रायबरेली। शिक्षकों का एरियर निकालने व बीईओ बछरावां के खिलाफ धरना प्रदर्शन कर रहे शिक्षकों की मांगों पर सहमति बन गई है। चौथे दिन राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के बैनर तले अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन कर रहे शिक्षकों की मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया गया है। वित्त एवं लेखाधिकारी और जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी की सहमति के बाद आरएसएम ने धरना प्रदर्शन स्थगित कर दिया है। जिलाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह ने बताया कि जिले में लगभग 1500 से अधिक शिक्षकों व शिक्षणेत्तर कार्मिकों के अवशेष देयकों का भुगतान नहीं हो पाया है। उन्होंने बताया कि जिले में अंतर्जनपदीय शिक्षकों की वार्षिक वेतन वृद्धि, डीए, बोनस बाधित वेतन का भुगतान, एमआरसी शिक्षकों की वार्षिक वेतन वृद्धि का भुगतान बकाया है।
इस संबंध में वित्त एवं लेखाधिकारी ने कहा कि 100 शिक्षकों का हर सप्ताह में एरियर निकाला जाएगा। उन्होंने कहा कि महीने में 25 से 05 तारीख तक वेतन का कार्य होता है। इसके बाद के समय में एरियर का कार्य किया जाएगा। उन्होंने कहा कि लगातार एरियर को रिजेक्ट करने की परंपरा को भी समाप्त किया जाएगा। इससे शिक्षकों को बार-बार एरियर अप्लाई नहीं करना होगा। शिक्षकों का एरियर बिल भी समय से ब्लॉक आए, इसके लिए बीईओ को भी पत्र जारी किया जाएगा। वहीं, बीएसए शिवेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि बीईओ बछरावां वरुण मिश्रा के खिलाफ कार्यवाही के लिए जांच रिपोर्ट डीएम को भेज दिया गया है। डीएम द्वारा उनका पदस्थापना व जांच आख्या पर अग्रिम कार्यवाही करने के लिए कहा गया है। बता दें, बीईओ की नियुक्ति जिलाधिकारी की तरफ से की जाती है। ऐसे में उनके पदस्थापना व अन्य कार्यवाही उन्हीं के माध्यम से की जाएगी। शिक्षक बछरावां वरुण कुमार मिश्रा के कार्यों से नाराज है। सभी शिक्षक उनकी तानाशाही, कार्यशैली, शिक्षकों का शोषण, सरकारी धन का दुरुपयोग और कार्यालयी भ्रष्टाचार की प्रशासनिक जांच रिपोर्ट को सार्वजनिक करके कठोर कार्यवाही की मांग कर रहे थे। मंगलवार को धरना प्रदर्शन का संचालन जिला महामंत्री संजय कनौजिया ने धरने का संचालन करते हुए कहा कि खंड शिक्षा अधिकारी बछरावां के कार्यालयीय भ्रष्टाचार के विरुद्ध यह अभियान सम्पूर्ण जांच होने तक जारी रहेगा। आज धरने में प्रदेश संगठन मंत्री शिवशंकर सिंह, मधुकर सिंह, दिनेश प्रताप सिंह, रवीन्द्र सिंह यादव, अमित सिंह, अनुराग मिश्रा, रणविजय सिंह, राजेश मौर्य, वीरेन्द्र बहादुर, संगीता, जयकरन, हरिमोहन यादव, अनूप सिंह, हरिशरण मौर्य, लोकतंत्र शुक्ल, रामेश्वर नाथ, रवींद्र, अवनीश सिंह, बृजेश, सन्दीप सोनकर, धर्मेंद्र राम, नृपेंद्र सिंह, प्रतिमा सिंह, शशि देवी, रामभरत राजभर, शशिलेश कुमार, राहुल वर्मा, शैलेन्द्र कुमार,संजय प्रकाश, संगीता यादव, आदि शिक्षक मौजूद रहे।