फिरोजाबाद। आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे पर रविवार तड़के पांच बजे फिरोजाबाद के नसीरपुर क्षेत्र स्लीपर कोच बस डिवाइटर पर टकराने के बादं अचानक आग लग गई। बस में सो रहे यात्रियों में से एक जिंदा जल गया। जबकि बाकी दो लोग घायल हुए हैं। हादसे की जानकारी होते ही हड़कंप मच गया। वहीं आलाधिकारी मौके पर पहुंच गये। घायल यात्रियों को इलाज के लिए अस्पताल भिजवाया। वहीं मौके पर फायर ब्रिगेड की तीन गाड़ी पहुंची। उन्होंने काफी मशक्त के बाद आग पर काबू पाया। पुलिस ने मृतक के शव को कब्जे में लेकर हादसे के कारणों की जांच शुरू कर दी है।
बिहार के सुपौल से मेहसाणा (गुजरात) जा रहा रवीना ट्रैवल्स जोधपुर की एसी स्लीपर कोच बस संख्या जीजे 01 ई टी-8877 में 69 यात्री तथा गाड़ी के स्टाफ के तीन लोग सवार थे। बस पूरी रफ्तार से दौड़ रही थी और यात्री सोए हुए थे। अचानक ड्राइवर के आई झपकी से बस डिवाइडर से टकराई गई। हादसे के बाद बस में आग लग गयी। हादसे में बस का अगला शीशा टूटने से परिचालक काफी नीचे गिर गया। आग लगते ही अफरा-तफरी मच गई। चीख पुकार के बीच यात्री किसी तरह बस से बाहर निकले, मगर एक यात्री घायल होने के कारण बाहर नहीं निकल सका और आग ने बस को अपनी चपेट में ले लिया। स्थानीय ग्रामीणों ने हादसा होता देखा, तो यूपीडा को सूचित किया। यूपीडा की सूचना पर नसीरपुर पुलिस तुरंत मौके पर पहुंच गई। वहीं नसीरपुर थाना प्रभारी ने हादसे कि जानकारी आलाधिकारियों को दी गई। जानकारी होते ही एसपी ग्रामीण राजेश कुमार कई थानों के फोर्स और फायर ब्रिगेड की गाड़ी के साथ मौके पर पहुंचे। जिले की तीन दमकल की गाड़ीयों ने मौके पर पहुंचकर लगभग आधा घंटे में बस की आग पर काबू पाया गया। हादसे में 30 वर्षीय यात्री विष्णु ऋषिदेव पुत्र काडा ऋषि देव निवासी पिपहा छातापुर, सुपौल की जलने से मौत हो गई, वही बस स्टाफ के सहायक चालक बबलू सिंह पुत्र कायम सिंह निवासी बीकानेर, राजस्थान तथा कन्डेक्टर रावत आचार्य पुत्र मुंशीलाल निवासी जोधपुर, राजस्थान घायल हुए हैं। इसके साथ ही बस में बैठे यात्रियों को अन्य वाहनों से रवाना कर दिया गया। हादसे की वजह ड्राइवर को नींद की झपकी आना माना जा रहा है। फिलहाल वह फरार है। वहीं गंभीर रूप से घायल हुए रावत आचार्य की इलाज के दौरान मौत हो गई ।