एसडीएम, लेखपाल ढूंढते रहें फाल्ट, अभियंताओं ने नहीं उठाया फोन
गोविंदनगर स्थित विद्युत दक्षिणांचल मुख्यालय में कर्मचारियों ने किया कार्य बहिष्कार
कानपुर दक्षिण, जन सामना संवाददाता। कानपुर पूर्वांचल व दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के सदस्यों ने मिलकर निजीकरण का विरोध किया। जिसमे विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले दक्षिणांचल के कर्मचारियों ने भी कार्य बहिष्कार कर गोविंदनगर स्थित विद्युत दक्षिणांचल कार्यालय के बाहर धरना दिया। इस दौरान कानपुर देहात के अभियंता के पास कानपुर देहात के एसडीएम ने फोन कर फाल्ट कहां हुआ पूछा तो अभियंता ने फोन काट दिया। इसके बाद फोन बजता रहा, लेकिन फोन नहीं उठाया गया। धरने पर बैठे समिति के सदस्य प्रबल प्रताप सिंह ने बताया कि रनियां, झींझक चौबेपुर, पुंखराया, डेरापुर, घाटमपुर सहित कई सबस्टेशनों में एक के बाद एक कई फाल्ट होने से लोग प्रभावित हो गए। झींझक में एसडीएम व लेखपाल ने फाल्ट पता करने के लिए अभियंतायों को फोन कर पूछा कि फाल्ट कहा है, कैसे पता लगेगा। यह सुनते ही अभियंतायों ने फोन काट दिया। इसके बाद फोन उठाया नहीं गया। यही स्थिति ग्रामीण क्षेत्रों से जुड़े ज्यादातर सबस्टेशनों में रही। धरने में रविंद्र सिंह चौहान, अमित श्रीवास्तव, पवन शुक्ला, नीरज तिवारी, एकता पांडेय, प्रभा सविता, रमाशंकर कश्यप, मिथलेष कुमारी, अनुपमा, गायत्री आदि लोग मौजूद रहे।
दो दिन से बैठे सभी प्रदर्शनकारी ने बताया कि उनकी मांगे पूरी न होने पर सभी प्रदर्शनकारियों ने मिलकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और ऊर्जा मंत्री के पोस्टर को हाथ में लेकर हवन किया हवन करते हुए नारे लगाये। साथ ही साथ बुद्धि शुद्धि मिले और हमारी लोगों की मांगे पूरी हो सके अगर नहीं होती है तो हम सभी एक साथ भूख हड़ताल करेंगे।