कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। जिलाधिकारी कुमार रविकान्त सिंह ने 14 से 21 अक्टूबर 2016 तक सुरक्षित मातृत्व सप्ताह के द्वितीय चरण के मनाए जाने के सम्बन्ध में अधिकारियों की बैठक कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 अनीता सिंह से कहा कि इस कार्यक्रम में ड्यूटी पर लगे कर्मी किसी भी दशा में लापरवाही न करें। जो आशा बहुएं काम में हीलाहवाली का रवैया अपना रही हैं उन्हें चिन्हित कर कार्यवाही करें। डीएम ने कहा कि प्रत्येक स्वास्थ्य इकाई में जटिलता वाली गर्भवती माताओं को चिन्हीकरण, ग्राम पोषण दिवसों में गर्भावस्था के दौरान उचित देखरेख तथा सभी गर्भवती माताओं को संस्थागत प्रसव हेतु पे्ररित करना, सभी आवश्यक जांच एवं इलाज करवाना आदि कार्यों पर विशेष ध्यान दें। प्रत्येक विकासखण्ड पर 102 एम्बुलेंस की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है जो हाईरिस्क गर्भवती माताओं को नजदीकी स्वास्थ्य इकाईयों तक पहुंचाएंगे। मातृत्व सप्ताह को सफलता पूर्वक मनाए जाने की सभी तैयारियाॅं पूरी कर ली जाएं साथ ही यह भी पूरी तरह सुनिश्चित हो कि मातृ-शिशु को किसी भी प्रकार का नुकसान न हो। वीएचएनडी के तहत जो भी कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की गयी है सीएमओ उसकी भी समीक्षा कर लें।
जिलाधिकारी कुमार रविकान्त सिंह ने निर्देश दिए हैं कि गर्भवती महिलाओं में खून की कमी (एनीमियां) होना एक बड़ी समस्या है जो मातृ मृत्यु दर का एक प्रमुख कारण है। इसलिए किसी भी दशा में ब्लड बैंक प्रभारी इस बात का ध्यान रखें कि यदि किसी भी स्तर से गर्भवती महिला को खून चढ़ाने जाने हेतु अस्पताल से मांग की जाती है तो इसे प्राथमिकता से पूरा करें। सीएचसी, पीएचसी अधीक्षक व सीडीपीओ की बैठक आवश्यक कार्यवाहियों पर चर्चा कर तैयारी कर लें। इसके अलावा जिन आशा बहुओं का भुगतान अभी तक नहीं हो पाया है उनका भुगतान समय से करवा दिया जाए।