Monday, November 18, 2024
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पुलिस द्वारा लेखपाल के साथ की गई मारपीट मे आई चोटों के फोटो वायरल

⇒मामले में एसपी द्वारा दो पुलिसकर्मी किए सस्पेंड
⇒राम मंदिर के भूमि पूजन की खुशी लेखपाल के परिवार को पड़ा भारी
⇒लापरवाह सिपाहियों को किया गया है सस्पेंड-एसपी
शिकोहाबाद। शिकोहाबाद थाना क्षेत्र के गिहार कालोनी के निकट 5 अगस्त को राम मंदिर के भूमि पूजन की खुशी में लेखपाल के परिवार को पटाखे चलाना उस वक्त भारी पड़ गया। जब लेखपाल और उसके परिजन को पुलिस ने मारपीट कर थाना में बंद कर दिया। बाद में एसडीएम के हस्तक्षेप के बाद लेखपाल को थाने से छोड़ा गया। वहीं आज रविवार को लेखपाल के साथ जबरदस्त की गई पिटाई का फोटो वायरल होने के बाद एसपी ग्रामीण द्वारा पिटाई करने वाले दो पुलिसकर्मीयों को सस्पेंड कर दिया है। साथ ही विभागीय जांच के भी आदेश दिए हैं।
थाना क्षेत्र के तहसील के निकट स्थित गिहार कालोनी निवासी प्रभाकर कुमार मैनपुरी के करहल तहसील के अनूपपुर में लेखपाल के पद पर तैनात हैं। बताया जाता है कि लेखपाल पांच अगस्त को राम मंदिर के भूमि पूजन की खुशी में अपने घर के सामने दीपक जला रहे थे। वहीं बच्चे पटाखे चलाने रहे थे। आरोप है कि उसी दौरान सीओ इंदुप्रभा सिंह और थाना प्रभारी सुनील कुमार तोमर की गाड़ी का निकलना हुआ। जब उन्होंने यह सब देखा तो सिपाहियों ने लेखपाल को पीटना शुरू कर दिया। जब इसका विरोध परिजनों ने किया तो लेखपाल सहित उनके भाई व बहनोई को पकड़कर थाने में ले गए। जहां पुलिस ने लेखपाल को फिर से पीटा। जब लेखपाल ने थाना प्रभारी से कहा कि हम लेखपाल हैं, तब जाकर पीटना बंद किया। इस दौरान लेखपाल ने उप जिलाधिकारी को फोन से अवगत कराया। एसडीएम ने थाना प्रभारी को फोन से बताया। जब मामला एसएसपी सचिंद्र पटेल के संज्ञान में पहुंचा, तब कहीं जाकर उसको थाना से छोड़ा गया। जब लेखपाल को पीटने के फोटो सोशल मीडिया पर बायरल होने लगे, तो मीडिया के संज्ञान में आते ही अधिकारियों में हड़कंप मच गया। जब इस संबंध में लेखपाल से पूछा गया तो लेखपाल ने कोई भी कार्यवाही से मना कर दिया। वहीं बताया जा रहा है कि यह मामला शासन स्तर तक पहुंच गया है। लेखपाल के पिटाई के फोटो वायॅरल होने के बाद लेखपाल सघं के जिलाध्यक्ष विनय यादव ने मामले की मुख्यमंत्री कार्यालय में शिकायत की। जिलाधिकारी से मिलने के बाद सीओ के खिलाफ तत्काल कार्यवाही करने की मांग की गई है। अगर कार्यवाही नही की गई तो उग्र आंदोलन करने को बाध्य होंगे। वहीं एसपी ग्रामीण राजेश कुमार का कहना है कि सोशल मीडिया पर वायरल फोटो के संज्ञान में आते ही जांच की गई। जांच में पाया गया कि यह मामला 5 अगस्त का है। कुछ लोग अपने घर के सामने आतिशबाजी कर रहे थे। पुलिस इनको पकड़ कर थाना लाकर उनमें दो-चार डंडे लगा दिए थे। उन पुलिस कर्मियों को पहचान लिया गया है तथा फोटो देखकर लगता है कि इन पुलिसकर्मियों द्वारा लापरवाही बरती गई है। इसमें दो सिपाहियों को सस्पेंड कर दिया गया है तथा गहराई से जांच कराई जा रही है। जो भी दोषी होगा, उस पर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी ।