रसूलाबाद/कानपुर देहात, जन सामना संवाददाता। रसूलाबाद क्षेत्र के एक गांव में रंजिश के चलते एक युवक ने जिंदा जलाने के उद्देश्य से युवक पर पेट्रोल डालकर उस पर आग लगा दी जिससे वह झुलस गया मौके पर पहुंची पुलिस ने घायल को सीएचसी में भर्ती कराया। घटना स्थल पर फारेंसिक टीम ने पहुँचकर घटना का निरीक्षण किया।
जनपद कानपुर देहात के रसूलाबाद कोतवाली क्षेत्र के खपरेमऊ गांव में शुक्रवार रात्रि को एक युवक लक्ष्मण पुत्र दयाराम अपने घर से बाहर लघुशंका करने के लिए उठा था तभी उसका आरोप है कि सामने रह रहे ताराचंद पुत्र कृपाराम व इनकी पत्नी ने उसके ऊपर पेट्रोल डाल दिया और उसको जिंदा जलाने के उद्देश्य से उसके ऊपर पेट्रोल डालकर उसके शरीर पर आग लगा दी। युवक पर आग जलता देख व इसकी चीख पुकार सुन घर मे सो रही युवक की पत्नी सुशीला उर्फ विमला व स्थानीय ग्रामीणों ने पहुँचकर रजाई व कम्बल के सहारे आग बुझाई। लेकिन तब तक युवक का शरीर लगभग 75% जल चुका था। परिजनों की सूचना पर मौके पर पहुँची पुलिस ने घायल को सीएचसी में भर्ती कराया। जहां डॉक्टरों ने हालात को गम्भीर देखते हुए कानपुर हैलट रेफर कर दिया। ग्रामीणों की माने तो शुक्रवार सुबह ताराचंद व लक्ष्मण में जानवर बांधने को लेकर कहासुनी हुई थी जिसमें ताराचंद ने लक्ष्मण को देख लेने की बात कही थी और यह भी कहा था कि तेरी ऐसी हालत करूंगा कि गांव वाले भी याद करेंगे जिससे आरोपी ताराचंद ने रात में घटना को अंजाम दे दिया। घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी अपने परिवार सहित वहां से फरार हो गया और सुबह रसूलाबाद कोतवाली में जाकर हाजिर हो गया वहीं सूचना पर घटनास्थल पर फॉरेंसिक टीम ने पहुंचकर घटना का बारीकी से निरीक्षण किया है।
मकान के बराबर उठ रही थी आग की लपटें
ग्रामीणों ने बताया अचानक रात में चिल्लाने की आवाज आई तो बाहर निकल कर देखा तो बाहर तेज लपटों के साथ एक आदमी आग में जल रहा था वह लपटें मकान से ऊंची उठ रही थी जिसको देखते हुए ग्रामीणों ने पहुंच कर किसी तरीके से जलते हुए आग से युवक को बचाया।
घटना को पुलिस मान रही है संदिग्ध
इस तरह की घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी वहां से फरार हो गए रात्रि भर पुलिस ने तलाश की लेकिन आरोपियों की भनक नहीं लगी जिससे पुलिस ने उनके नजदीकी रिश्तेदारों को उठाया तो आरोपी स्वयं चलकर सुबह रसूलाबाद कोतवाली में हाजिर हो गए तो पुलिस ने बताया कि आरोपी अपने आप चलकर हाजिर हुए हैं तो कहीं ना कहीं घटना अभी संदिग्ध है अगर ये आरोपियों ने घटना को अंजाम दिया होता तो यह खुद थाने में चलकर क्यों हाजिर होते।
मामूली बात में सुबह हुई थी कहासुनी
ग्रामीणों की माने तो खड़ंजे पर जानवर बंधने को लेकर आए दिन दोनों के बीच कहासुनी हुआ करती थी। जिसको देखते हुए शुक्रवार को सुबह जानवरों को लेकर दोनों के बीच एक बार फिर कहा सुनी हो गई जिसके चलते ताराचंद ने पीड़ित लक्ष्मण को देख लेने की बात कही और रात्रि में यह घटना घटित हो गई जिससे कहीं ना कहीं सिद्ध होता है की घटना को अंजाम इनके ही द्वारा दिया गया है।