विवेकानन्द की मूर्ति को बताया नकली, किया विरोध
गलत मूर्ति दर्शाती है अधिकारियो की जीरो आईक्यू
कानपुर, स्वप्निल तिवारी। दोस्त सेवा संस्थान के अध्यक्ष रवि शुक्ला के नेतृत्व में संस्था के सदस्यों के साथ स्वामी विवेकानन्द जी की जयंती मनाई गयी तथा मोतीझील स्थित उनकी प्रतिमा पर माल्यापर्ण व पुष्प अर्पित किया।
इस दौरान धरना देते हुए रवि शुक्ला ने बताया कि नगर निगम कानपुर ने हाल में ही प्रदेश मुख्यमंत्री के द्वारा करोडो रूपये लगाकर स्वामी विवेकानन्द जी की मूर्ति का मोतीझील प्रांगण में अनावरण किया। आरोप लगाया कि यह मूर्ति कहीं से भी विवेकानन्द से मिलती जुलती नहीं है। यह मूर्ति पूरी तरह से कमीशन बाजी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गयी और मूर्ति अधिकारियों के जीरो आईक्यू को भी दर्शाती है। साथ में मुख्यमंत्री से अनावरण करा दिया और मुख्यमंत्री ने भी गलत मूर्ति को स्वीकार कर अनावरण कर दिया। रवि ने कहा कि मोतीझील परिसर में लगी विवेकानन्द की मूर्ति भ्रष्टाचार की खुद गवाही दे रही हे, इसे तत्काल हटाया जाये साथ में भुगतान करने वाले अधिकारी को भी बर्खास्त किया जाये, पूरी वसूली ठेकेदार व अधिकारियों से करनी चाहिये। प्रदर्शन करने वालों में रीता गुप्ता, राकेश मिश्रा, शिवेन्दु, प्रवीन, आशीष मिश्रा, सुरेश त्रिवेदी, जीवन लाल, अनिरूद्ध, हेमन्त, अजीत खोटे, राजेन्द्र शर्मा, अनुराग, भगवतदास, भगवंत तिवारी, सत्येन्द्र, सूर्यकान्त, पूजा शुक्ला आदि मौजूद रहे।