Friday, April 26, 2024
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डीएम ने बताया अवैध खनन के आरोप को गलत

कानपुर देहात, संदीप गौतम। उत्तर प्रदेश में खनन का नाम लोगों की जुबान पर आते ही उनके जहन में अवैध खनन का नाम आ जाता है और ऐसा ही कुछ कानपुर देहात में भी देखने को मिला जहाँ जिला प्रशासन द्वारा यमुना घाट में 3 जगहों पर बालू खनन करने के लिये पट्टे दिए गए थे लेकिन कुछ ही दिन बाद इन जगहों पर कुछ लोगों द्वारा अवैध खनन करने की शिकायतें आने लगी थी और जिला प्रशासन के ऊपर भी अवैध खनन कराने के आरोप लग रहे थे।

अवैध खनन की शिकायत पर आज जिला प्रशासन मौके पर पहुंचा और अवैध खनन के शिकायतों की जांच करी जांच में जिला प्रशासन टीम को किसी भी प्रकार से अवैध खनन करते नही पाया गया जांच करने के बाद जिलाधिकारी राकेश सिंह ने मीडिया को बताया कि कई दिनों से कुछ लोगों द्वारा अवैध खनन करने की शिकायतें आ रही थी इसलिए जांच करने के लिये हमारी पूरी टीम यमुना बालू घाट पर खनन की जांच करने गयी थी पट्टा धारकों को जो जगह दी गयी थी उसी एरिया में खनन हो रहा था इसके बाद भी मेरे द्वारा समय समय पर जांच करायी जाती रहती है। साथ में यह भी कहा कि अगर किसी पट्टा धारक द्वारा अवैध खनन करने की शिकायत पर अवैध खनन करते पाये जाते है तो नियमानुसार कड़ी कार्यवाही की जायेगी।
वही जब इस मामले में कानपुर देहात में हो रहे दौलतपुर में अवैध खनन के बारे में ग्रामीणों से बात की गयी तो उन्होंने कहा की यहाँ आये दिन अधिकारी मौके पर जाकर निरीक्षण करते रहते है। कुछ दिन पहले डीएम राकेश कुमार सिंह भी मौके पर पूरी टीम के साथ आये थे और उन्होंने अपनी निगरानी में जांच भी कराई थी लेकिन किसी प्रकार से कोई गलती नहीं पायी गई। डीएम ने बताया की खनन वाली जगह पर लाल पट्टियां भी लगाई गयी है। जिसके अंदर ही खननकर्ता खनन कर सकते है अगर वो उसके आगे खनन करते है तो उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही भी की जायेगी वही जब यमुना की मुख्यधारा में खनन करने की बात पूछी गयी तो उन्होंने कहा की परमीसन के आधार पर वो मुख्यधारा से 15 मीटर की दूरी के आगे से ही खनन कर सकते है लेकिन वो मुख्यधारा से करीब 500 मीटर की दूरी पर खनन का कार्य कर रहे है और मुख्यधारा को इससे किसी भी प्रकार का नुकसान नहीं है और डीएम व अन्य अधिकारियों द्वारा जांच की बात पर उन्होंने बताया की उनके घाट पर डीएम एसडीएम सहित कई अधिकारी आये और उन्होंने जांच भी की उन्होंने यहाँ फिलहाल ऐसी कोई गड़बड़ी नहीं पायी वो परमीसन के आधार पर ही खनन का कार्य कर रहे है अवैध खनन का आरोप पूरी तरह से बेबुनियाद है।