कानपुर। पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार फीसमाफी आंदोलन में हिदुंत्व वादी सरकार तक अपनी बात पहुचाने के लिए अभिवावकों ने उ0प्र0 अभिवावक विचार मंच व फलक एजूकेशन के तत्वावधान में जोरदार प्रदर्शन किया गया। इस मौके पर कहा गया कि मां गंगा के तट पर जितनी गंगा की सफाई की आवश्यकता है उतनी ही शिक्षा के मंदिरों में काबिज शिक्षा माफिया की सफाई की आवश्यकता है। वहीं आज जिलाधिकारी के बुलावे पर पहुंचे आंदोलनकारियों से वार्ता के समय जिला विद्यालय निरीक्षक एवं बेसिक शिक्षा अधिकारी ने सीबीएसई और आईसीएससी बोर्ड के कान्वेंट विद्यालयों पर कोई भी नियंत्रण न होने की बात कही। इस पर आंदोलनकारियों ने कहा कि फिर वार्ता किससे करें? ऐसे में अच्छा रहता कि मौके पर विद्यालय प्रबंधन होता तो वार्ता सार्थक होती। जिलाधिकारी ने पुनः वार्ता के लिए कहा और वर्तमान परिस्थितियों पर शासनादेश का हवाला दिया। अभिवावकों ने हरियाणा एवं गुजरात का उदाहरण देते हुए कहा कि एक ही दल की सरकार अलग-अलग प्रदेशों में और निर्णय अलग-अलग समझ से परे हैं। अभिभावकों ने कहा कि अब विरोध और तेजी से किया जायेगा और काली पतंगें और काले गुब्बारे उड़ाकर विरोध किया जायेगा। इस मौके पर मनीष शर्मा सहित काफी संख्या में अभिभावक मौजूद रहे।