोविन्द अग्रवाल का विशेष सहयोग रहा।
लायंस क्लब भी उठाएगा वरिष्ठों के लिए ठोस कदम
हाथरस, जन सामना ब्यूरो। वरिष्ठ नागरिक यानि हमको मार्ग दर्शित करने वाली वह शख्सियत जिसकी बजय से आज हम कुछ लायक हैं। आने वाले समय में हम भी इस औहदे पर पहुंचेंगे। वरिष्ठों और उनको लेकर जब विश्व में बहस छिड़ी तो संयुक्त राष्ट्र ने वरिष्ठों के अधिकारों को लेकर चिंता व्यक्त की जिसके परिणाम स्वरूप सर्वप्रथम 14 दिसंबर, 1990 को यह निर्णय लिया गया कि 1 अक्तूबर को अंतर्राष्ट्रीय बुजुर्ग दिवस के रूप में मनाया जाएगा और उनके हितों को ध्यान में रखते हुए अहम पहलें की जाएंगी।
यह उद्गार लायंस क्लब की मथुरा रोड स्थित वसुंधरा कॉलोनी में हुई कार्यकारिणी की बैठक में अध्यक्ष लायंस क्लब व पूर्व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर अशोक कपूर ने व्यक्त किए। इस मौके पर वक्ताओं ने एक अक्तूबर के मौके पर एक वरिष्ठ नागरिकों के हितों और उनके जीवन में आने वाली कठिनाइयों को लेकर जागरूकता सम्मेलन आयोजित कराए जाने पर जोर दिया। जिसको उपस्थित सदस्यों ने एक मत से स्वीकार किया। इस मौके पर जल्द ही एक सार्वजनिक स्थान के चयन करने और बुजुर्गों के लिए कार्य करने वाली संस्थाओं व संगठनों से मिलकर कार्यक्रम को पूर्ण रूप देने का निर्णय भी किया गया।
आवश्यक है विश्व धरोहर रामलीला का संरक्षण एवं संवर्धन
परम्परागत लोकनाट्य विधाओं में सर्वाधिक पुष्ट एवं समृद्ध लोकनाट्य रामलीला को ही माना जाता है। सात दिन से लेकर एक माह तक की अवधि में मंचित होने वाली रामलीलाएं भारत की प्राचीन संस्कृति के सार्वभौमिक स्वरुप का दर्शन कराने में सर्वथा सक्षम हैं। बशर्ते कि मंचन करने और कराने वाले लोग रामलीला को उसके मूल स्वरूप में प्रस्तुत करने की क्षमता एवं दृढ इच्छा रखने वाले हों। रामलीला अयोध्या के राजा दशरथ के पुत्र राम के जीवन से जुड़ी घटनाओं का मात्र नाट्य रूपान्तरण नहीं है बल्कि भारतीय संस्कृति एवं सभ्यता के उच्च आदर्शों की गाथा है। यह गाथा है उच्च मानवीय मूल्यों की। यह गाथा है उच्च आदर्शवादी समाज की। यह गाथा है आदर्शों के उच्चतम शिखर पर दृढ़ता से खड़ी राजनीति की। यह गाथा है आदर्श परिवार की। यह गाथा है मर्यादा की सीमाओं में बंधे ईमानदार एवं दृढ़ निश्चयी व्यक्तित्व की।
रामलीला का प्रारम्भ किस समय अवधि में हुआ इसका ज्ञान शायद ही किसी को हो। हाँ यह अवश्य कहा जा सकता है कि लोकगीतों में रामकथा का गायन जितना पुराना है, रामलीला को भी उतना ही प्राचीन मानना चाहिए। क्योंकि लोकगीतों एवं लोकनाट्यों का अन्तः सम्बन्ध नाकारा नहीं जा सकता है। यदि यह कहा जाये कि लोकनाट्य लोकगीतों का ही नाट्य रुपान्तरण हैं तो अतिसंयोक्ति नहीं होगी। सुदूर ग्रामीण अंचलों में अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ते रामकथा पर आधारित लोकनाट्य आज भी देखने को मिल जायेंगे। चित्रकूट क्षेत्र में ‘राउत’ जन समुदाय द्वारा खेले जाने वाले नाटक रामकथा पर ही आधारित हैं।
