Thursday, May 2, 2024
Breaking News
Home » मुख्य समाचार » पं. दीनदयाल उपाध्याय जन्म शताब्दी वर्ष के अवसर पर किया पौधारोपण

पं. दीनदयाल उपाध्याय जन्म शताब्दी वर्ष के अवसर पर किया पौधारोपण

2017.07.30. 8 ssp knd dio1कानपुर, जन सामना ब्यूरो। रूरा रोड स्थित खरखा अकबरपुर घंघरिया बाबा आश्रम एवं पंचकुटी हनुमान मंदिर व तथागत मैदान में पं. दीनदयाल उपाध्याय जन्म शताब्दी वर्ष के शुभ अवसर पर देश के 14वें राष्ट्रपति महामहिम श्री रामनाथ कोविन्द को अपना फुफेरे भाई होने की जानकारी देने वाली उनकी ममेरी बहन व प्रधानाध्यापिका शकुन्तला कमल ने महामहिम राष्ट्रपति के सम्मान व पं. दीनदयाल उपाध्याय जी की जन्म शताब्दी वर्ष पर दस पौधों का रोपण किया। उन्होंने संविधान शिल्पी बाबा साहब भीम राव अम्बेडकर, लक्ष्य अन्त्योदय, प्रण अन्त्योदय, पथ अन्त्योदय विकास के मूल मंत्रों के प्रमुख पं. दीनदयाल उपाध्याय के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रृद्धासुमन अर्पित किये। पं० दीन दयाल उपाध्याय जी के जीवन आदर्शों, विचारों तथा संघर्षों को आमजन को सरल, सहज तरीके से बताते हुए कह कि प. दीनदयाल उपाध्याय का लक्ष्य अन्त्योदय, पन्थ अन्त्योदय, प्रण अन्त्योदय, विश्वास अन्त्योदय का मूलमंत्र था आज के परिवेश में ज्यादा प्रसांगिक हैे प्रदेश व केन्द्र सरकार पं. दीनदयाल उपाध्याय के मूल मंत्र को लेकर देश व समाज के विकास की ओर आगे बढ रही है। उन्होंने आश्रम के पुजारी व उपस्थितजनों को उत्तर प्रदेश सरकार का सबका साथ सबका विकास पुस्तक व कलेण्डर भी भेट किया। उन्होंने बताया कि डेरापुर ब्लाक के परौंख गांव निवासी रामनाथ कोविंद के देष के महामहिम राश्ट्रपति बनने पर क्षेत्र प्रदेश, देश में खुशियों की बयार बह रही है। सभी लोग खुश है। उनके फुफेरे भाई को ईमानदारी व मेहनत का फल मिला है अब पूरा देश उनका परिवार है। कानपुर में विगत वर्श आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने मेरे बारे में सभी लोगों को बताया था साथ ही सभी को ईमानदारी, मेहनत लगन व देश व समाज के प्रति कार्य करने की नसीहत भी दी थी। हम सभी लोग महामहिम की नसीहत पर अमल करने के लिए कटिबद्ध के साथ ही अपने को गौरवाविंत कर रहे है। रूरा रोड खरखा घंघरिया बाबा आश्रम तथागत मैदान में शकुन्तला कमल ने बताया कि खरखा घंघरिया बाबा एक महत्वपूर्ण स्थल है मेरे पिता जी ने मुझे बताया कि उनके पिता व उनके चाचा की शादी में घंघरिया बाबा स्थल से ही दो हाथी इसी स्थल से हसनापुर से कंहिजरी तक गया था जिस पर मेरे पिता जी व चाचा बारात ले कर गये थे। बाबा हनुमानदास ने जो पूर्व में मेरे पिता जी और चाचा को शादी के लिए निःशुल्क हाथी मुहैया कराये थे यह अपने में मेरे परिवार, क्षेत्र व दलित समाज के लिए एक बड़ी उपलब्धि रही है। उन्होंने आयोजित अन्त्योदय मेला व प्रदर्षनी की भी प्रषंसा करते हुए बताया कि अन्त्योदय मेला प्रदर्शनी में विभिन्न विभागों के स्टाल के साथ ही पं. दीनदयाल उपाध्याय के चित्रों की प्रदर्शनी का भी आयोजन जनपद के सभी विकास खंडों में किया जा रहा है। आमजन अपने विकास खंड में संबंधित मेले और प्रदर्शनी में जाकर सरकारी योजनाओं का लाभ ले। इस मौके पर भक्त के रूप में आये मखौली के विकास सचान, हड्डी रोग को ठीक करने वाले जगतपाल, दीपू संघ प्रिय गौतम, बाबा हनुमानदास, जयंती राय सहित कई स्कूल के छात्र छात्राओं ने पौधारोपण में अपनी अहम भूमिका निभाई तथा संकल्प लिया कि लगाये गये पौधों को वे देखभाल करेंगे।