Tuesday, April 23, 2024
Breaking News
Home » मुख्य समाचार » जो बोले सो निहाल शत श्री अकाल की गूंजः उमड़ी आस्था

जो बोले सो निहाल शत श्री अकाल की गूंजः उमड़ी आस्था

हाथरसः जन सामना संवाददाता। गुरू गोविन्द सिंह जी के आज 351 वें प्रकाशोत्सव पर्व पर शहर में विशाल नगर कीर्तन व शोभायात्रा भारी धूमधाम से निकाली गई तथा नगर कीर्तन शोभायात्रा के स्वागत के लिए शहर उमड़ पड़ा वहीं दर्जनों झांकियों व हैरतअंगेज करतबों ने शहर के लोगों का दिल जीत लिया वहीं आज शहर भर में ‘जो बोले सो निहाल-शत श्री अकाल’ के जयकारे गुंजायमान होते रहे। जबकि लोगों ने अपनी दुकानों व घरों से फूलों की पुष्प वर्षा कर एक अलग ही शमां बांध दिया। साथ ही पूरे शहर में तोरण द्वार व गुब्बारों से जगह-जगह बाजारों को सजाया गया था।
अलीगढ़ रोड स्थित शहर के प्रमुख गुरूद्वारा से आज गुरू गोविन्द सिंह जी के 351 वें प्रकाशोत्सव पर्व पर 19 वां विशाल शोभायात्रा व नगर कीर्तन निकाला गया तथा शोभायात्रा का शुभारम्भ जिलाधिकारी अमित कुमार सिंह, सदर विधायक हरीशंकर माहौर, पालिकाध्यक्ष आशीष शर्मा, अपर पुलिस अधीक्षक डा. अरविन्द कुमार, जिला पंचायत सदस्य व पूर्व ब्लाक प्रमुख रामेश्वर उपाध्याय, प्रमुख समाजसेवी स्व. श्री राजबाबू कालरा के सुपुत्र व गुरूद्वारा कमेटी के अध्यक्ष तजवंत कालरा, सेठ हरचरनदास कालेज के प्रबंधक कैलाशचन्द्र जैन, सपा शहराध्यक्ष श्याम सुन्दर शर्मा बंटी भैया, ईओ गुलशन सूरी, ब्लाक प्रमुख अमर सिंह पाण्डेय व गुरूद्वारा के मुख्य ग्रन्थी ज्ञानी हरपाल सिंह आदि द्वारा हरी झण्डी दिखाकर शुभारम्भ किया गया। इस दौरान वरिष्ठ नेता विजय सिंह प्रेमी, खत्री सभा अध्यक्ष व उद्योगपति श्रीकृष्ण अरोरा काके बाबू, गुलशन अरोरा, प्रदीप अरोरा, पूर्व चेयरमैन अगमप्रिय सत्संगी, डा. रहीस अहमद अब्बासी, हैप्पी अरोरा, सरदार चम्मेल सिंह, हाजी रिजवान अहमद कुरैशी, कुरवान अली शहजादा, डा. आर.पी. गुप्ता, हरीश आहूजा, उत्तमचन्द मलिक, नवीन अरोरा, यशपाल मेहरा, प्रमोद सलूजा, रामू अरोरा, बल्ले भाई, हरवंश अरोरा आदि मौजूद थे। इससे पूर्व गुरूद्वारे में विधिवत पूजा अर्चना कर पालकी में श्री गुरू ग्रन्थों को युवा समाजसेवी कविश कालरा द्वारा अपने सिर पर ले जाकर पालकी में विराजमान किया गया। शोभायात्रा में श्री गुरू ग्रन्थों को विशेष रूप से फूलों से सजी पालकी में सवार कर शहर भ्रमण कराया गया।
इस मौके पर प्रमुख समाजसेवी स्व. श्री राजबाबू कालरा के सुपुत्र व गुरूद्वारा प्रबन्ध कमेटी के अध्यक्ष श्री तजवंत कालरा एवं गुरूद्वारा के ग्रन्थी ज्ञानी हरपाल सिंह आदि द्वारा अतिथियों का स्वागत फूल मालाओं से लादकर व दुपट्टा ओढ़ाकर तथा सरूपा बांधकर प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर सरदार शैलेन्द्र सिंह, सरदार मेघसिंह, श्याम बग्गा, स्वराज मलिक, सरदार शेरसिंह, सतनाम सिंह, गुरदास मल, बंसर लाल अरोरा, उत्तमचन्द्र मलिक, सरदार त्रिलोचन सिंह, सरदार बलवीर सिंह, डा. जगजीत सिंह, गुरूमुख सिंह, अरूण कुमार मान्टू, जग्गी गुलाठी, विकास अरोरा आदि तमाम लोग विशेष रूप से मौजूद थे।
