कानपुरः अर्पण कश्यप। छेड़छाड़ के आरोपी को क्षेत्रीय पार्षद थाने से छुड़ा ले गये, इतना ही नहीं विरोध करने पर सिपाही व चौकी ईंचार्ज को दौड़ा लिया। बताया गया कि दबंगई का नजारा यह रहा कि सिपाही ने खुद को मालखाने में बंद कर अपनी जान बचाई।
क्या है मामला ?
मामला नौबस्ता थाना क्षेत्र के गंगापुर कालोनी का है। पीड़ित राहुल तिवारी का कुछ समय पहले अनुराग द्विवेदी उर्फ बंटी व पियूष से मारपीट हुआ था जिस पर आरोपियो ने बिधनू थाने में मुकदमा करा जेल भिजवाया था जिसकी आज राहुल की पत्नी नीलम तिवारी कचहरी से जमानत करा घर वापस आ रही थी रास्ते मे अनुराग व पियूष ने अपने साथियो संग दोबारा थाने न जाने की धमकी दी व जान से मारने को कहा जिसके डर से पीड़ित पति पत्नी दोबारा नौबस्ता थाने पहुचे और अपनी शिकायत दर्ज करायी।
लिखित शिकायत मिलने पर नौबस्ता चौकी ईंचार्ज महेश कुमार ने आरोपियों के साथी नीरज तिवारी को पकड लिया औऱ थाने ले आए। इसके बाद नीरज तिवारी ने खुद को बीजेपी कार्यकर्ता बताते हुये जमकर हंगामा काटा।
क्या हुआ थाने में?
नीरज के पकड़े जाने की सूचना मिलने पर थाने में बीजेपी पार्षद प्रशांत द्विवेदी अपने दलबल के साथ पहुंच गए व आरोपी को छोड़ने की बात कही जिस पर चैकी ईंचार्ज महेश कुमार ने विरोध किया तो बीजेपी पार्षद के समर्थक चैकी ईंचार्ज के साथ हाथापायी करने पर उतारू हो गये। इसका बीच बचाव करने आये सिपाही प्रेम शंकर को बन्धक बनाने का प्रयास किया जिस पर सिपाही ने जान बचाने के चलते भाग कर खुद को मालखाने बंद कर लिया।
बेबस दिखा प्रशासन !
सारा लाईव झगड़ा थाने के अंदर पुलिस के सामने चलता रहा पर सत्ता के आगे मजबूर प्रशासन बेबस व मूक बना सारा तमाशा देखता रहा। अन्त में नतमस्तक होकर आरोपी को छोड़ने में ही भलाई समझी।
क्या कहना है पीड़ित का
दबंगों के आगे पीड़ित दम्पति अब अपने घर न जाने को मजबूर दिखाई दिया। उसने बताया कि डर व किसी अनहोनी के चलते वह अब रिश्तेदार के घर रूकेगा।