Saturday, April 20, 2024
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रक्तदान-जीवनदान, रक्तदान करके किसी जरूरतमन्द की जान बचाएं: डीएम

कानपुर देहातः जन सामना ब्यूरो। जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह, सीएमओ डा. सुरेन्द्र रावत, एसीएमओ डा. बीपी सिंह ने बताया कि रक्तदान महादान है और यह मानवता को एक सूत्र में बांधने का कार्य करता है सभी के रक्त का रंग लाल ही होता है और मानवता धर्म का कोई मूल्य नहीं होता। यह अमूल्य है, हम सबको को एकजुट होकर मानवता का एकसूत्र करके मानव जीवन को बचाने के कार्य में आगे आना चाहिए। उन्होंने कहा कि रक्तदान जागरूकता कार्यक्रम निरंतर चलने चाहिए तथा सभी एमओआईसी को अपने-अपने क्षेत्र में अधिक से अधिक जागरूकता लाकर आमजन को रक्तदान के प्रति प्रेरित करना चाहिए, क्योकि रक्त का बदला रक्त है यदि यह किसी को रक्त की जरूरत है तो इसकी पूर्ति रक्त से ही पूर्ति संभव है। स्वैच्छिक रक्तदान अधिक से अधिक किया जाये क्योकि यह गरीब जरूरतमंद को आसानी से उपलब्ध कराया जा सके। हर व्यक्ति को समय समय पर स्वेच्छा से जनहित में रक्तदान करना चाहिए। रक्तदान करने से हम अपने शरीर में नए रक्त के निर्माण की प्रक्रिया को बेहतर बना सकते हैं। उन्होंने कहा कि वैसे भी हमारे शरीर में रक्त में पायी जाने वाली लाल रूधिर कणिकाएं 90 दिनों के बाद अपने आप नष्ट हो जाती हैं तथा श्वेत रूधिर कणिकाएं जो कि हमारे शरीर की कई तरह की बीमारियों से बचाती हैं वो भी एक सप्ताह के बाद नष्ट हो जाती हैं। ये दोनों ही रूधिर कणिकाएं रक्तदान के बाद नए सिरे से बनने लगती हैं। स्वेच्छा से रक्तदान करें व मानवहित में सहयोग करें।
जिला चिकित्सालय में रक्तदान जागरूकता कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए सीएमएस डा. पंकज श्रीवास्तव ने कहा कि रक्तदान के प्रति लोगों को अधिक से अधिक जागरूक करने की जरूरत है उन्होंने कहा कि आगामी दिनों में आयोजित होने वाले रक्तदान रक्तदान महादान शिविर में स्टाफ के लोग अपने तथा अपने परिजन, मित्रजन को रक्तदान के प्रति जागरूक कर अधिक से अधिक संख्या में लाये और रक्तदान हेतु प्रेरित करें। रक्तदान कार्यक्रम के अवसर पर उपस्थित अधिकारियों, आमजनों से कहा कि समाज के प्रत्येक व्यक्ति को यह जानकारी मिल जाए कि रक्तदान करने से शरीर पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ता है बल्कि ऐसा करने से नए रक्त के बनने की प्रक्रिया शुरू हो जाती। उन्होंने कहा कि रक्तदान कार्यक्रम निरंतर चलने वाला जिला चिकित्सालय में कार्यक्रम है कोई भी व्यक्ति स्वेच्छा से ब्लड डोनेशन कक्ष में आकर जिला अस्पताल सीएमएस/प्रभारी, ब्लड कक्ष प्रभारी से मिलकर रक्तदान कर सकता है। सन्देश दें कि स्वेच्छा से रक्तदान करंे तथा किसी जरूरतमन्द की मदद में आगे आएं। अपर सीएमओ डा. अजय कुमार ने कहा कि चिकित्सकों की समय समय पर सलाह लेकर व्यक्ति को अपने आचार, विचार तथा आहार आदि में भी तब्दीली लानी चाहिए। आहार में फलों, शाक, सब्जियों, फलियों, विटामिनों और खनिजयुक्त खाद्य पदार्थो पर ध्यान देना चाहिए। अनाजों व कार्बोहाइड्रेडयुक्त अन्य खाद्य पदार्थो को वरीयता दें। कम वसा वाले डेयरी उत्पाद भी ग्रहण करने योग्य हैं। दूध जो बाजार में पैकेट में बिकते है उनकी तिथि गुणवत्ता आदि को भी देख लें। पानी अधिक पीयें। क्योंकि अधिक पानी पीने से शरीर से हानिकारक पदार्थ अच्छी तरह निकल जाते हैं। तनावमुक्त रहे, न किसी को तनाव दें, न ही तनाव लें। दिनचर्या में हल्का व्यायाम, योग, घूमना, टहलना आदि भी शामिल करें। खानपान में संयम बरतकर वजन पर नियन्त्रण रखें। इस मौके पर सहायक निदेशक प्रमोद कुमार सहित बडी संख्या में स्टाफ उपस्थित रहा।