⇒कबरला में सुपुर्द ए खाक किए गए ताजिए
⇒मुस्लिम समुदाय के लोगों ने पेश की अकीदत
फिरोजाबाद। मुहर्रम की 10वीं तारीख यौम-ए-आशूर के दिन शहर में या हुसैन, या हुसैन की सदाएं गूंजती रहीं। शनिवार को मुस्लिम समुदाय ने अपने-अपने तरीकों से हजरत इमाम हुसैन और उनके साथियों को खिराजे अकीदत पेश की। दिन भर मातम और ताजिया दफन करने का सिलसिला चलता रहा। घरों में नज्र का आयोजन किया गया। शनिवार को जिला मोहर्रम कमेटी का जुलूस दरगाह हजरत इमाम उद्दीन शाह, बाबा फकरुद्दीन शाह मोहल्ला शीशग्राम से प्रारंभ हुआ। जो कि नौसे वाला कुआं, झमैया टोला, होली वाली भट्टी, हाजीपुरा चौराहा, गालिब नगर, राही नगर, मक्का मस्जिद, शीतल खां शीशग्रान कब्रिस्तान होता हुआ कर्बला पहुंचा। जहां खिराज-ए-अकीदत पेश करने के बाद उन्हें सुपुर्द ए खाक किया गया। घरों में कुरआन ख्वानी, फातिहा ख्वानी व दुआ ख्वानी हुई। अकीदतमंदों में लंगर बांटा गया। सुरक्षा को लेकर पुलिस फोर्स तैनात रहा। इस दौरान जिला मोहर्रम कमेटी के संयोजक सूफी गुलाम समदानी मियां, जिलाध्यक्ष मोहसिन मियां, वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूफी वकील मियां, उपाध्यक्ष जुबेर सर, महासचिव मजहर उद्दीन, महामंत्री गुड्डू मिया, सूफी गुलाम हसनैन मियां, हाशिम फिरोजाबादी, हाजी गुलाम साबिर, आसिफ हसनैन, इकबाल, हाशिम सिद्दीकी, गुलाम अब्बास मियां सफदर हुसैन, करबला कब्रिस्तान में हिकमत उल्ला खां, असलम भोला आदि मौजूद रहे।