हिंसा का अंतहीन दौर
यमन में वर्चस्व और सत्ता के लिए शिया और सुन्नी समुदायों के मध्य कड़ा संघर्ष चल रहा है। इस संघर्ष में जहां अलकायदा और इस्लामिक स्टेट जैसे खतरनाक आतंकी संगठन सुन्नियों का साथ दे रहे हैं, वहीं शिया लड़ाकों की अगुवाई हूती मिलिशिया जैसे विद्रोही संगठन कर रहे हैं। मौजूदा हालात को देखते हुए यह नहीं लगता है कि यमन बहुत जल्द गृह युद्ध और हिंसा की जटिल परिस्थितियों से बाहर आ सकेगा।
गृहयुद्ध के कगार पर पहुंच चुके अरब देश यमन में शिया हाउती विद्रोहियों के ठिकानों पर सऊदी अरब के नेतृत्व में हवाई हमले शुरू किए गए। राजधानी सना और उसके आसपास के इलाकों में किए गए हमलों तथा सत्ता संघर्ष में सरकार और विद्रोहियों में जारी हिंसा में हजारों नागरिकों की मौत हो चुकी है तथा कई लाख नागरिक बेघर हो गए हैं। हजारों इमारतें और मकान ध्वस्त हो गए हैं तथा चारो ओर आतंक और दहशत का हाहाकार मचा हुआ है। इन हमलों के बाद मुस्लिम राष्ट्र दो गुटों में बंट गए हैं। एक ओर सऊदी अरब के नेतृत्व में कतर, बहरीन, कुवैत, मिस्र जैसे देश हैं, जो किसी भी कीमत पर शिया हाउती विद्रोहियों से यमन के राष्ट्रपति आब्दीरब्बू मंसूर हादी को बचाने की कोशिश कर रहे हैं। दूसरी ओर ईरान इन देशों के विरोध में खड़ा हो गया है। हवाई हमलों पर नाराजगी जताते हुए ईरान ने कहा है कि इससे विवादों का हल तलाशने में मदद नहीं मिलेगी।
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सफल सरकार आखिर राष्ट्रीय मोर्चों पर असफल क्यों ?
मार्च 2017 में उप्र के चुनावी नतीजों के बाद देश भर के विभिन्न मीडिया सर्वे में जुलाई तक जिस मोदी को एक ऐसे तूफान का नाम दिया जा था जिसे रोक पाना किसी भी पार्टी के लिए ‘मुश्किल ही नहीं लगभग नामुमकिन है’, वही मीडिया सर्वे सितम्बर माह के आते आते मोदी के तेजी से दौड़ते विजयी रथ को ब्रेक लगाते दिखाई दे रहे हैं।
अगर उनके द्वारा दिए गए आंकड़ों की बात की जाए तो पिछले साल की तुलना में मोदी सरकार से संतुष्ट लोगों की संख्या में 2 प्रतिशत की गिरावट आई है (46 प्रतिशत से 44 प्रतिशत) वहीं दूसरी तरफ इस सरकार से असंतुष्ट लोगों की संख्या में 3 प्रतिशत से 36 प्रतिशत की वृद्धि हुई है ।
कल तक जो सोशल मीडिया मोदी की तारीफों से भरा रहता था आज वो ही विपक्षी दलों द्वारा मोदी सरकार के दुष्प्रचार का सबसे बड़ा जरिया बन गया है।
बात यहाँ तक कही जा रही है कि ‘द टेलीग्राफ‘ के अनुसार संघ के एक अन्दरूनी सर्वे में यह बात सामने आई है कि 2019 में मोदी की चुनावी राह में बिछे फूलों की जगह काँटों ने ले ली है।
तो आखिर इन दो महीनों में ऐसा क्या हो गया?
