Saturday, April 20, 2024
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बच्चों को किताबों व प्राकृतिक सम्पदा के नजदीक लाएं

2016-11-16-1-sspjs-dioकानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। बच्चों को पेड़ पौधों, वन्य प्राणियों, पालतू जानवर, प्राकृतिक सम्पदा, वन सम्पदा, खनिज सम्पदा आदि के नजदीक लाने या उनके परिचय कराने पर उनका शैक्षिक, मानसिक विकास के साथ ही शिक्षा प्राप्त करने की ओर अग्रसर होता है। सम्पूर्ण वन सम्पदा, पेड़ पौधे हमारे जीवन दाता हैं। पौधे लगाकर उनकी रक्षा का संकल्प भी लेना चाहिए। वृक्षारोपण व उनके संरक्षण का सन्देश बच्चे अपने माता-पिता, भाई-बहन व अभिभावक को बेहतर तरीके से दे सकते हैं। इसके लिए अध्यापकों को बच्चों के बाल मन में पेड़ पौधों व वन्य जीवों आदि के संरक्षण आदि के बारे में जानकारी देकर उनके बीच लगाव पैदा कराना होगा। स्कूली बच्चों को हरियाणा हिसार से आए सरदार मेहर सिंह ने अकबरपुर देवसमाज विद्यालय द्वारा बच्चों को वृक्षारोपण व वन सम्पदा के संरक्षण, सम्वर्धन जागरूकता कार्यक्रम में ये जानकारियाॅं दीं।
सरदार मेहर सिंह ने बच्चों को बताया कि बच्चे मेहनत के साथ पढ़ाई साफ सफाई व पौष्टिक खाने पर भी विशेष ध्यान दें। कार्यक्रम का शुभारम्भ सहायक निदेशक सूचना प्रमोद कुमार ने देवसमाज मन्दिर के प्रांगण में बच्चों व अध्यापकों के मध्य 10 पाम के पौधों का रोपण कर किया। उन्होंने कहा कि वृक्षों की सेवा करना हम सब की जिम्मेदारी है। यही वृक्ष आगे चलकर हमें सुरक्षा प्रदान करेंगे। अपने घर के आसपास पौधे लगाकर उनकी सेवा करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि बच्चे मोबाइल आदि से जुड़ाव न करके कितावों के प्रति अपना लगाव बढ़ाएं। माता-पिता से मोबाइल खरीदने की जिद न करें। मोबाइल से जिन्दगी कितनी भी आसान क्यों न लगती हो परन्तु जो महत्व कितावों का है उसे संचार का कोई भी माध्यम पूरा नहीं कर पाएगा। मोबाइल से लम्बे समय तक कार्य करने पर आंखों की रोशनी पर प्रभाव पड़ता है जिससे पढ़ने लिखने की क्षमता पर प्रभाव पड़ता है। देवसमाज विद्यालय के प्रबन्धक के0 एस0 चैहान ने भी पेड़ पौधों के महत्व के साथ ही मोबाइल के साइड इफेक्ट की जानकारी दी। ज्ञान के क्षेत्र में क्रान्ति सिर्फ पुस्तकों के माध्यम से ही आ सकती है। इस मौके पर प्रधानाचार्य सुभाष शर्मा व विद्यालय की शिक्षिकाएं भी उपस्थित रहीं।