हाथरस। प्रदेश में लगातार बढ़ते तापमान और लू के प्रकोप को देखते हुए विद्यापीठ इंटर कॉलेज में हीट-वेव प्रबंधन कार्य योजना के तहत जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. राजीव कुमार अग्रवाल के निर्देशन में आयोजित किया गया, जिसमें महेंद्र प्रकाश सैनी ने छात्र-छात्राओं को लू से बचाव के उपाय और उससे होने वाले स्वास्थ्य प्रभावों के बारे में जानकारी दी। कार्यक्रम में बच्चों को बताया गया कि लू लगने पर त्वचा का गर्म, लाल और शुष्क हो जाना, पसीना न आना, तेज सांसें, तेज नाड़ी, व्यवहार में बदलाव, भ्रम की स्थिति, सिरदर्द, थकान, कमजोरी, मिचली और चक्कर आना जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। इन लक्षणों को पहचानकर समय पर उचित उपचार जरूरी होता है।
प्रधानाचार्य डॉ. अग्रवाल ने विद्यार्थियों को लू से बचने के लिए उपयोगी सुझाव दिए। उन्होंने कहा कि गर्मी से बचाव के लिए अधिक मात्रा में पानी और नींबू पानी पिएं, दोपहर 12 बजे से 3 बजे के बीच धूप में बाहर निकलने से बचें। बाहर निकलने पर सिर को टोपी, गमछा या छाता से ढकें, सूती व हल्के रंग के ढीले कपड़े पहनें जो पसीना सोख सकें। धूप का चश्मा, चप्पल और छाते का प्रयोग करें तथा खुले में कार्य करते समय गीले कपड़े से सिर, चेहरा, हाथ और पैरों को ढक कर रखें। साथ ही घर में ओआरएस घोल की उपलब्धता भी सुनिश्चित करें।
इस जागरूकता कार्यक्रम में अरुण कुमार कौशिक, संजय कुमार, भारत सिंह, प्रियंका, विनय कुमार, नीरज गुप्ता, अशोक कुमार, मुकेश दिवाकर, हनी वशिष्ठ, शिवम कुशवाहा, यश कुशवाहा, जितेंद्र कुशवाहा समेत विद्यालय के अनेक शिक्षक, शिक्षिकाएं व छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को भीषण गर्मी में सुरक्षित रहने के लिए सचेत करना और लू से होने वाली संभावित स्वास्थ्य समस्याओं से बचाव सुनिश्चित करना रहा।