Monday, November 18, 2024
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विमर्श विविधा के अंतर्गत हिंदी कार्यशाला का आयोजन

हमीरपुर, अंशुल साहू। किशनू बाबू शिवहरे महाविद्यालय सिसोलर में आज विमर्श विविधा के अंतर्गत हिंदी का उन्नयन एक दृष्टि में के अंतर्गत एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ0 भवानीदीन ने कहा, कि हिंदी हमारे राष्ट्र की मातृभाषा व राष्ट्रभाषा है। मां को मां कहने में कोई सन्कोच नहीं होना चाहिए। हिंदी के प्रचार प्रसार में अभी जमीनी स्तर पर काम करने की आवश्यकता है। विश्व के हर विकसित देश का विकास निज भाषा में ही हुआ है, यह एक सामीप्य की भाषा है। आज पूरे विश्व में यह चौथी नम्बर की बोली जाने वाली भाषा है। आज पूरे विश्व में 50 करोड़ से अधिक लोग हिंदीभाषी हैं, और विश्व के 150 विश्वविद्यालयों में हिंदी पढ़ाई जाती है। हिंदी की अपनी एक पहचान हैं। यह किसी परिचय की मोहताज नहीं है। उन्होंने कहा कि हिंदी का विकास अच्छा हो रहा है, और साथ ही साथ अभी और आवश्यकता है। हिंदी को स्वाभाविक रूप से स्वीकार करने वाले बहुत हैं। हिंदी की स्वीकार्यता स्वाभाविक होना चाहिए। इस कार्यक्रम में कालेज के डॉ0 श्याम नारायण, डॉ0 लालता प्रसाद, आरती गुप्ता, नेहा गुप्ता, राम चंद साहू, आनंद विश्वकर्मा, अखिलेश सोनी, प्रदीप यादव, प्रशांत, देवेंद्र त्रिपाठी, हिमांशु प्रताप सिंह आदि सभी लोगों ने अपने विचार रखे और कार्यक्रम का सफल संचालन किया।