Saturday, April 20, 2024
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डीएम ने प्राथमिक विद्यालय का किया निरीक्षण

⇒बालक व बालिकाओं के शौचालयों में लटका मिला ताला
⇒मिड-डे-मील के तहत बनी सब्जी में मिर्च ज्यादा मिलीं
⇒88 पंजीकृम बच्चों में से 51 बच्चे ही उपस्थित मिले
कानपुर । बच्चों को जो भी मिड डे मिल दिया जाये बच्चों के हिसाब से ही बनाया जाये। प्रतिदिन मैन्यू के ही हिसाब सेगुणवत्तापूर्ण खाना बनाया जाये गुणवत्ता से कोई समझौता न किया जाये। विद्यालय परिसर में साफ सफाई का विशेष ध्यान दिया जाये। बच्चों को स्वच्छता के बारे में बताया जाये बिना हाथ धोए बच्चे खाना न खाए तथा अच्छी अच्छी बाते उन्हें बताई जाये।
उक्त निर्देश सोमवार को जिलाधिकारी विजय विश्वास पन्त ने खुजऊपुर प्राथमिक विद्यालय के औचक निरीक्षण में व्यक्त किया। जिलाधिकारी जैसे ही विद्यालय पहुँचे वहां बच्चों को खाना खिलाया जा रहा था। उन्होंने आज के बनने वाले मैन्यू के विषय मंे पूछा तो उपस्थित अध्यापक ने बताया कि आज सोयाबीन की सब्जी, रोटी बच्चों को दिया जा रहा है। उन्होंने सब्जी की गुणवत्ता देखने के लिए उसका खाया तो पाया कि सब्जी में मिर्च की मात्रा बहुत थी तथा सब्जी पानी जैसे दिख रही थी। इस पर उन्होंने कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए निर्देशित करते हुए कहा कि बच्चों के हिसाब से ही खाना बने इस बात का विशेष ध्यान रखा जाये। उन्होंने खाने में प्रयोग किये जाने वाले मसाले तथा तेल को देखा तो अशोक मामले ब्राण्ड के मसाले तथा टाटा नमक व कच्ची धानी कड़वा तेल प्रयोग किया जा रहा था। उन्होंने आज बच्चों की उपस्थिति के विषय में जानकारी की तो उपस्थित अध्यापक ने बताया कि 88 बच्चे कुल पंजीकृत है जिनमें आज 51 बच्चे ही उपस्थित हैं । उन्होंने विद्यालय में बने बालक शौचालय तथा बालिका शौचालय का निरीक्षण किया तो दोनों शौचालय में ताला मिला जिस पर जिलाधिकारी ने कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि भविष्य में शौचालयो में ताला न लगा हो इस बात का विशेष ध्यान रहे। वहां उपस्थित ग्रामीणों द्वारा कोटेदार द्वारा समय से राशन न दिये जाने की शिकायत की जिस पर जिलाधिकारी ने तत्काल कोटेदार की दुकान पर छापा मारा तो कोटेदार राशन वितरण कर रहा था तथा उपस्थित ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से कहा कि राशन कार्ड होते हुए भी राशन नहीं दिया जा रहा है जिस पर जिलाधिकारी ने कोटेदार की सूची से उसके राशन कार्ड का मिलान किया तो उस का नाम सूची में नही था । इस पर जिलाधिकारी ने उप जिलाधिकारी नर्वल को अन्य ग्रामीणों के राशन कार्डों की जांच कराकर पात्रता के आधार पर उनके नाम जोड़वाने तथा कोटेदार की जांच कराने के लिए निर्देश दिये तथा समय से राशन वितरण करने के लिए निर्देशित किया।