कानपुर,जन सामना। घमन्डी इंसान लोगों की नज़रों से गिर जाता है घमण्ड करने वाला इज्ज़त तलाश करता है, मगर उसे ज़िल्लत के सिवा कुछ हासिल नहीं हो हदीस में है, कि जिस शख्स के दिल में राई के बराबर घमण्ड तकब्बुरहोगा वह जन्नत में दाख़िल नहीं होगा। तकब्बुर घमण्ड करने वाले को अल्लाह पस्त करेगा। वह खुद को बड़ा समझता रहेगा मगर अल्लाह तआला उस को कुत्ते खिंज़ीर सुवर से ज़ियादा ज़लील करेगा। उक्त विचार ऑल इंडिया गरीब नवाज़ कौंसिल के तत्वाधान में आयोजित जश्ने ईद मिलादुन्नबी मुकाम परदेवन पुरवा लाल बंगला में काउंसिल के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मोहम्मद हाशिम अशरफी इमाम ईदगाह गदियाना ने व्यक्त किए। अशर्फी ने कहा घमण्डी इन्सान के हाथों में न हुकूमत रह जाती है न इज्ज़त रह जाती है न दौलत रह जाती है। सब कुछ खाक में मिल जाती है, लिहाज़ा दुनिया के हुक्मरानों को चाहिए, कि घमंड और तकब्बुर से तौबा करें बड़ा तो सिर्फ अल्लाह ही है। तकब्बुर घमण्ड इंसान को तन्हाई की ज़िन्दगी पर मजबूर करता है। घमण्डी इंसान लोगों की नज़रों में नफरत के काबिल हो जाता है, लोग उस से नफरत करते हैं। ऐसे लोगो का कोई दोस्त नहीं होता लिहाज़ा लोगो को तकब्बुर घमण्ड छोड़ कर आजज़ी अख्तियार करनी चाहिए। मो0 दिलदार गाज़ी ने उलमा का हार फूल से शानदार स्वागत किया। मौलाना मो0ज़करिया अशरफी और मौलाना मो0कासिम अशरफी ने भी विचार व्यक्त किये। इस से पूर्व जलसे का आगाज कुराने पाक की तिलावत से हाफिज अरशद अशरफी ने किया खुर्शीद आलम, मो0अहमद अशरफ़ी, हाफिज मो0नदीम ने नातो मनक़बत पेश किए संचालन हाफिज नियाज़ अशरफ़ी ने किया। सलातो सलाम कोरोना से निजात और हिंदुस्तान समेत आलम ए इस्लाम के अमन व अमान और खुशहाली के लिए दुआएं की गई ।तबर्रुक तकसीम किया गया, जलसे में प्रमुख रूप से मौलाना सय्यद हमियतुल्लाह, हाजी सफ़दर अशरफ़ी, जाबिर अली,हाजी हैदर,हाजी हबीब,मौलाना मेहदी हसन,हाफिज हशमतुल्लाह,हाफिज़ मसूद रज़ा,हाफिज मो0मुश्ताक़ आदि उपस्थित थे