Monday, November 18, 2024
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महापौर ने दीप प्रज्ज्वलित कर दो दिवसीय विधिक जागरुकता शिविर का उद्घाटन किया

कानपुर नगर। राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर उ0प्र0 राज्य महिला आयोग द्वारा आयोजित दो दिवसीय विधिक जागरुकता शिविर का उद्घाटन मुख्य अतिथि/महापौर प्रमिला पाण्डेय ने आज कलेक्ट्रेट सभागार में दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। उन्होंने कहा कि महिलायें अपने हितों के प्रति स्वयं सचेत रहें व अपनी सुरक्षा खुद करने में सक्षम बनें। उन्होंने कहा कि महिलायें किसी भी दशा में अन्याय बर्दाश्त न करें व आत्म निर्भर बनकर अपने हितों की रक्षा करें। उन्होंने कहा कि महिलायें व बालिकायें किसी के ऊपर भार न बनें व किसी से डरें नही। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के कार्यकाल में महिलायें व बालिकायें पूरी तरह सुरक्षित हैं। अब सभी को सम्मान के दृष्टि से देखा जा रहा है। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार महिलाओं के सुरक्षा एवं आर्थिक सशक्तिकरण हेतु कृतसंकल्पित हैं एवं उनके हितों में अनेकों योजनायें संचालित की जा रही है। वर्तमान सरकार में महिलाओं को जो सम्मान मिल रहा है वह शायद ही किसी सरकार में मिला हो। उन्होंने उपस्थित बालिकाओं/महिलाओं को संबोधित करते हुये कहा कि महिलाओं पर आरोप लगाना एक सेकेण्ड की बात है लेकिन आरोप से डरे नहीं डटकर मुकाबला करें व निरन्तर प्रगति की ओर आगे बढें।
उ0प्र0 राज्य महिला आयोग की सदस्य व विशेष अतिथि रंजना शुक्ला ने उपस्थित महिलाओं व बालिकाओं को संबोधित करते हुये कहा कि प्रदेश में 2017 से सरकार बनने के बाद प्रदेश सरकार द्वारा महिलाओं की सुरक्षा पर विशेष जोर दिया गया। कहा कि महिला उत्पीड़न होने पर अब सख्ती हो रही है व अपराध में कमी हुई है। आज महिलायें आत्म निर्भर होकर निरन्तर आगे बढ़ रही हैं।
कार्यक्रम में राज्य महिला आयोग की सदस्य पूनम कपूर ने बालिकाओं एवं महिलाओं को उद्बोधित करते हुये कहा कि वह अपने आत्म विश्वास को बढ़ायें तथा स्वयं निर्भर होकर स्वाबलंबी बने। उन्होंने कहा कि वह अपने लक्ष्यों को निर्धारित कर समाज में आगे बढ़ने का दृढ संकल्प लेकर उन्नति के पथ पर अग्रसर रहें। अपनी सुरक्षा एवं हितों के प्रति सचेत व सजग रहें। उन्होंने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा एवं उनके हितों के लिये अधिकारी समयबद्व तरीके से कार्य करके पीड़ित महिला को तत्काल राहत उपलब्ध करायें। उन्होंने कहा कि महिलाओं के उत्पीड़न के मामलों को शीघ्र निस्तारण करने हेतु फास्ट ट्रैक कोड का गठन किया गया है जिससे उनके हितों की रक्षा हो सके।
इस अवसर पर उत्कृष्ट कार्य करने वाली बालिकाओं को सम्मानित किया गया। जिसमें सुश्री मुदिता तिवारी एवं अन्य बालिकाओं को स्मृति चिन्ह भेंटकर महापौर व राज्य महिला आयोग की सदस्यों ने सम्मानित किया।
इस मौके पर जिला प्रोबेशन अधिकारी अभय कुमार द्वारा घरेलू हिंसा से महिलाओं का संरक्षण अधिनियम-2005, यौन शोषण, दहेज उत्पीड़न, कन्या भ्रण हत्या के अलावा जनपद में महिलाओं की सुरक्षा व आर्थिक सशक्तिकरण के बारे में चलाये जा रहे कार्यक्रमो की जानकारी दी। उन्होंने कार्य स्थल पर लैगिंग उत्पीड़न निषेध अधिनियम-2013, भारत में महिलाओं की सम्पत्ति और भरण-पोषण अधिकार,कन्या सुमंगला योजना, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओं योजना,मिशन शक्ति आदि योजनाओं की जानकारी दी।
इस अवसर पर कुमुद श्रीवास्तव राज्य महिला आयोग लखनऊ, मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 अनिल मिश्रा, पूजा यादव उप जिलाधिकारी सदर, ऋति शुक्ला उप निदेशक, गीतांजली सिंह क्षेत्राधिकारी, डा0 नीलिमा थैगल चिकित्सा विभाग, स्नेहा सिविल जज (जूडी), चित्रा दुबे अर्थ एवं संख्याधिकारी, महिला शक्ति के समस्त कर्मचारी, पी0पी0एन0 एवं दयानन्द गल्र्स डिग्री कालेज के बच्चों ने प्रतिभाग किया।