कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। कोरोना संकट ने देश की पूरी शिक्षा व्यवस्था को जहां क्लास रूम से निकालकर ऑनलाइन शिक्षा की ओर ले जाने पर मजबूर कर दिया है वहीं प्रस्तावित नई शिक्षा नीति में भी अब इसको लेकर बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं। फिलहाल इसे लेकर नीति का ड्राफ्ट तैयार करने वाली कमेटी भी सामने आयी है। कमेटी के दो वरिष्ठ सदस्यों ने कोरोना संकट के बाद प्रस्तावित नीति की नये सिरे से समीक्षा की जरूरत बताई है।
नई शिक्षा नीति की समीक्षा की तेज हुई मांग-
कमेटी के वरिष्ठ सदस्य डॉक्टर राम शंकर कुरील के मुताबिक कोरोना जैसी महामारी ने शिक्षा के सामने जो चुनौती खड़ी की है निश्चित ही भविष्य में हमें ऐसी चुनौतियों से निपटने की पूरी तैयारी रखनी होगी।
डिप्रेशन से निजात दिलाता है नियमित व्यायाम, मूड भी रखता है दुरुस्त
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15 नये केस कोविड-19 के कानपुर में संख्या पहुंची 284
कानपुर, अर्पण कश्यप। कानपुर के लिए आज का दिन राहत और आफत दोनों लेकर आया आज नए 15 पॉजिटिव केस आये सामने। सभी केस 5 पुराने हॉट स्पॉट क्षेत्र के है। कानपुर में संक्रमित 15 मरीज सही होकर आज डिस्चार्ज हुए। कानपुर में कुल केस की संख्या पहुँची 284, ठीक होकर कुल डिस्चार्ज हुए मरीज 49, कुल एक्टिव केस 229, अब तक 6 लोगों की हो चुकी है मौत।
कानपुर सीएमओ (मुख्य चिकित्सा अधिकारी) अशोक शुक्ला द्वारा मिली जानकारी के अनुसार आज 15 नये केस मिलने के साथ ही 15 पुराने मरीजों का सफल इलाज कर उन्हे डिस्चार्ज करने से प्रशासन को बड़ी राहत मिली। इस तरह से कानपुर में ठीक हुये मरीजों की संख्या भी 49 पहुंची वही मरने वालो की कुल संख्या 6 हैं। एवं कुल एक्टिव 229 हैं।
लॉकडाउन के दौरान दवा खरीद को सुगम बनाने के लिए व्हाट्सएप और ई-मेल पर ऑर्डर स्वीकार
नई दिल्ली, जन सामना ब्यूरो। लॉकडाउन के बीच केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय के तहत कई प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि केंद्र (पीएमबीजेके) व्हाट्सएप और ई-मेल पर दवा के लिए ऑर्डर स्वीकार कर रहे हैं जहां अपलोडेड प्रस्क्रिप्शनों के आधार पर रोगियों के दरवाजों तक दवाओं को पहुंचाया जा रहा है। यह अभिनव पहल यूजरों द्वारा दवाओं की आसान खरीद को सुगम बनाने में प्रौद्योगिकी का उपयोग सुनिश्चित कर रही है। पीएमबीजेके को इस पहल के लिए बधाई देते हुए केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री श्री डीवी सदानंद देवगौड़ा ने कहा, ‘ यह जानकर प्रसन्नता हो रही है कि कई पीएमबीजेके व्हाट्सएप जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म सहित आधुनिक संचार माध्यमों का उपयोग कर रहे हैं जिससे कि जरूरतमंदों को अनिवार्य दवाओं की त्वरित प्रदायगी के द्वारा बेहतर सेवाएं उपलब्ध कराई जा सके।
Read More »ईपीएफओ ने अपने पेंशनधारकों को 764 करोड़ रुपये जारी किए