देश की जनता जो मोदी के हर निर्णय को सर आँखों पर इस कदर बैठाती थी कि उसे श्अन्धभक्तश् तक का दर्जा दे दिया गया था आज देश हित में दूरगामी प्रभाव वाले पेट्रोल की बढ़ती कीमत को सहजता के साथ स्वीकार नहीं कर पा रहीं है।
स्वच्छ भारत एक अभियान
देश के प्रधानमंत्री श्री मोदी जी की सरकार के स्वच्छता अभियान-स्वच्छ भारत अभियान के तीन वर्ष पूरे हो रहे हैं। वहीं मोदी सरकार ने महात्मा गांधी की 150वीं जन्मशती के अवसर पर दो अक्टूबर, 2019 तक खुले में शौच से मुक्त भारत का महत्वकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किया है। तीन वर्ष की इस अवधि में इस दिशा में कुछ कुछ सफलता दिखने लगी है। लेकिन खुले में शौच से मुक्त के लिए क्रियान्वित करने में बनाये जा रहे शौचालय भी भ्रष्टाचार के गारे में संलिप्त हैं। खासबात यह भी है इस प्रकरण पर आने वाली शिकायतों को अधिकारी व कर्मचारी पूरी तरह से नजरअन्दाज भी करते रहते हैं। शायद उनकी मंशा यहीी है कि मोदी सरकार की वापसी पुनः ना होने पावे। इससे यह भी लगता है कि भारत सरकार को 2019 तक हर घर में शौचालय उपलब्ध कराने का लक्ष्य एक भ्रष्ट मार्ग से ही गुजर पायेगा। आंकड़ों की माने स्वच्छ भारत अभियान के तहत दो अक्टूबर 2014 तक 4.90 करोड़ शौचालय बन चुके थे। वहीं पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय के अनुसार 24 सितंबर 2017 तक 2.44 लाख गांव और 203 जिले खुले में शौच से मुक्त घोषित कर दिए गए हैं। बताते चलें कि 2012 में केवल 38 प्रतिशत क्षेत्र स्वच्छता कवरेज से जुड़े थे। अब यह बढ़कर 68 प्रतिशत हो गया है। लेकिन अब भी बहुत कुछ करना बाकी है क्योंकि इससे जुड़े तमाम पहलू आज भी फोटो खिचाऊ कार्यक्रम ही साबित हो रहे हैं। कई नजारे तो ऐसे देखने को मिल रहे है कि देखा देखी में उन्हीं के अनुयायी कूड़ा-कचरा को इकट्ठा कर खबरों में आने का माध्यम बना रहे हैं जबकि उन्हें इस अभियान से शायद ईमानदारीपूर्ण लगन नहीं है।
Read More »आगामी त्योहारों की तैयारियों की मण्डलायुक्त ने समीक्षा की
कानपुर नगर, जन सामना ब्यूरो। दशहरा, भरतमिलाप, दुर्गा पूजा, मोहर्रम, पैगी जुलूस आदि जुलूसों में जो भी सरकारी कर्मचारी, अधिकारी, पुलिस बल की ड्यूटी लगाई जाये उन सब को शासन के निर्देशों के अनुरूप पक्ष पात रहित होकर अपनी ड्यूटी पूरी करनी हैं। महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा पर भी विशेष ध्यान दिया जाये। इन स्थानों में फुअड़-पन के गाने, आश्लील नृत्य आदि किसी भी स्थिति में सम्पन्न न होने पाये। पुलिस बल एवं नगर निगम का आपात कालीन कन्ट्रोल रूम की स्थापना अविलम्ब कर दी जाये मार्ग पर अपनी समस्याए एवं शिकायतों का दर्ज करा सकें।
उक्त निर्देश मण्डलायुक्त पी० के० महान्ति ने आगामी त्यौहारों की तैयारियों की समीक्षा करते हुये निर्देशित किया।