प्रदेश कमेटी के आह्वान पर आयोजित हुआ विरोध दिवस
चकिया/चन्दौली, दीपनारायण यादव। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार लगातार दबंग ताकतों को संरक्षण दे रही है जिसका नतीजा है कि गोरखपुर, आजमगढ़, प्रतापगढ़ सहित प्रदेश की तमाम जगहों पर गरीबों दलितों पर लगातार हमले हो रहे हैं और सोनभद्र जिले के दुद्धी में खनन माफियाओं ने तीन आदिवासियों की हत्या तक कर डाली है। लखनऊ में तो एक गरीब महिला की झोपड़ी को कब्जा कर भाजपा का झंडा टांग कर कार्यालय घोषित कर दिया गया। वहीं मोदी सरकार गरीबों की आवाज उठाने वालों को गिरफ्तार करवा रही है। सीएए, एनपीआर, एनआरसी विरोधी आन्दोलनकारियों का दमन किया जा रहा है। उक्त आरोप भाकपा (माले) राज्य स्थाई समीति सदस्य व चन्दौली जिला सचिव कामरेड अनिल पासवान ने दमन, हत्या के खिलाफ लोकतंत्र के लिए, भाकपा (माले) के राज्य स्तरीय विरोध दिवस कार्यक्रम के तहत भारी बरिश के बावजूद उसरी गांव में शहीद-ए-आजम भगत सिंह पंचायत भवन पर कार्यक्रम के दौरान लगाया।विरोध दिवस कार्यक्रम के दौरान सोनभद्र में हुए तिहरे हत्याकांड की उच्च स्तरीय जांच कराओ, हत्यारों को गिरफ्तार करो। सोनभद्र तिहरे हत्याकांड के मृतकों के परिजनों को 20-20 लाख रुपया मुआवजा दो। गोरखपुर प्रकरण में दलितों के ऊपर किए गए फर्जी मुकदमे वापस लो,प्रतापगढ़ मामले में दबंगों से मिलीभगत करने वाले पुलिस अधिकारियों को दंडित करो, भाकपा (माले) कार्यकर्ताओं व सीएए, एनपीआर, एनआरसी विरोधी आंदोलनकारियों का दमन उत्पीड़न बंद करो, लखनऊ में गरीब की झोपड़ी पर कब्जा कर भाजपा कार्यालय बनाने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करो आदि नारे लगाये गये।
विरोध दिवस कार्यक्रम में जितेन्द्र पासवान, विजय बहादुर खरवार, लवकुश गुप्ता, बलिराज पासवान, कुलदीप शर्मा, मंजू देवी, चंदन पासवान सहित तमाम लोग शामिल रहे।