शोभायात्रा के शुभारम्भ उपरान्त शोभायात्रा अलीगढ़ रोड से तालाब चैराहा, पंजाबी मार्केट, रामलीला मैदान, बैनीगंज, घण्टाघर, नजिहाई बाजार, सर्राफा चैराहा, मोती बाजार, नयागंज, चक्की बाजार, मैण्डू गेट, सरक्यूलर रोड, क्रांति चैक, सासनी गेट, बागला कालेज रोड होती हुई गुरूद्वारा पहुंची जहां शोभायात्रा व नगर कीर्तन का समापन हुआ।
विशाल शोभायात्रा में सबसे आगे ऊंटसवार व घोडों पर सवार पंच प्यारे ध्वज लेकर चल रहे थे तो उनके पीछे गदका पार्टी अखाडा अमर अलीगढ के करतब वाज अपने तलवार बाजी, लाठी प्रदर्शन कर रहे थे। शोभायात्रा में श्री हरीकिशन पब्लिक स्कूल अलीगढ की छात्राएं व श्री गुरूनानक देव पब्लिक स्कूल अलीगढ के छात्र भजन कीर्तन करते हुए चल रहे थे। जबकि सेठ हरचरन दास गल्र्स इण्टर कालेज की छात्राएं शोभायात्रा में ध्वज पताका लेकर शत नाम बाहे गुरू व जो बोले सो निहाल शत श्री अकाल के जयघोष करते हुए चल रही थी। शोभायात्रा में बैण्डबाजों की धुन पर भजनों की तान छेडी जा रही थी तो शहीद भाई सुबेन सिंह जी व फूलों से सजी गुरू गोविन्द सिंह जी की झांकी चल रही थीं तथा हरगोविन्द अजीत अखाडा दिल्ली के जत्थेदार करतब कर रहे थे और शहीद भाई तारू सिंह जी व शहीद भाई मतिदास एवं गुरू गोविन्द सिंह जी के संदेशों की झांकियां संदेश देते हुए चल रही थीं। हस्दा पंजाब पाइप बैण्ड ने पिछले वर्षों की तरह इस बार भी अपनी कला का जलवा दिखाकर लोगों पर अपना रंग जमाया। अकाली जत्था अलीगढ़ के नन्हे-मुन्ने पंच प्यारे आकर्षण का केन्द्र बने हुए थे। वहीं अकाल फौज मथुरा के कलाकार अपनी करतबों व बम फोड़ने व बन्दूक चलाने के साथ सिर में कील घुसाने, हाथों पर बाइक चलाना, बर्फ पर लिटाकर बर्फ फोडना, दांतों से बाइक खींचना आदि आश्चर्य चकित करने वाले करतब दिखा रहे थे।
शोभायात्रा के अंत में गुरू ग्रन्थों की फूलों से सजी पालकी झांकी चल रही थी वहीं तमाम महिला, पुरूष व बच्चे सेवादार नंगे पैर व सिर पर कपड़ा बांधकर झांकी के आगे-आगे झाडू से सफाई व पानी का छिड़काव करते हुए तथा सड़क पर फूलों को बिखेरते हुए चल रहे थे। गुरू ग्रन्थों के दर्शन व मत्था टेकने को भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती रही साथ ही रास्ते भर प्रसादी का वितरण चलता रहा।
इस मौके पर पिछले वर्षों की तरह इस बार भी सेठ हरचरनदास गल्र्स इण्टर कालेज में जहां रंगोली सजायी गई और विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये गये। वहीं इस बार भगवान शिव व माता पार्वती की झांकी हिमालय पर्वत के साथ प्रस्तुत कर अलौकिक छटा बिखर रही थी। विद्यालय प्रधानाचार्या श्रीमती सरिता देवी व स्टाफ द्वारा शोभायात्रा व प्रबन्ध कमेटी का स्वागत कर प्रसादी भी वितरित की गई।
पूरे शहर भर में आज गुरू गोविन्द सिंह के प्रकाशोत्सव की धूम मची रही और जगह-जगह पर स्वागत व पुष्प वर्षा की गई और शहर भर में आज ‘जो बोले सो निहाल-शत श्री अकाल’ के जयकारे गूंजते रहे और शहर गोविन्दमय नजर आया। शोभायात्रा उपरांत विशाल लंगर भी गुरूद्वारे पर चल रहा है जहां हजारों लोगों द्वारा प्रसादी ग्रहण की गई। शोभायात्रा में सुरक्षा व्यवस्था को इस बार भारी पुलिस फोर्स नजर आया और कड़े इंतजाम रहे।