Friday, April 26, 2024
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गणतन्त्र दिवस पर ध्वजारोहण कर किया समाजसेवियों का सम्मान

कानपुरः जन सामना संवाददाता। गणतन्त्र दिवस के अवसर पर सोशल रिसर्च फाउण्डेशन द्वारा संचालित साहित्यिक प्रकोष्ठ ‘बृज-इन्द्रा अभिव्यक्ति मंच’ द्वारा ध्वजारोहण, सम्मान समारोह एवं काव्यगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ ज्योतिषाचार्य के0 ए0 दुबे ‘पदमेश’, पूर्व पुलिस अधिकारी अजय कुलश्रेष्ठ,, डाॅ0 ए0 के0 दीक्षित एम0 एल0 अग्रवाल एवं श्रीमती इन्द्रा मिश्रा द्वारा किया गया। ध्वजारोहण के पश्चात अतिथिगणों ने अपने अपने विचार व्यक्त किए और गणतन्त्र दिवस के महत्व पर प्रकाश डाला।
सम्मान समारोह में मंचासीन अतिथिगणों द्वारा पुलिस विभाग के पांच कर्मठ अधिकारियों का सम्मान किया गया जिनमें उपनिरीक्षक शिव कुमार दुबे, उपनिरीक्षक शेष नारायण पाण्डेय, उपनिरीक्षक भगवान सिंह चैहान, उपनिरीक्षक राहुल कुमार एवं का0 श्रीमती सुनीता पाण्डेय शामिल रहे।
इसके अतिरिक्त अभी हाल ही में जकार्ता से सम्मानित होकर लौटे वरिष्ठ कवि डाॅ0 ओम प्रकाश शुक्ल ‘अमिय’ के अतिरिक्त नगर के वरिष्ठ कविगणों डाॅ0 कमलेश द्विवेदी, ओम नारायण शुक्ल, राजेन्द्र तिवारी एवं अन्सार कम्बरी जी को सम्मानित किया गया। उपरोक्त सभी को माल्यार्पण के पश्चात् अंगवस्त्र, स्मृति चिन्ह एवं सम्मानपत्र प्रदान किया गया।
इस अवसर पर संस्थान के सचिव डाॅ0 राजीव मिश्रा ने अपने संचालन वक्तव्य में कहा कि केवल पर्व मना लेने भर से बात नहीं बनेगी बल्कि हमें संकल्प लेना होगा कि हम संविधान को आत्मसात भी करें। डाॅ0 ए0 के0 दीक्षित ने बताया कि गुटखा पाउच पर केवल चित्र छपा होने से लोग गुटखा खाना बंद नहीं करेंगे बल्कि हमें स्वयं को जागरूक बनाना होगा और समाज को धूम्रपान से बचाना होगा।
अजय कुलश्रेष्ठ, पूर्व पुलिस अधीक्षक अपने वक्तव्य में कहा कि हमें कानून का बिना डरे पालन करना चाहिये और अपने क्षेत्र के पुलिस विभाग के साथ समन्वय स्थापित करना चाहिये ताकि किसी भी समस्या के लिये हमें अन्य किसी मध्यस्थ की ओर निहारना न पड़े। मुुख्य अतिथि ज्योतिषाचार्य के0 ए0 दुबे ‘पदमेश’ ने सोशल रिसर्च फाउण्डेशन के इस पहल की प्रशंसा करते हुये कहा कि इस तरह के आयोजन और सम्मान से पुलिस और जनता के बीच दूरियां मिटती है और एक दूसरे को जानने का अवसर प्राप्त होता है। हमें कानून का साथ देना चाहिये और अपने गणतंत्र को बचाने के लिये सबसे अचूक उपाय उसका स्वयं पालन ही है। अध्यक्षीय उद्बोधन में भारत विकास परिषद के प्रांतीय संरक्षक एम0एल0 अग्रवाल ने कहा कि निश्चित रूप से कानून को अपना काम निष्पक्षता से करना चाहिये परन्तु जब तक जनता स्वयं भी इसका पालन नहीं करेगी तब आमूल-चूल परिवर्तन नहीं होने वाला। धन्यवाद ज्ञापन संस्थान की तरफ से कवियत्री डाॅ0 शीतल बाजपेई ने किया।
द्वितीय सत्र में काव्यगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें कानपुर, उन्नाव, लखनऊ और शाहजहाँपुर से आये हुये गणमान्य कविगणों ने बढ़चढ़ हिस्सा लिया। सभी को संस्थान ने माल्यार्पण और सम्मानपत्र से सम्मानित किया। इनमें प्रमुख रूप से कवि रमेश मिश्र ‘आनन्द’, रश्मि कुलश्रेष्ठ, अनीता मौर्या, अल्का मिश्रा, रंजना यादव, नसीर अहमद, जय राम सिंह गौड़, अशोक गुप्ता, अजीत सिंह राठौर, कुसुम सिंह अविचल, प्रमिला पाण्डेय, कमलेश शुक्ला, प्रीती, नवीन मणि त्रिपाठी, अजीब आदित्य, विकास पाण्डेय, यश दुबे, शिवम् शर्मा ‘गुमनाम’, इशरत शगीर, विकास शुक्ला, विवेक औदीच्य, मनीष मीत, मधु श्रीवास्तव, धीरेन्द्र श्रीवास्तव, नीलू शुक्ला आदि उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ कवि सुरेन्द्र गुप्त ‘सीकर’ ने किया। इस अवसर पर जन सामना के सम्पादक श्याम सिंह पंवार, भारतीय स्वरूप के सम्पादक अतुल दीक्षित, अलर्ट टीम के सम्पादक के0 के0 साहू, उप सम्पादक चंदन जायसवाल, समय संचार के सम्पादक रामसुख यादव, पत्रकार नरेश सिंह चैहान, पत्रकार धर्मेन्द्र कुमार, क्षेत्रीय पार्षद प्रमोद जायसवाल, अनूप शुक्ला, दीप्ति मिश्रा, भावना निगम, रश्मि श्रीवास्तव, नम्रता सिंह, पूनम राठौर, दिव्या भाटिया, गणेश मिश्रा, मनीष शर्मा, बिन्दु पाण्डेय, आनन्द पाण्डेय, यशस्वी, तेजस्वी, सरोज कुमार मिश्रा, जितेन्द्र बाल्मीकि उपस्थित थे।