सुमेरपुर/हमीरपुर, जन सामना। सुमेरपुर विकास खंड क्षेत्र के घनी आबादी वाले दो ग्राम पंचायतों का एक गांव बिदोखर जहां के नवनिर्मित सरकारी भवनों का हाल ये है कि स्थानीय लोग सरकारी भवनों को अतिक्रमण एवं निस्तार का प्रमुख स्थान बनाए हुए हैं। जहां स्थानीय लोग पशुओं को बांधकर उन्हें संरक्षित कर गंदगी फैलाते हैं, अतिक्रमण करते हैं एवं भवन की छत के ऊपर कभी कंडो के पाथन का कार्य तो कभी कटी कटाई फसल को रखकर अपना निस्तार करते हैं। गौरतलब है कि ये सिलसिला पूरे साल चलता ही रहता है एवं सरकारी भवनों के कर्मचारी एवं ग्राम प्रधान व अन्यों की बातों को धता बताकर धड़ल्ले से अपना काम निकालते रहते हैं हैं। जिस पर नाराजगी जताते हुए ग्राम प्रधान चंद्रप्रकाश यादव ने बताया कि गांव के स्थानीय लोग आंगनवाड़ी केंद्र, राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय, प्रतीक्षालय भवन सहित आदि सरकारी स्थानों पर बिना किसी अनुमति के अतिक्रमण एवं निस्तार करने का काम कर रहे हैं एवं मना करने पर हर बार अतिक्रमण एवं निस्तार को हटा लेने का आश्वासन देकर बात को टाल जाते हैं। उन्होंने कहा कि मैंने विगत दिवस इस विषय की शिकायत सचिव, लेखपाल, बीडीओ सहित अन्य आला अधिकारियों से की है एवं नोटिस जारी करते हुए शासन-प्रशासन से भी सरकारी भवनों पर अतिक्रमण एवं निस्तार हटवाने की मांग की है जिस पर फैसला आना अभी बाकी है। अब ये समय पर पता लगेगा कि आगे क्या होता है। राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय के डाक्टर एवं आँगनवाड़ी कार्यकर्तियों ने बताया कि हम इस साल भर की समस्या से बहुत प्रताड़ित हैं। हमारे कार्य व्यवस्था में व्यवधान उत्पन्न होते हैं। जिसका निदान नहीं मिल पा रहा स्थानीय लोग धौंस दिखाकर बेवजह तंग किए हुए हैं। बात को मानने के लिए तैयार नहीं हैं। उन्होंने कहा कि शासन प्रशासन से शिकायत करने की बात कहने पर बहस करने पर औेतारू हो जाते हैं। सभी को दरकिनार किए हुए हैं। बिदोखर पुरई के पंचायत भवन में मंगलवार की दोपहर सरकारी भवनों से अतिक्रमण एवं निस्तार को हटाने को लेकर रखी गई। बैठक में ग्राम प्रधान समाजसेवियों सहित आंगनवाड़ी कार्यकर्तियों द्वारा अतिक्रमण एवं निस्तार को हटवाने की शासन प्रशासन से मांग की गई है।