डॉन या गैंगस्टर… सिल्वर स्क्रीन पर ये किरदार बहुत पुराने हैं दर्शकों का खूब मनोरंजन किया है मगर समय के अनुसार ये किरदार और इनके स्वरूप बदलते रहे। 70 के दशक में डॉन खूब छाए पर्दे पर। अगर किसी खलनायक ने डॉन की भूमिका निभाई तो वो किरदार अक्सर नेगेटिव होते थे जहां खून खराबे, स्मगलिंग, महिलाओं की तस्करी वगैरह करता था वो गैंगस्टर लेकिन अगर जब कोई हीरो पर्दे पर डॉन बनता था तब वो या तो जुल्म से सताए जाने के बाद डॉन बनता था या फिर गरीबी से तंग आकर गैंगस्टर बनता था हालांकि वो भी खतरों से खेलता था और ड्रनग्स या सोने की तस्करी करता था। डॉन का लुक और अंदाज भी निराले हुवा करते थे।
मगर मिलेनियम आने के बाद फिल्मों का रुख हुवा कॉमेडी की तरफ लेहाजा इन कॉमेडी फिल्मों में अगर कोई डॉन बना तो वो भी कॉमिक डॉन बन गया। डेविड धवन की कई फिल्मों में आशीष विद्यार्थी कॉमिक गैंगस्टर बने। सलमान खान की फिल्म पार्टनर में राजपाल यादव छोटा डॉन बने थे और खूब मनोरंजन किया था दर्शकों का। पिछले साल आई फिल्म मुन्ना माइकल में नवाजुद्दीन सिद्दीकी गैंगस्टर बने थे। ये गैंगस्टर एक लड़की के प्यार में डांस सीखने के पीछे पागल था ताकि वो उस लड़की पर अपना प्रभाव छोड़ सके।
Daily Archives: 22nd February 2018
‘नित खैर मांगा’ आज रिलीज हुआ
लखनऊ हमेशा सांस्कृतिक रूप से समृद्ध रहा है और इसकी सुंदरता रेड के अगले मधुर ट्रैक नित खैर मांगा की धुनों में घुली-मिली हैं, जो ख्यात गायक नुसरत फतेह अली खान के गीतों का पुनः संस्करण है। कई प्रमुख फिल्मे इस प्रतिष्ठित शहर में फिल्माई गईं हैं लेकिन बहुत कम फिल्म निर्माताओं ने लखनऊ की वास्तविक खासियत का प्रदर्शन किया है। निर्देशक राजकुमार गुप्ता ने गीतों के सौंदर्य चित्रण के साथ लखनऊ की सुंदरता और खासियत को वास्तव में बढ़ाया है। यह रोमांटिक ट्रैक अजय देवगन पर चित्रित किया गया है।
Read More »