राठ/हमीरपुर, जन सामना । गरीबों को मिलने वाला राशन कोटेदार डकार रहे हैं। सरकार द्वारा दिया जाने वाला राशन गरीबों तक नहीं पहुंच पा रहा है। ऐसा ही एक मामला टूंका गांव में हुआ। जहां पर कोटेदार ने इस माह बंटने वाले दो दो किलो चना की जगह ग्रामीणों को एक एक किलो चना बांट सैकड़ों ग्रामीणों का राशन डकार गया। जानकारी होने पर दैनिक जागरण ने गांव पहुंच कर जब पड़ताल की तो ग्रामीणों ने बताया कि इस माह एक एक किलो चना उन्हें मिला है। करीब 6 माह पहले बकरई गांव की राशन की दुकान में घटतौली और ग्रामीणों को राशन न देने की शिकायत हुई थी। जांच में मामला सही पाए जाने पर डीएम के आदेश पर दुकान को निलंबित कर दिया था। बकरई गांव के राशन की दुकान को पूर्ति निरीक्षक ने टूंका गांव के कोटेदार के यहां सम्बद्ध कर दिया था। जिससे बकरई के ग्रामीणों को टूंका की दुकान से राशन मिलने लगा था। करीब तीन महीने से सरकार गरीबों केा गेंहू चावल के साथ एक एक किलो चना भी फ्री में दे रही थी। सितम्बर माह में सरकार द्वारा प्रत्येक कार्ड धारक को दो किलो चना देने के निर्देश हुए थे। कोटेदारों को दो किलो चने के हिसाब से भी उठान हुआ था। परंतु टूंका गांव के कोटेदार ने सरकार के निर्देशों की धज्जियां उड़ाते हुए सितम्बर माह में गरीबों को मिलने वाले दो दो किलो चने की जगह पर एक एक किलो चना बांट आधा चना डकार गया। मंगलवार को गांव के नंदराम, हीरालाल, चंद्रशेखर, भवनकली से जाकर जब दैनिक जागरण की टीम ने पूंछा तो बताया कि कोटेदार ने उन्हें एक एक किलो चना दिया है। इस संबंध में जब पूर्ति निरीक्षक अमित त्रिवेदी ने बताया कि उन्हें इस मामले की जानकारी नहीं है। बताया कि मामले की जांच कराई जायेगी। यदि ग्रामीणों को कम राशन बांटा गया है तो कार्रवाई की जायेगी।