नई दिल्ली, जन सामना ब्यूरो। ईपीएफओ के पास अपनी पेंशन योजना के तहत 65 लाख पेंशनधारक हैं। ईपीएफओं के सभी 135 प्रक्षेत्र अधिकारियों ने राष्ट्रव्यापी कोविड-19 लॉकडाउन के कारण पेंशनधारकों को असुविधा से बचाने के लिए अग्रिम रूप से अप्रैल, 2020 के पेंशन भुगतान को प्रोसेस किया।
ईपीएफओं के अधिकारियों और कर्मचारियों ने पूरे भारत में पेंशन संवितरण बैंकों की सभी नोडल शाखाओं को 764 करोड़ रुपये भेजने के लिए सभी प्रकार की कठिनाइयों का सामना किया। सभी बैंक शाखाओं को समय पर पेंशनधारकों के खातों में पेंशन के क्रेडिट को सुनिश्चित करने के लिए निर्देश दे दिए गए हैं।
कोविड-19 संकट के दौरान पेंशनधारकों को राहत प्रदान करने के लिए ईपीएफओ द्वारा आवश्यकता की इस घड़ी में पेंशन के सही समय पर क्रेडिट किए जाने को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है।
केंद्रीय सतर्कता आयुक्त संजय कोठारी ने राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह से मुलाकात की
नई दिल्ली, जन सामना ब्यूरो। केंद्रीय सतर्कता आयुक्त संजय कोठारी ने अपने नए कार्यालय में पद भार ग्रहण करने के बाद केंद्रीय कार्मिक, लोक शिकायत एवं पेंशन तथा प्रधानमंत्री कार्यालय राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह से मुलाकात की। इससे पूर्व, श्री कोठारी राष्ट्रपति के सचिव थे।
उन्होंने डॉ. जितेंद्र सिंह को अवगत कराया कि केंद्रीय सतर्कता आयोग के अधिकार क्षेत्र को भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत जम्मू एवं कश्मीर के केंद्र शासित प्रदेश तक विस्तारित कर दिया गया है।
मनरेगा कार्य का विरोध करने पर पहुंचे अफसर
पोखर में गंदा पानी जाने के लिए बनाया रास्ता
सासनी/हाथरस, जन सामना संवाददाता। गांव दरकौला में सड़क पर घूम रहे गंदे पानी की निकासी को लेकर मनरेगा मजदूरों द्वारा बनाई जा रही नाली का कुछ ग्रामीणों के विरोध करने पर मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने समाधान कर मामले को शांत कर दिया।
बता दें कि काफी लंबे समय से गांव के गंदे पानी को पोखर में जाने के लिए कोई रास्ता नहीं था। जिसे लेकर ग्रामीणों ने अफसरों से शिकायत की तो अफसरों ने समाधान के लिए लेखपाल एवं अन्य संबधित अधिकारियों को भेजकर समाधान का रास्ता निकाला। मगर समय रहते मामला अधर में ही लटका रहा। अब मनरेगा का काम शुरू हो गया। जिसमें मजदूरों द्वारा गंदे पानी की निकासी के लिए नाली का बनाया जाना शुरू कर दिया। इसका कुछ ग्रामीणों ने विरोध करना शुरू कर दिया। जिसे लेकर मामला बिगडता देख प्रधान एवं ग्राम रोजगार सेवक ने पुलिस एवं प्रशासनिक अफसरों को फोन कर दिया। फोन पर सूचना पाकर पुलिस एवं तहसीलदार निधि भारद्वजा मौके पर पहुंचे और मामले को शांत किया। इस दौरान पुलिस कुछ लोगों को कोतवाली ले आई मगर मामला सुलझने के बाद उन्हें छोड दिया गया।
वहीं तसहसीलदार ने बताया कि गांव का गंदा पानी पोखर में जाने के लिए कार्र होने तक रोक दिया गया है। मनरेगा निर्माण के बाद गांव का गंदा पानी पोखर में ही जाएगा। इसके लिए मनरेगा कार्र के अंतर्गत नाली निर्माण कराया जाएगा।
गांव का पानी खेतों में फसल हो रही बर्वाद, ग्रामीण ने एसडीएम से की शिकायत
