कानपुरः अर्पण कश्यप। जानवर के आगे जानवर बनकर इन्सानियत को किया तार तार करने वाले पर अब मुकदमा कायम हो जायेगा और शायद आरोपी को उसकी सजा भी भुगतनी पड़ेगी।
लंगूर बंदर को पीट पीट कर मरणासन्न करने व बंदर की ऑख फूटने का मामला कानपुर के बर्रा थाना क्षेत्र का है। यह खबर जैसे ही मीडिया में आई जिला प्रशासन हरकत में आया और कार्रवाइ्र की बात कही।
बर्रा थाना क्षेत्र के छेदी सिंह के पुरवा में रहने वाले बलवीर सिंह की छत पर एक बन्दर उत्पात मचा रहा था। इसी बात से नाराज हो कर बलबीर सिंह ने बन्दर पर लाठी से वार करना शुरू कर दिया। बन्दर अपनी जान बचा कर भागने लगा और वह एक मंजिला ईमारत से नीचे गिर पड़ा। बन्दर का मुंह फट गया और उसके मुंह से खून निकलने लगा। काफी देर तक वह रोड़ पर बेहोश पड़ा रहा, जब स्थानीय लोगों ने उस पर पानी के छीटे मारे तब उसे होश आया। स्थानीय लोगों ने बन्दर की पिटाई का विरोध किया और इसकी सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुची पुलिस ने वन विभाग को इसकी सूचना दी। मौके पर पहुची वन विभाग की टीम ने स्थानीय लोगों की मदद से बन्दर को पकड़ा। वन विभाग के कर्मचारी राज कुमार के मुताबिक बन्दर को कानपुर चिड़िया घर ले जायेंगे जहॉ पर इसका इलाज कराया जायेगा। इसके बाद इसे चिड़िया घर में ही रखा जायेगा। स्थानीय निवासी पवन सिंह के मुताबिक इस क्षेत्र में बंदरो का आतंक है। इनकी वजह से लोग छत पर बैठकर धूप में भी नहीं बैठ सकते हैं, साथ ही बंदर घर के कपड़े अन्य खाने पीने वाली चीजे उठाकर ले जाते है। बंदरों की वजह से बच्चे घरो में ही कैद रहते है, कई लोगों को बंदरों ने काटा भी है। लेकिन कानपुर नगर का कैटिल कैचिंग दस्ता इस दिशा में ध्यान नहीं देता है। वहीं बर्रा थानाध्यक्ष भास्कर मिश्रा के मुताबिक एक बन्दर की पिटाई का मामला आया है। उसे वन विभाग की टीम पकड़ कर ले गई है वही कानपुर डी एम सुरेन्द्र सिंह के आदेशानुसार बंदर को मारने वाले आरोपी पर मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिये हैं।