सासनी/हाथरस, जन सामना संवाददाता। गांव बत्तीसा के माजरा कौमरी में एक किसान के खेत में गांव का गंदा पानी जा रहा है, जिससे उसकी फसलों को काफी नुकसान हुआ है। और आगे भी होगा। इसकी शिकायत पीडि ने एसडीएम हरीशंकर यादव से की है।
मंगलवार को पीडित सुनील कुमार ने कहा है कि गांव की नालियों का पानी उसके खेतों में जा रहा है। जिससे उसकी फसलों में बहुत नुकसान हुआ है। यदि इस पानी को नहीं रोका गया तो और भी नुकसान हो सकता है। पीडित ने कहा है कि गांव में लोगों के यहां लगी समसिवल का पानी बे हिसाब नालियों में चलता है और यह पानी उसके खेतों की ओर मुड जाता है, गांव में पानी पोखर में जाना चाहिए। यह पोखर नामजद ने दबंगई के बल पर खेतों में मिला रखी है। पीडित ने एसडीएम से खेतों में जाने वाले पानी को पोखर में भिजवाने की गुहार लगाई है। वहीं एसडीएम ने राजस्व निरीक्षक को जांच के आदेशकर कार्रवाई के निर्देश दिए है।
बाजारों और शराब की दुकानों पर बढ़ रही भीड़
सासनी/हाथरस, जन सामना संवाददाता। लाॅकडाउन-3 में बाजारों में पुनः रौनक लौट आई है, वहीं शराब के ठेकों पर भीड देखने को निरंतर मिल रही है। 48 दिन के बाद सुरा प्रेमियों ने लंबी-लंबी लाइनें लगा कर सारे रिकार्ड तोड दिए।
बता दें कि कोरोना वायरस को लेकर केन्द्र सरकार द्वारा लगाए गये लाॅक डाउन में बाजार एवं शराब के ठेके सूने हो गये। मगर जैसे ही सासनी में लाॅक डाउन में ढील मिली तो लोगों ने बाजार में आना शुरू किया और सामन की खरीदारी की। मगर शराब पे्रमियों ने सभी सुविधाओं को छोडकर शराब के ठेकों पर लंबी-लंबी लाइनें लगा दी। और जमकर शराब की खरीदारी कर अपने शौक को पूरा किया। वहीं दूसरे दिन भी लोगों की भीड शराब के ठेकों पर लगी रही। और बाजारों में भी लोगों ने खरीदारी की। मगर दोपहर के बाद बाजार में सुस्ती छा गई और ठेकों पर भी लोगों की भीड कम हो गई। शाम को बाजार बंद कर दिए गये। वहीं लोगों का कहना है कि बढती भीड में यदि कोई कोरोना वायरस पाॅजिटिव आ जाए तो सभी को इस रोग से ग्रसित कर देगा। इसके लिए पुलिस और प्रशासन को ध्यान रखते हुए बाजार मंे निरंतर गश्त और देखभाल करते रहना चाहिए।
शराब पीकर शराबियों ने कई जगह उत्पात मचाकर लोगों के साथ मारपीट की
रसूलाबाद/कानपुर देहात, संतोष गुप्ता। रसूलाबाद क्षेत्र में लॉकडाउन के बीच सामाजिक दूरी बनाने की शर्त के साथ खोले गए शराब ठेकों से शराब पीकर शराबियों ने कई जगह जमकर उत्पात मचाकर लोगो के साथ मारपीट की। कही शराबी ने अपनी पत्नी तो कही भाई ने भाई व बहन को मारा पीटा तो कही राह चलते लोगो के साथ जमकर अभद्रता कर मारपीट की। कोतवाल तुलसीराम पांडेय ने सूचना पर जमकर शराबियों की खबर ली और उनके खिलाफ मुकदमे दर्ज किए। रसूलाबाद पुलिस इन उत्पात मचाने वाले सभी शराबियों की सरगर्मी से तलाश कर रही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार थाना रसूलाबाद में की गयी शिकायतों में ग्राम बिचौलिया निवासी प्रदीप कुमार सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा कि गत सायं पांच बजे के करीब वह घर जा रहा जहाँ सड़क पर नशे में मदहोश खड़े अनिल सिंह, रिंकू सिंह, दिनेश व लल्लू राम अचानक देखकर गाली गलौज करने लगे।